By 121 News
Chandigarh, Jan.15, 2025:- पंजाब चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (पीसीसीआई) और टेक्स ट्रेड एंड सर्विसेज (टीटीएस) ने संयुक्त रूप से "जीएसटी रिफॉर्म्स - एन्हांसिंग ट्रांसपरेंसी और गुड गवर्नेंस" विषय पर एक सेमिनार का आयोजन चंडीगढ़ में किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों के रूप में जे.एस. नेगी (आईआरएस), चीफ कमिश्नर, सीजीएसटी-चंडीगढ़; मनोज कुमार श्रीवास्तव (आईआरएस), चीफ कमिश्नर, (सीजीएसटी)-पंचकूला; एच.बी. नेगी (आईआरएस), रिटायर्ड प्रिंसिपल कमिश्नर, सीजीएसटी-चंडीगढ़; विकास कुमार (आईआरएस), प्रिंसिपल कमिश्नर, सीजीएसटी-लुधियाना; राजन दत्त (आईआरएस), कमिश्नर, सीजीएसटी-पंचकूला; हमिद ग़नी, कमर्शियल टैक्स ऑफिसर, एसजीएसटी-श्रीनगर और वरिंदर मेहँदीरत्ता, प्रेसिडेंट, वाईजेसीसीआई उपस्थित रहे। सेमिनार में जीएसटी के सुधारों और उनके प्रभावों पर व्यापक चर्चा हुई।
प्रमुख वक्ता के रूप में उपस्थित इनडाइरेक्ट टैक्स एक्सपर्ट सीएस संजय मल्होत्रा ने जीएसटी कॉउंसिल की 54वीं और 55वीं बैठकों में की गई सिफारिशों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 से 2019-20 के लिए सीजीएसटी धारा 73 के तहत जारी नोटिस के अनुसार, टैक्स का भुगतान 31 मार्च 2025 तक किया जा सकता है, जिससे ब्याज और पेनेल्टी दोनों माफ हो जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने एक्सपोर्ट रिफंड प्रोसेस को सरल बनाने के लिए नियम 96(10) और नियम 89(4ए), (4बी) को हटा दिया है, जिससे व्यवसायों का रुका हुआ पैसा शीघ्रता से प्राप्त होगा।
सीएस संजय मल्होत्रा ने इनवॉइस मैनेजमेंट सिस्टम (आईएमएस) के कार्यान्वयन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली जाली बिलों पर रोक लगाएगी और खरीदारों को इनपुट टैक्स क्रेडिट (आआइटीसी) में धोखाधड़ी से बचाएगी। आईएमएस के कारण टैक्स चोरी को रोकने में सरकार को सफलता मिलेगी।
मनोज कुमार श्रीवास्तव (आईआरएस), चीफ कमिश्नर, (सीजीएसटी)-पंचकूला ने अपने वक्तव्य में कहा कि जीएसटी सुधार न केवल कर प्रणाली को पारदर्शी बना रहे हैं, बल्कि इससे करदाताओं और सरकार के बीच विश्वास भी बढ़ रहा है।
विकास कुमार (आईआरएस), प्रिंसिपल कमिश्नर, सीजीएसटी-लुधियाना ने कहा कि ने कहा कि जीएसटी सुधारों का उद्देश्य केवल कर संग्रह में वृद्धि करना नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य प्रणाली को सरल और निष्पक्ष बनाना है। इनवॉइस मैनेजमेंट सिस्टम जैसे नवाचार व्यापारियों और खरीदारों के बीच विश्वास बढ़ाने में सहायक होंगे। इन सुधारों से ईमानदार करदाताओं को लाभ मिलेगा और सरकार की टैक्स नीति में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित होगा।
राजन दत्त (आईआरएस), कमिश्नर, सीजीएसटी-पंचकूला ने कहा कि आईएमएस जैसी नई प्रणाली ने टैक्स चोरी को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके अलावा, छोटे और मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इस दिशा में किए गए सुधार न केवल करदाताओं के अनुभव को बेहतर बनाएंगे, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी गति देंगे।
वरिंदर मेहँदीरत्ता, प्रेसिडेंट, वाईजेसीसीआई ने जीएसटी सुधार व्यापार जगत के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव है, पर अपने विचार प्रकट किए।
युवा मॉडरेटर सुश्री कंवलप्रीत कौर और सुश्री रितिका मल्होत्रा, सक्षम मल्होत्रा ने सीजीएसटी कार्यालय से सदस्य और उद्योग जुड़े सदस्यों का गर्मजोशी से स्वागत किया है।
इस आयोजन ने कर पेशेवरों,सीए, सीएस, सीएमए, उद्योग जगत के हितधारकों और वकीलों को जीएसटी सुधारों को गहराई से समझने और उनके अनुपालन में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया। उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों ने इस सेमिनार को ज्ञानवर्धक और उपयोगी बताया।
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