Monday, 9 November 2020

प्रशासन द्वारा पटाखों पर पाबंदी के खिलाफ पटाखा विक्रेता कोर्ट में दाखिल करेंगे याचिका

By 121 News

Chandigarh Nov. 09, 2020:- चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा इस साल दिवाली पर्व के मौके पर चंडीगढ़ में पटाखे बेचने और चलाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से ऐसा फैसला पटाखे चलाने से फैलने वाले प्रदूषण और कोरोना संक्रमण को लेकर लिया गया है।

वहीँ चंडीगढ़ में पटाखे विक्रेताओं का कहना है कि प्रशासन की ओर से एकाएक ऐसा निर्णय लेकर उनके साथ धोखा किया गया है। चंडीगढ़ क्रेकर्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट अनुसार जब प्रशासन जानता था कि पटाखों से प्रदूषण फैलेगा और कोरोना संक्रमण है तो फिर स्टॉल लगाने के लिए ड्रॉ क्यों निकाला गया।

एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि ड्रॉ निकालने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन सभी पटाखा विक्रेताओं ने पटाखे खरीदने के लिए लाखाें रुपए पटाखों के थोक विक्रेताओं को एडवांस में दे कर बुकिंग करवा दी थी, जो अब वापस नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि वो प्रशासन के इस एक तरफा निर्णय के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर कर रहे हैं ताकि उन्हें न्याय मिल सके।

इससे पहले चंडीगढ़ व्यापार मंडल ने प्रशासक को लेटर भेज कर मांग की थी कि पाबंदी के फैसले पर फिर से विचार करने की मांग की। शहर की आम आदमी पार्टी की ओर से एडवाइजर मनोज परिदा को एक लेटर भेजा है जिसमें उन्होंने भी पटाखों की सेल को मंजूरी देने के लिए मांग की है।

वहीँ इस सिलसिले विभिन्न राजनैतिक पार्टियों द्वारा भी प्रशासन के इस फैसले का विरोध किया जा रहा है। राजनेताओं द्वारा इस बारे में पटाखा विक्रेताओं को सहयोग और समर्थन दिया जा रहा है और प्रशासन से अपने फैसले पर पुनर्विचार की मांग की जा रही है। राजनेताओं का मत है की जब प्रशासन ने ऐसा ही फैसला लेना था तो फिर ड्रा निकाला ही क्यों गया और पटाखा विक्रेताओं से फीस क्यों जमा करवाई गई।

वहीँ प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा ने स्पष्ट कर दिया है कि इस सिलसिले में पटाखों से होने वाले प्रदूषण और कोरोना संक्रमण कि गंभीरता को देखते हुए ही फैसला लिया गया है। दूसरे राज्यों की तर्ज़ पर पटाखे चलने के 02 घंटे की छूट के बारे में प्रशासन कोई चर्चा नहीं कर रहा है ।

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