By 121 News
Chandigarh August 11, 2020:- कोरोना काल मे जब लाकडाउन के कारण सब तरफ बंदिशें है। सोशल- डिसटेंस का पालन हो रहा है। धार्मिक स्थलों पर भी सीमित लोगों के एकत्रित होने का नियम लागु हैं। इस समय एक तरफ जहां, भगवान "श्री कृष्ण जी" के जन्मोत्सव की धूम मची है। जो किसी से भी छुपी नही है। वर्षों से भक्त एक दिन का व्रत, उपवास करके मंदिर जा कर प्रभु को झूला झुलाते थे। मंदिरों मे भारी भीड़ उमड़ती थी। हर तरफ एक आध्यात्मिक आंनद अपने चरमः पर होता था। सच बात तो ये है कि असल मे "जन्माष्टमी" अपने आप मे एक आप मे उत्सव है। इस बार कोरोना के कारण मंदिर सूने हैं, हर वर्ष लगने वाले मेले का आंनद बच्चे-बड़े नही उठा सकें और न ही झांकियां देखने को मिल रही है। कृष्ण-कीर्तन से भी इस बार वंचित रहना पड़ रहा है। श्रीकृष्ण भक्तों की इस व्यथा का बयान किया, सैक्टर-28 स्थित श्री शिव खेड़ा मंदिर मे पुजारी पंडित सुभाष चंद शर्मा ने, जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर मंदिर मे प्रभु को नए वस्त्रों से सुशोभित करते हुए कहा कि उनके पास लगातार लोगों के संदेश आ रहे हैं कि इस बार वे किस प्रकार मंदिर में झूला झूलाने की पुरानी पंरपरा का पालन कर पांएगे। इस पर पंडित जी ने कहा कि राष्ट्रीय-धर्म का इस समय पालन करना आवश्यक है, जो कहता है कि शारीरक दूरी बनाते हुए। सामाजिक समन्वय बनाए रखें। उनहोने सभी भक्तों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं भी दी।
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