Monday 30 November 2020

भाजपा सरकार फौरन बिना शर्त आंदोलन कर रहे किसानों से बातचीत करे, कृषि विरोधी काले कानून वापस ले- सैलजा

भाजपा सरकार फौरन बिना शर्त आंदोलन कर रहे किसानों से बातचीत करे, कृषि विरोधी काले कानून वापस ले- सैलजा  


By 121 News

Chandigarh Nov. 30, 2020:- हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा वाराणसी में जो बातें की गई हैं, वह सिर्फ झूठ की बुनियाद पर टिकी हुई हैं। कृषि विरोधी काले कानूनों को लेकर प्रधानमंत्री जी ने आज सिर्फ झूठ बोला है। प्रधानमंत्री मोदी जी अपनी झूठी और खोखली बातों से किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अन्नदाता उनकी असलियत जान चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए देशवासियों के हितों को पूरी तरह से भूल चुके हैं। अपने पूंजीपति मित्रों की खातिर प्रधानमंत्री जी लगातार देशवासियों से छल कर रहे हैं। भाजपा सरकार फौरन बिना शर्त कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों से बातचीत करे और यह कृषि विरोधी काले कानून वापस ले।यह बातें हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने यहां जारी बयान में कहीं।

कुमारी सैलजा ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की बात करने वाले प्रधानमंत्री मोदी जी हरियाणा आकर देखें कि भाजपा शासित प्रदेश हरियाणा में किसानों की किस तरह से दुर्गति हो रही है। हरियाणा में इस सीजन में किसानों को उनकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य तक नहीं मिल पाया है। किसानों की फसलें औने पौने दामों पर बिकीं। उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा शुरू की गई फसल बीमा योजना में जमकर किसानों को लूटा गया और प्राइवेट कंपनियों ने जमकर मुनाफा कमाया। सच तो यह है कि प्रधानमंत्री जी की बातें सच्चाई से कोसों दूर हैं और उनकी बातें सिर्फ झूठ की बुनियाद पर टिकी हुई हैं।

कुमारी सैलजा ने कहा कि लोकतंत्र की बात करने वाले प्रधानमंत्री मोदी जी यह बताएं कि कृषि बिलों को पास करने से पहले किसानों से बातचीत क्यों नहीं की गई? क्यों विपक्ष की आवाज नहीं सुनी गई? आखिर क्यों शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे किसानों पर उनकी सरकार द्वारा अत्याचार किया जा रहा है? आखिर क्यों इन कानूनों में न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी नहीं दी गई? आखिर क्यों सरकार द्वारा किसानों से बातचीत के लिए शर्त रखी गई? प्रधानमंत्री जी बताएं कि चुनाव से पहले जो स्वामीनाथन आयोग रिपोर्ट लागू करने का वादा उन्होंने किया था, वह रिपोर्ट क्यों लागू नहीं की गई? आखिर प्रधानमंत्री जी इन कानूनों में न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने की किसानों की मुख्य मांग पर क्यों चुप्पी साधे हुए हैं?

कुमारी सैलजा ने कहा कि जो अन्नदाता पूरे देश का पेट भरता है, उस अन्नदाता को आज इस भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों और तानाशाही रवैये ने सड़कों पर आने के लिए मजबूर कर दिया है। इन काले कानूनों ने किसानों और मजदूरों की कमर तोड़कर रख दी है। मेरा आग्रह है कि सभी देशवासी देश के अन्नदाताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनकी आवाज को बुलंद करें।

कुमारी सैलजा ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि सरकार यह तीनों काले कानून फौरन वापस करे। किसानों पर जो अत्याचार हो रहा है, उसे बंद करे। किसानों के खिलाफ हजारों की संख्या में जो केस दर्ज किए गए हैं, उन्हें वापस करे। बिना शर्त किसानों से बातचीत करे। किसानों की मांगों को सुने। किसानों की पीड़ा को सुने।

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