Wednesday, 16 July 2025

बिजली दरों में बढ़ोतरी जनविरोधी, आम आदमी पार्टी ने किया कड़ा विरोध

By 121 News
Chandigarh, July 16, 2025:--चंडीगढ़ की जनता को एक और महंगाई का झटका देने की तैयारी चल रही है। सिटी पावर डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड ने जॉइंट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन को आगामी वित्त वर्ष के लिए बिजली दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव भेजा है। इस प्रस्ताव के अनुसार, 500 यूनिट तक बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को प्रति माह ₹166 अधिक भुगतान करना होगा। यह वृद्धि घरेलू उपभोक्ताओं के साथ-साथ छोटे कारोबारियों, किरायेदारों, सिंगल पेरेंट्स और वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी एक बड़ा आर्थिक बोझ साबित होगी।

आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के अध्यक्ष विजयपाल सिंह ने इस प्रस्ताव को पूरी तरह जनविरोधी करार देते हुए कड़ा विरोध जताया। उन्होंने सवाल उठाया कि जब यह बिजली विभाग सरकार के अधीन था, तब यह लाभ में था और करोड़ों रुपये का मुनाफा कमा रहा था। अब जब इसे निजी कंपनियों को सौंपा गया है, तो घाटा कैसे दिखाया जा रहा है? उन्होंने कहा कि यह बेहद चिंताजनक है कि जो विभाग सरकारी व्यवस्था में मुनाफा दे रहा था, वह प्राइवेट होते ही घाटे में चला गया। अब इस घाटे का बोझ आम जनता पर डालना पूरी तरह अनुचित है।

आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के मीडिया प्रभारी विक्रांत ए तंवर ने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया एक सुनियोजित योजना का हिस्सा लगती है, जिसमें मुनाफे वाली सेवा को निजी कंपनियों को सौंप कर घाटा दिखाया गया और अब जनता से उसकी भरपाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह केवल बिजली बिल नहीं है, यह जनता की गाढ़ी कमाई पर हमला है। हम सरकार और CPDL से मांग करते हैं कि वे स्पष्ट करें कि आखिर किस आधार पर लाभकारी सेवा घाटे में बदल गई और जनता को इसका खामियाजा क्यों भुगतना पड़ रहा है।

उन्होंने यह भी कहा कि बिजली कंपनी और अधिकारी मिलकर बंद कमरे में यह फैसला नहीं ले सकते। यह निर्णय पारदर्शिता के साथ जनता की भागीदारी से होना चाहिए।

ओंकार सिंह औलख, आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के जनरल सेक्रेटरी, ने भी इस बढ़ोतरी को अनुचित और असंवेदनशील बताते हुए सवाल उठाया, जब केंद्र सरकार ने देशभर में मुफ्त और सस्ती बिजली देने का वादा किया है, तो चंडीगढ़ में टैरिफ बढ़ाना कैसे उचित है? यह दोहरी नीति है।

आम आदमी पार्टी ने यह स्पष्ट किया है कि जब तक घाटे का स्वतंत्र ऑडिट नहीं किया जाता और उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं होती, तब तक कोई टैरिफ वृद्धि लागू नहीं होनी चाहिए। पार्टी ने 25 जुलाई को होने वाली JERC की जनसुनवाई में आम जनता और संगठनों को अपनी बात रखने की पूरी स्वतंत्रता देने की भी मांग की है।

पार्टी ने चंडीगढ़ में पंजाब की तर्ज पर बिजली दरों में राहत देने की मांग दोहराई और चेतावनी दी कि अगर यह प्रस्ताव वापस नहीं लिया गया, तो पार्टी जन आंदोलन करेगी। विक्रांत ए तंवर ने कहा कि हम चंडीगढ़ की जनता के साथ खड़े हैं और निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने की कीमत आम आदमी से नहीं चुकाएंगे।

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