By 1 2 1 News Reporter
Chandigarh 23rd August:--- राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थय मिशन ने मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य सुधार के लिए हरियाणा के हिसार, जींद, पानीपत, पलवल, भिवानी, महेन्द्रगढ व मेवात जिलों को चुना हैं। यह जानकारी राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की निदेशक एवं अतिरिक्त सचिव श्रीमती अनुराधा गुप्ता ने आज यहां एक राज्यस्तरीय कार्यशाला में दी। इस कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थय मिशन द्वारा नवजात शिशु एवं मातृ स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में चलाये जा रहे कार्यक्रमों में सामंजस्य स्थापित करने तथा उन्हें तेजी से लागू करने के उद्देश्य से किया गया था।
श्रीमती अनुराधा गुप्ता ने बताया कि इन जिलों में एनएचआरएम मातृ एवं शिशु को और ज्यादा स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने, उनके टीकाकरण, और पोषक जरूरतों को पूरा करने संबधी विशेष कार्यक्रम चलाएगा ताकि उनके स्वास्थ्य स्तर में सुधार किया जा सकें। इन जिलों को एनएचआरएम 30 फीसदी अतिरिक्त बजट देगा। इसके अलावा, इन जिलों में विशेषज्ञ डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्टॉफ को अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी ताकि ऐसे जिलों में विशेषज्ञ डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्टॉफ की कमी न आएं। युएसएआईडी, डब्ल्यूएचओ तथा युनिसेफ की ओर से उच्च प्राथमिकता वाले जिलों में तकनीकी सहायता उपलब्ध करवाई जायेगी।
कार्यशाला के बाद आयोजित एक पत्रकार वार्ता में पूछे गए सवाल का जबाब देते हुए श्रीमती अनुराधा गुप्ता ने कहा कि हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं में पहले के मुकाबले काफी सुधार आया हैं। उन्हांेने कहा कि जननी सुरक्षा योजना व निःशुल्क एंबुलेंस व डिलिवरी सेवाओं के सार्थक परिणाम सामने आए हैं। यही कारण है कि हरियाणा में 2008 से पहले शिशु एवं मातृ मृत्यु दर, जो पहले राष्ट्रीय औसत से काफी ऊपर थी, अब घटकर नीचे आ गई हैं। एनीमिया को बच्चों व महिलाओं की सबसे बड़ी समस्या बताते हुए श्रीमती अनुराधा गुप्ता ने इस दिशा में हरियाणा सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की तथा इस दिशा में मीडिया से भी सहयोग की अपील की।
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