By 121 News
Chandigarh Dec. 16, 2020:- क्या आप गारंटी के साथ कह सकते हैं कि आप सौ फीसदी शुद्ध शहद का सेवन कर रहे हैं। हाल ही में उपभोक्ताओं के मन में शहद की गुणवत्ता को लेकर तरह-तरह की आशंकाएं उत्पन्न होने लगी हैं। इस तरह की आशंकाओं को दूर करने के लिए सबसे भरोसेमंद ब्रांड सफोला ने एक रास्ता निकाला है। ब्रांड ने इंतजाम किया है कि उपभोक्ता खरीदी गई शहद की हर बोतल के साथ सफोला हनी सर्टिफिकेट ऑफ प्योरिटी हासिल करें ताकि वे आश्वस्त हो सकें कि उन्होंने गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया है।
संजय मिश्रा, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, इंडिया सेल्स और चीफ एक्जीतक्यूटिव ऑफिसर, न्यू बिजनेस, मैरिको लिमिटेड ने कहा कि सफोला हनी के प्रत्येक बैच का स्वतंत्र रूप से एनएमआर (न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेन्स) तकनीक से परीक्षण किया जाता है जो दुनिया के सबसे उन्नत परीक्षणों में से एक है और जर्मनी की प्रयोगशालाओं में सर्वश्रेष्ठ टेक्नोणलॉजी है। हम पारदर्शिता में विश्वास करते हैं और हमारी परीक्षण प्रक्रियाओं एवं परिणामों के बारे में अपने ग्राहकों को आश्वऑस्तन करना चाहते हैं। उपभोक्ताओं को सफोला हनी सर्टिफिकेट ऑफ प्योरिटी पाने में सक्षम बनाकर हम विश्वसनीयता, गुणवत्ता आश्वासन और सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति हमारी निरंतर प्रतिबद्धता को मजबूत कर रहे हैं ।
सफोला हनी जो पूरी तरह से भारतीय मधुमक्खी पालकों से प्राप्त होता है, यूएसएफडीए पंजीकृत संयंत्र में अत्याधुनिक तकनीक के साथ तैयार किया जाता है। इसमें गुणवत्ता की कड़ी जांच सुनिश्चित होती है। यह संयंत्र एफएसएसएआई (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया) द्वारा निर्धारित अनिवार्य गुणवत्ता मानकों में से प्रत्येक का पालन करता है। सफोला गारंटी देता है कि सफोला हनी का हर बैच एनएमआर (न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेंस) टेस्टेरड है जो दुनिया में सबसे उन्नत परीक्षणों में से एक है और शहद में मिलावट का पता लगाने के लिए गोल्डे-स्टैटण्डीर्ड माना जाता है।
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