Monday, 12 July 2021

कुमारी सैलजा का ऐलान, किसानों की मांगें नहीं मानी गईं तो राज्यभर में करेंगे धरने-प्रदर्शन

By 121 News

Chandigarh July 12, 2021:- हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने आज ऐलान किया कि यदि किसानों की मांगें जल्द नहीं मानी गईं तो कांग्रेस प्रदेश भर में बड़े पैमाने पर धरने-प्रदर्शन करेगी। विरोध प्रदर्शन उपमंडल से जिला मुख्यालय स्तर पर होंगे। उन्होंने पूछा कि आखिर  किसानों का कुसूर क्या है? लोकतांत्रिक तरीके से वे अपनी मांगों के लिए आवाज उठा रहे हैं। उन पर लाठियां बरसाई जाती हैं, वाटर कैनन का इस्तेमाल होता है, जेलों में ठूंसा जा रहा है। उन्होंने सवाल किया, मुख्यमंत्री बताएं कि किसानों की समस्या प्रधानमंत्री के समक्ष कितनी बार रखी? राज्य में  लोकतंत्र की सरेआम धज्जियां उड़ रही है। उन्होंने मांग की कि झूठे केस बना कर जिन किसानों को गिरफ्तार किया गया है, उन्हें तत्काल रिहा किया जाए और सभी मुकदमे वापस लिए जाएं।

आज यहां जारी बयान में कुमारी सैलजा ने खुलकर घोषणा की कि कांग्रेस का हाथ किसानों के साथ है। कांग्रेस पहले भी किसान हितों के लिए आवाज उठाती रही है, संघर्ष करती रही है और करती रहेगी।
कृषि प्रधान राज्य में किसानों का सरेआम दमन किया जा रहा है। साफ जाहिर हो रहा है कि भाजपा-जजपा सरकार किसानों के खिलाफ है। मुख्यमंत्री खट्टर जब भी दिल्ली जाते हैं तो अपनी कुर्सी बचाने की जुगत में रहते हैं। वह अपने को सच्चा किसान हितैषी मानते हैं तो मध्यस्थ बन कर केंद्र के सामने किसानों का दर्द खुलकर बयां करें।
कुमारी सैलजा ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राज्य के कृषि मंत्री आन्दोलनरत किसानों को किसान ही नहीं मान रहे। क्या इन नेताओं से उम्मीद की जा सकती है कि वे किसानों की पीड़ा, उनकी व्यथा केंद्र सरकार या पार्टी आलाकमान तक पहुंचाएंगे?

स्पष्ट है कि हरियाणा के ये नेता भी कारपोरेट घरानों के हाथों की कठपुतली बने हुए हैं। केंद्र सरकार पर भी करारे प्रहार करते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि स्थिति- परिस्थिति को संभालने में  अपनी अक्षमता छिपाने के लिए केंद्र ने मौन धारण कर लिया है। नेशनल हाईवे बंद हैं  तो होते रहें, किसान धरने पर बैठे हैं तो बैठे रहें, गरीब और  गरीब होता है, होता रहे, महंगाई बढ़ती है, बढ़ती रहे। लगता है सरकार को किसी बात से कोई सरोकार नहीं। वह जुमलों की बंसी बजा रही है।वह तो मस्त है झूठ के ढोल पीटने में। उसे नहीं भूलना चाहिए कि इस ढोल की पोल खुलने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है।

उन्होंने कहा कि हिसार, सिरसा, जींद, फतेहाबाद में भाजपा नेताओं का कड़ा विरोध हुआ वह समय जल्द आने वाला है जब सरकार की घोर कृषि विरोधी नीतियों से बदहाल  किसान हर गांव, कस्बे और शहर में सत्ताधारी नेताओं का घरों से निकलना बंद कर देंगे

कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया कि भाजपा क्षेत्रवाद के नाम पर किसानों को बांटना चाहती हैं। उन्होंने भाजपा के उस बयान को राजनीति से प्रेरित बताया जिसमें उन्होंने कहा था कि हरियाणा नहीं, पंजाब राजस्थान में किसान आंदोलन की जरूरत है क्योंकि वहां  फसलों के दाम मुआवजा हरियाणा से कम है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि किसानों से चर्चा किए बिना तीन काले कानून उन पर लाद दिए गए। 26 नवम्बर से किसान दिल्ली के दरवाजे पर हैं लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग  रही।

कुमारी सैलजा ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने का सरकार का वादा कहां गया? इसी वादे पर भाजपा सत्ता में आई थी।

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