Thursday 28 April 2022

प्रतिष्ठित टाइम्स हायर एजुकेशन इम्पैक्ट रैंकिंग में शूलिनी यूनिवर्सिटी शीर्ष 200 वैश्विक यूनिवर्सिटीयों में शामिल

By 121 News
Chandigarh April 28, 2022:-शूलिनी यूनिवर्सिटी टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) इम्पैक्ट रैंकिंग 2022 में शीर्ष 200 वैश्विक यूनिवर्सिटीयों में एक अभूतपूर्व उपलब्धि के साथ उभरा है।

प्रतिष्ठित रैंकिंग की घोषणा टाइम्स हायर एजुकेशन द्वारा बुधवार रात को जारी किया गया, जिसे उच्च शिक्षा संस्थानों की इंटरनेशनल रैंकिंग के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड माना जाता है।

इसे 705 संस्थानों में से किफायती और क्लीन एनर्जी के लिए सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) में दुनिया में दूसरे नंबर पर और पानी के उपयोग और देखभाल श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करने वाले 674 संस्थानों में छठे स्थान पर रखा गया है।

जाने माने शिक्षाविदों और प्रोफेशनल्स द्वारा स्थापित 13 वर्ष पुरानी यूनिवर्सिटी की यह उपलब्धि 2022 तक शीर्ष 200 वैश्विक यूनिवर्सिटी बनने के अपने मिशन की परिणति है।

प्रो.पी.के.खोसला, संस्थापक और चांसलर, शूलिनी यूनिवर्सिटी ने कहा कि दस साल पहले, यह एक असंभव कार्य प्रतीत होता था जब हमने शूलिनी यूनिवर्सिटी को दुनिया में टॉप 200 यूनिवर्सिटी में से एक बनाने का लक्ष्य रखा था।

उन्होंने कहा कि जबकि शुरू में कई इस लक्ष्य को लेकर संशय रखते थे, ऐसे में भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ अब्दुल जे कलाम ने हमें इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया। उनके सिवाए किसी भी अन्य व्यक्ति ने हमारा उत्साह नहीं बढ़ाया। इसके साथ ही हमने महत्वपूर्ण रूप से निरंतर प्रयास किया है और आखिरकार इस लक्ष्य को हासिल किया। अनुसंधान, शिक्षा की गुणवत्ता और समाज पर प्रभाव डालने पर हमारे निरंतर जोर ने हमें उच्च शिक्षा के एक विशिष्ट संस्थान के रूप में उभरने में सक्षम बनाया है। संयोग से हम प्रति पेपर साइटेशन प्रभाव में देश में नंबर एक और क्यूएस एशिया 2022 रैंकिंग में छठे और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैकिंग्स फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) द्वारा 89वें स्थान पर हैं। हमारे शोधकर्ताओं ने रिकॉर्ड 1025 पेटेंट दाखिल किए हैं जो देश में सबसे ज्यादा हैं।

यूनिवर्सिटी के शिक्षकों और शोधकर्ताओं की सराहना करते हुए, प्रो-चांसलर विशाल आनंद ने कहा कि रैंकिंग 13 साल पुराने यूनिवर्सिटी के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी। इन नवीनतम रैंकिंग ने यूनिवर्सिटी को रिसर्च और एसडीजी के क्षेत्र में और अधिक ऊंचाइयों को प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त किया है।

 आशीष खोसला, प्रेसिडेंट, इनोवेशन और डायरेक्टर, योगानंद स्कूल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने कहा कि इन रैंकिंग का उद्देश्य सकारात्मक बदलाव के लिए प्रयास करने वाले संस्थानों की पहचान करना और उन्हें विकासोन्मुख ताकतों के रूप में कार्य करना है। वे हमारी दुनिया के सामने सबसे बड़े मुद्दों से निपटने में योगदान करने के लिए यूनिवर्सिटीों की प्रतिबद्धता और क्षमता को उजागर करते हैं। इन प्रतिष्ठित रैंकिंग में टॉप वल्र्ड रैंकिंग प्राप्त करना राष्ट्रीय गौरव का विषय है।

यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो.अतुल खोसला ने कहा कि रैंकिंग उच्च शिक्षा संस्थानों के भविष्य के लक्ष्यों और शिखरों को दर्शाती है। रैंकिंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सौर ऊर्जा, जल संरक्षण, स्टूडेंट्स द्वारा पेटेंट सहित इनोवेटिव टीचिंग जैसे विविध क्षेत्रों में शूलिनी के काम का प्रतिबिंब है और लैंगिक समानता के साथ एक ऊर्जा सकारात्मक परिसर का निर्माण करना है।

एसडीजी को सभी 193 सदस्य देशों द्वारा अपनाया गया था और यह हमारी दुनिया के सामने सबसे बड़े मुद्दों से निपटने के लिए वैश्विक प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने के दशकों के काम की परिणति है। यह महसूस किया गया कि एसडीजी के कार्यान्वयन में मदद करने के लिए यूनिवर्सिटीयों को विशिष्ट रूप से रखा गया था।

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