By 121 News
Panchkula, Nov.21, 2025:-पारस हेल्थ पंचकूला ने हाई-रिस्क कार्डियक मरीज पर लोकल एनेस्थीसिया के तहत क्षेत्र की पहली अवेक एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह सर्जरी 6-8 मिमी के छोटे चीरे से पूरी की गई और इसका नेतृत्व स्पाइन सर्जन व ऑर्थोपेडिक्स विशेषज्ञ डॉ. आदित्य गुप्ता ने किया। मरीज को गंभीर कार्डियक बीमारी और कई को-मॉर्बिडिटीज़ थीं, जिसके चलते बड़े अस्पतालों ने भी उसे जनरल एनेस्थीसिया के लिए फिट नहीं माना था। ट्रांसफोरामिनल एंडोस्कोपिक तकनीक से सर्जरी के दौरान मरीज पूरी तरह जागा हुआ और रिस्पॉन्सिव रहा, जिससे जनरल एनेस्थीसिया से जुड़े सभी बड़े जोखिम खत्म हो गए। कम चीरे और कम रक्तस्राव के कारण मरीज की रिकवरी भी तेज़ रही।
डा. आदित्य गुप्ता ने कहा कि अवेक एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी हाई-रिस्क मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है, क्योंकि रियल-टाइम फीडबैक मिलने से नर्व इंजरी का खतरा कम होता है और मरीज बिना भारी एनेस्थीसिया के सुरक्षित सर्जरी करवा पाता है। जब जनरल एनेस्थीसिया एक रुकावट बन जाता है, तो सर्जरी नहीं हो पाती है। यह तरीका उस रुकावट को खत्म करता है। जब मरीज़ जागा हुआ हो और बातचीत कर रहा हो, तब ऑपरेशन करके हम रियल-टाइम फ़ीडबैक से दर्द की सही वजह का पता लगा सकते हैं, नर्व इंजरी का खतरा कम कर सकते हैं, और इंट्यूबेशन और सेडेशन के फ़िज़ियोलॉजिकल स्ट्रेस से बच सकते हैं। चीरा मुश्किल से 6 से 8 mm का होता है, और खून का नुकसान बहुत कम होता है। इस वजह से रिकवरी बहुत जल्दी होती है। जिन मरीज़ों को पहले स्पाइन सर्जरी के लिए अनफ़िट माना जाता था, उनके लिए यह तकनीक एक बेहतरीन वरदान है।
फैसिलिटी डायरेक्टर डॉ. पंकज मित्तल ने कहा कि यह उपलब्धि बताती है कि स्पाइन केयर अब ज़्यादा सुरक्षित, पर्सनलाइज्ड और तकनीक-प्रधान दिशा में आगे बढ़ रहा है। अस्पताल का उद्देश्य कम दर्द, कम चीरे और तेज़ रिहैबिलिटेशन के साथ उन्नत स्पाइन केयर उपलब्ध कराना है। इस सफलता से ट्राइसिटी और आसपास के क्षेत्रों के बुज़ुर्ग व मेडिकली कमज़ोर मरीजों को मिनिमली इनवेसिव स्पाइन सर्जरी का नया और सुरक्षित विकल्प मिल सकेगा।
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