By 121 News
Chandigarh June 15, 2021:-हम हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं। यह समग्र जीवनशैली अपनाने की जरूरत पर बेहतर जागरूकता को बढ़ावा देने के लिये है और योग करने के कई लाभों पर जोर देता है। योग व्यायाम का प्राचीन रूप है, जिसका जन्म भारत में हुआ था और यह शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को संतुलित रखता है। पिछले कुछ वर्षों से, विभिन्न देशों में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बड़े जोर-शोर से मनाया जा रहा है, जहाँ इसका सार्वजनिक प्रदर्शन भी होता है। हालाँकि, मौजूदा कोविड-19 महामारी ने कई लोगों के जीने के तरीके को बदल दिया है। तो मौजूदा स्थिति को देखते हुए, इस साल की थीम है, 'घर पर योग और परिवार के साथ योग', जो दुनिया भर में परिवारों के दैनिक जीवन में योग को शामिल करने की आवश्यकता पर केन्द्रित है, ताकि उनकी जीवनशैली ज्यादा स्वस्थ, तंदुरूस्त और तनाव-मुक्त हो।
आइए, इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर हम योग करके और उसे सबसे महत्वपूर्ण चीज, यानि स्वास्थ्यकर और पोषक आहार से पूर्ण बनाकर तंदुरूस्त रहने का सर्वश्रेष्ठ तरीका जानें। परिवार अपने हर सदस्य के आहार और दिनचर्या में छोटे, लेकिन प्रभावी बदलाव कर समग्र स्वास्थ्य की अपनी यात्रा शुरू कर सकते हैं।
आहार में मुट्ठीभर बादाम को शामिल करना बहुत अच्छा पहला कदम है, क्योंकि बादाम स्नैकिंग का पोषक विकल्प हैं और नियमित रूप से बादाम खाने से हृदय के स्वास्थ्य, डायबीटीज और वजन पर नियंत्रण तथा त्वचा के स्वास्थ्य से सम्बंधित कई फायदे मिलते हैं और इम्युन सिस्टम भी मजबूत रहता है।
स्वास्थ्यकर जीवनशैली अपनाने के महत्व पर बॉलीवुड की अग्रणी अभिनेत्री सोहा अली खान ने कहा कि मुझे योग करना बहुत पसंद है और मेरा मानना है कि यह विज्ञान और अध्यात्म का मेल है। लेकिन मुझे यह भी पता है कि इस मेल को पाने में सहायता करने वाला मुख्य कारक तत्व स्वास्थ्यकर आहार है। संतुलित और पोषक भोजन लेना हमेशा से मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता है और मैं सुनिश्चित करती हूँ कि मेरा परिवार भी यही करे। इसके लिये मैं अपने दिन की शुरूआत मुट्टी भर बादाम खाकर करती हूँ क्योंकि बादाम पोषक-तत्वों से भरपूर होते हैं और ऊर्जा देने के लिये जाने जाते हैं। इसके अलावा, बादाम में विभिन्न पोषक-तत्व होते हैं, जैसे कि कॉपर, जिंक, फोलेट आयरन और विटामिन ई', जो इम्युन फंक्शन को सहयोग देते हैं और इसलिए बादाम मेरे लिये जरूरी बन जाता है।
न्यूट्रीशन एंड वेलनेस कंसल्टेन्ट शीला कृष्णस्वामी ने कहा कि योग बीतते समय के साथ व्यायाम का अत्यंत लोकप्रिय रूप बन गया है और हम हर दिन सुनते हैं कि लोग इसके नये प्रकारों या संयोजनों को आजमा रहे हैं। योग टाइप 2 डायबीटीज से पीडि़त लोगों की दिनचर्या में भी अच्छी तरह से शामिल हो सकता है, क्योंकि यह ग्लाईसेमिक को नियंत्रित करने और सम्बंधित जटिलताओं को कम करने में मदद करता है। लेकिन इस चर्या में पोषक आहार योजना को शामिल करने से इसका प्रभाव और बढ़िया हो सकता है। अपने आहार में ताजे फल, हरी सब्जियां और बादाम जैसे नट्स जरूर शामिल करें। शोध दर्शाता है कि प्रोटीन का स्रोत और आहारीय फाइबर से प्रचुर बादाम खून के शुगर लेवल को स्वास्थ्यकर बनाये रखने में मदद कर सकते हैं, टाइप 2 डायबीटीज के रोगियों में ब्लड शुगर पर नियंत्रण को बेहतर बनाये रखने में मदद कर सकते हैं और कार्बोहाइड्रेट वाले उन आहारों के ब्लड शुगर पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं, जो फास्टिंग इंसुलिन के लेवल को प्रभावित करते हैं ।
योग के रूटिन को सही स्नैकिंग से सहयोग देने की जरूरत पर जोर देते हुए, फिटनेस एक्सपर्ट और सेलीब्रिटी मास्टर इंस्ट्रक्टर, यास्मिन कराचीवाला ने कहा कि तंदुरुस्त रहना समग्र स्वास्थ्य पाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और रोजाना योगासन तथा साँस के व्यायाम करने से वर्कआउट रुटिन में चार चांद लग सकते हैं। लेकिन याद रखने योग्य सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपने योग और तंदुरूस्ती की व्यवस्था को उचित और पोषक स्नैकिंग से पूर्णता दें। बादाम प्रोटीन का समृद्ध स्रोत हैं और प्रोटीन ऐसा पोषक-तत्व है, जो मांसपेशियों के द्रव्य की वृद्धि और रख-रखाव में योगदान देने के लिये जाना जाता है और इस प्रकार बादाम व्यायाम से पहले या बाद में खाने योग्य बेहतरीन स्नैक हैं। इसके अलावा, बादाम के तृप्तिदायक गुण भोजन के बीच में लगने वाली भूख को नियंत्रित रखते हैं, जिससे सही वजन बनाये रखने में मदद मिल सकती है।
जीवनशैली के मामले में सोच-समझकर चलने की जरूरत के ब्नारे में पाइलेट्स एक्सपर्ट और डाइट और न्यूट्रीशन कंसल्टेन्ट, माधुरी रूइया ने कहा कि मौजूदा महामारी के दौरान हमारा ज्यादातर समय इनडोर बीत रहा है, जिसे देखते हुए योग किसी व्यक्ति की तंदुरूस्ती के स्तर को बनाये रखने और तनाव दूर करने का बेहतरीन तरीका हो सकता है। लेकिन योग करने के साथ, आहार में बादाम जैसे स्वास्थ्यकर खाद्य शामिल करना महत्वपूर्ण है, ताकि तंदुरुस्ती की चर्या इष्टतम हो सके। बादाम एक स्वादिष्ट और पोषक स्नैक हैं, जिन्हें कभी भी खाया जा सकता है। इसके अलावा, बादाम वजन के बेहतर नियंत्रण में भी सहायता करने के लिये जाना जाता है। स्वस्थ्य वयस्कों पर किये गये एक अध्ययन के अनुसार, रोजाना 42 ग्राम बादाम खाने वाले लोगों के पेट की चर्बी और कमर की परिधि कम करने में मदद मिली है।
मैक्स हेल्थकेयर, दिल्ली में डायटेटिक्स की रीजनल हेड, ऋतिका समद्दार ने कहा कि कार्डियोवैस्कुलर रोगों से पीडि़त लोगों के लिये योग का संयोजन और स्वास्थ्यकर खाना अत्यंत फायदेमंद हो सकता है। यह ज्ञात है कि योग रक्तसंचार और रक्त के प्रवाह को बढ़ाकर हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। इसके अलावा, योग की चर्या में बादाम की दैनिक खुराक शामिल करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत के लोगों पर हुए चिकित्सकीय अध्ययन विशेष रूप से बताते हैं कि बादाम हृदय रोग के जोखिम के कारकों को नियंत्रित करने में लाभकारी हो सकते हैं । और यूके में हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों ने आम स्नैक्स की जगह बादाम लिया, मानसिक तनाव के जवाब में उनकी हार्ट रेट वैरियेबिलिटी (एचआरवी) के आंकड़ों में सुधार हुआ, जो इसका मुख्य संकेतक है कि हृदय पर्यावरणीय और मनोवैज्ञानिक चुनौतियों के लिये कितनी अच्छी तरह अनुकूल हो जाता है। एचआरवी की गड़बड़ी का सम्बंध कार्डियोवैस्कुलर रोग और अचानक हृदय की गति रूकने से है।
इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग और स्वास्थ्यकर आहारों के मिश्रण से स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संकल्प लें।
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