Friday 23 July 2021

वित्तवर्ष 21 की चौथी तिमाही में पेटीएम का जी.एम.वी. Rs 1469 बिलियन तक पहुँच गया - एक वर्ष में 100% की वृद्धि

By 121 News
Chandigarh July 23, 2021:-डी.एच.आर.पी. से पता चला है कि इस कंपनी का जी.एम.वी. तेज़ गति से बढ़ रहा है, जो भारत के व्यावसायियों के लिए महत्व को प्रेरित करने पर कंपनी के ध्यान को दर्शाता है।
भारत के प्रमुख डिजिटल पेमेंट्स और वित्तीय सेवाओं के प्लैटफॉर्म, पेटीएम ने Rs16,600 करोड़ के आई.पी.ओ. के लिए आवेदन किया है, जिसे भारत के बाज़ार में सबसे बड़े आकार की शुरुआत माना जा रहा है। इस कंपनी ने शुक्रवार को अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया, जिससे इस बात की जानकारी प्राप्त हुई कि वित्तीय सेवाओं का यह सबसे अधिक प्रचलित ब्रांड कैसे आगे बढ़ रहा है। एक सबसे उल्लेखनीय कारण यह था कि पेटीएम का ग्रॉस मर्चेंट वॉल्यूम केवल एक वर्ष में 100% से अधिक की वृद्धि के साथ एक असाधारण दर से बढ़ रहा है। वित्तवर्ष 22 की पहली तिमाही में, पेटीएम के जी.एम.वी. Rs1,469 बिलियन तक पहुँच गया, जो कि वित्तवर्ष 21 की पहली तिमाही में Rs697 बिलियन था। पूरे वित्तवर्ष 21 में, पेटीएम का जी.एम.वी. Rs 4,033 बिलियन था - रेडसीअर के अनुसार पेमेंट्स के उद्योग में सबसे अधिक।  
अपने डी.आर.एच.पी. में, कंपनी जी.एम.वी. को इस प्रकार परिभाषित करती है, "हमारे ऐप पर लेन-देन करने के माध्यम से, पेटीएम पेमेंट के उपकरणों के माध्यम से या हमारे पेमेंट के समाधानों के माध्यम से, किसी अवधि के दौरान व्यावसायियों को किए गए कुल भुगतान का रुपए में मूल्य"। इसमें किसी भी प्रकार के उपभोक्ता-से-उपभोक्ता को पेमेंट सेवा जैसे कि पैसे भेजना को शामिल नहीं किया गया है"।
जहाँ इस कंपनी ने पिछले वर्ष कोविड-19 महामारी के आने के कारण शुरुआत में गिरावट गिरावट का सामना किया था, वहीं इसने तुरंत अपने-आप को संभाला और पिछले वर्षों के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुए बेहतर प्रदर्शन करना प्रारंभ कर दिया। "चूँकि वित्तवर्ष 21 की दूसरी तिमाही में भारत में लॉकडाउन में ढील दी गई थी, इसलिए हमारे ऑनलाइन और इन-स्टोर व्यावसायियों के लेन-देन में वृद्धि होने के कारण वित्तवर्ष 21 की शेष अवधि में हमारा जी.एम.वी. लगातार बढ़ा है। कोविड-19 की दूसरी लहर से प्रभावित, वित्तवर्ष 22 की पहली तिमाही के दौरान भी, हमें जी.एम.वी. में निरंतर वृद्धि प्राप्त हुई," कंपनी ने अपने डी.आर.एच.पी. में यह बात कही है।
इस कंपनी की डी.आर.एच.पी. के अनुसार, वृद्धि के लिए कंपनी का पूरा ध्यान उपभोक्ता से व्यावसायी तक हुए लेन-देन पर बना हुआ है। दरअसल, इस कंपनी का जी.एम.वी. प्रति एम.टी.यू. (मंथली ट्रांसैटिंग यूज़र) कोविड से पहले के स्तरों को भी पार कर गया है - जो वित्तवर्ष 20 की तीसरी तिमाही में Rs 6,959 की तुलना में वित्तवर्ष 22 की पहली तिमाही में Rs 9719 पहुँच गया है।  
लाभ पर केंद्रित व्यावसायिक मॉडल का निर्माण करने पर पेटीएम के द्वारा ध्यान दिए जाने के कारण यह वृद्धि संभव हुई है। इसके परिणामस्वरूप, कोविड-19 महामारी के बावजूद इसके व्यावसायिकों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो वित्तवर्ष 19 में 11.2 मिलियन से बढ़कर वित्तवर्ष 20 में 16.3 मिलियन से वित्तवर्ष 21 में 21.1 मिलियन हो गई है।
इसके डी.आर.एच.पी. के अनुसार, व्यावसायियों के लिए पेटीएम की सर्वोच्च प्रस्तुतियाँ हैं", (i) पेमेंट सेवाओं का एक संपूर्ण संग्रह, और (ii) अपने व्यवसायों को बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी आधारित समाधान और उनके पेमेंट्स में हमारा हिस्सा।




Thanks&Regards,
Chandan Chadda
Chandigarh
Activepr
M: 9876363844
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