Wednesday, 4 December 2024

फोर्टिस मोहाली ने 81 वर्षीय मरीज पर सफलतापूर्वक ट्रांसकैथेटर माइट्रल वॉल्व किया रिप्लेसमेंट

By 121 News
Chandigarh, Dec.04, 2024:-- फोर्टिस अस्पताल, मोहाली ने 81 वर्षीय एक मरीज पर ट्रांसकैथेटर माइट्रल वाल्व रिप्लेसमेंट (टीएमवीआर) प्रक्रिया सफलतापूर्वक की है, जो उन्नत कार्डियक केअर में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। मरीज को गंभीर माइट्रल रेगुर्गिटेशन (हृदय की एक ऐसी स्थिति जो तब होती है जब माइट्रल वाल्व ठीक से बंद नहीं होता है, जिससे रक्त हृदय के ऊपरी कक्ष में पीछे की ओर प्रवाहित होता है) का पता चला था, वह सांस फूलने और थकान जैसे लक्षणों से जूझ रहा था, और दवाओं से उसे सीमित राहत मिल रही थी। माइट्रल वॉल्व को बदलना सामान्य हृदय कार्य को बहाल करने का एकमात्र विकल्प बन गया।

डॉ. अरुण कोचर, एडिशनल डायरेक्टर कार्डियोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली ने अपनी टीम के साथ मिलकर इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक किया, जिसमें क्षतिग्रस्त माइट्रल वाल्व को बायोप्रोस्थेटिक वाल्व (पोर्सिन टिशू, बोवाइन पेरीकार्डियम या मानव ऊतक जैसी जैविक सामग्रियों से बना हार्ट वाल्व रिप्लेसमेंट) से बदलने के लिए अत्याधुनिक टीएमवीआर तकनीकों का उपयोग किया गया। एक छोटे से चीरे के माध्यम से कैथेटर का उपयोग करके की गई इस मिनिमल इनवेसिव प्रोसीजर ने ओपन-हार्ट सर्जरी की आवश्यकता को समाप्त कर दिया, जिससे दर्द और रिकवरी का समय कम हो गया।

यह तकनीक उन मरीजों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो बहुत कमजोर हैं या जिनकी अन्य स्वास्थ्य समस्याएं ओपन-हार्ट सर्जरी को जोखिम भरा बनाती हैं। टीएमवीआर का उपयोग लीक माइट्रल वॉल्व या एक कठोर वॉल्व का इलाज करने के लिए किया जा सकता है जो ठीक से नहीं खुलता। मरीज और उनके परिवार को इस प्रक्रिया की सुरक्षा और प्रभावशीलता के बारे में विस्तार से समझाया गया। प्रक्रिया के बाद, मरीज में उल्लेखनीय सुधार देखा गया, उनकी हृदय क्रिया स्थिर हो गई और वे अपनी दैनिक गतिविधियों में लौट आए।

इस मामले पर टिप्पणी करते हुए, डॉ. कोचर ने बताया कि टीएमवीआर बुजुर्ग मरीजों के लिए एक परिवर्तनकारी प्रक्रिया है, जो गंभीर माइट्रल वॉल्व रोग से पीड़ित हैं। आधुनिक चिकित्सा प्रगति हमें सुरक्षित, कम इनवेसिव उपचार प्रदान करने में सक्षम बनाती है, जो तेजी से रिकवरी और बेहतर परिणाम देती है। यह प्रक्रिया उन लोगों के लिए एक आशाजनक विकल्प है, जिनके पास पहले सीमित उपचार विकल्प थे, जिससे वे स्वस्थ और आरामदायक जीवन जी सकें।

फोर्टिस मोहाली एडवांस्ड कार्डियक केअर में नए मानक स्थापित करता रहता है और जटिल हृदय स्थितियों के इलाज में इनोवेशन और एक्सेलेंसी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पुनः पुष्टि करता है।

Tuesday, 3 December 2024

सामाजिक न्याय को नकारने के लिए गढ़ा गया राष्ट्रविरोधी नारा “बटेंगे तो कटेंगे

By 121 News
Chandigarh, Dec.04, 2024:--भारतीय जनता पार्टी देश को धर्म के आधार पर बांटने के लिए दशकों से एक घृणास्पद और सांप्रदायिक मुहिम चला रही है। लेकिन जैसे-जैसे जनता को असलीयत समझ आ रही  है, इस संविधान विरोधी मुहिम का  असर कमज़ोर पड़ता जा रहा है। इसलिए अब भाजपा की हताशा स्पष्ट नज़र आ रही है। सत्ता पर काबिज बने रहने की ललक में उसे अब और अधिक आक्रामक और उग्रवादी रुख अपनाने पर मजबूर होना पड़ा है। 

इसी के चलते उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने एक भड़काऊ नारा "बटेंगे तो कटेंगे" गढ़ने का काम किया है, जिसका अर्थ है कि अगर आप एकजुट नहीं रहेंगे, तो आपको काट दिया जाएगा। 

नारा बनाने वालों ने शुरू में यह स्पष्ट नहीं किया कि एकजुट रहने का आह्वान किसको किया गया था और उनके तथाकथित काटने वाले की पहचान भी नहीं बताई गई थी। बहुत से लोगों ने अनुमान लगा लिया कि नारे के द्वारा संभवतः सभी धर्मों को मानने वाले 140 करोड़ भारतीयों को बाहरी दुश्मनों से खतरों का मुकाबला करने के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया गया था। लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं था। अक्टूबर 2024 में जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह नारा केवल हिंदुओं को गैर हिन्दुओं द्वारा पेश खतरे का सामना करने के लिए एकजुट होने के लिए प्रेरित करता है, तो इसको गढ़ने के पीछे भाजपा की देश का साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने की साजिश की पोल खुल गई। 

बेशक "बटेंगे तो कटेंगे" का नकारात्मक और विभाजनकारी नारा यही दर्शाता है कि भाजपा बहुसंख्यक समुदाय में डर की झूठी भावना पैदा करने का काम कर रही है। हालाँकि अभी तक भाजपा के शीर्ष नेताओं ने सीधे तौर पर उन संगठनों या समुदायों के नाम घोषित नहीं किए हैं जो उनके अनुसार कथित रूप से काटने-पीटने का काम कर सकते हैं, लेकिन दत्तात्रेय होसबोले के बयान ने काफ़ी कुछ स्पष्ट कर दिया है। कोई भी समझदार व्यक्ति आसानी से यह निष्कर्ष निकाल सकता है कि एक साजिश के तहत भाजपा देश के सभी गैर-हिंदू अल्पसंख्यकों यानी सिख, मुस्लिम, ईसाई, जैन, बौद्ध और अन्य गैर-हिंदू समूहों को बहुसंख्यक समुदाय का विरोधी बता कर उन्हें अकारण ही निशाना बनाने की कोशिश कर रही है। इस से यह स्पष्ट होता है कि भाजपा का "बटेंगे तो कटेंगे" का विध्वंसात्मक नारा न केवल बहुसंख्यक समुदाय को डराने की एक कोशिश है बल्कि देश के सभी अल्पसंख्यक समुदायों पर निराधार आरोप लगा कर देश में साम्प्रदायिक वैमनस्य पैदा करने का एक षडयंत्रकारी प्रयास है। इसके अलावा, भाजपा का यह नारा में देश की एकता और अखंडता और मूल संवैधानिक मूल्यों को भी भारी नुकसान पहुंचा सकता है। इसी तरह से यह नारा "विविधता में एकता" के हमारे लोकाचार और हमारे गौरवशाली स्वतंत्रता संग्राम की भावना को भी गंभीर रूप से कमजोर करता हैं। सच तो यह है कि हमारे लोकतंत्र के लिए देश की कुल आबादी के 80% हिस्से वाले बहुसंख्यक समुदाय को अल्पसंख्यकों के खिलाफ खड़ा करने के भाजपाई प्रयास से ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण कुछ हो ही नहीं सकता।

प्रधानमंत्री को देशहित में "बटेंगे तो कटेंगे" जैसे षडयंत्रकारी नारों की कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए थी पर दुर्भाग्य से वह स्वयं और उनके साथ भाजपा के अन्य मंत्री,  मुख्यमंत्री भी साम्प्रदायिक उन्माद को भड़काने वाले ऐसे नारों का धड़ल्ले से प्रयोग कर रहे हैं, जो देश के लिए शुभ संकेत नहीं है। प्रधानमंत्री और भाजपा को यह समझना चाहिए कि बहुसंख्यक समुदाय के बीच भय फैलाने के लिए निराधार प्रचार देश की एकता, अखण्डता और लोकतंत्र को कमज़ोर कर देगा। 

ऐसा प्रतीत होता है कि नकारात्मकता से ओत प्रोत यह ज़हरीला नारा श्री राहुल गांधी द्वारा देश हित में ज़ोरदार तरीके से उठाए जा रहे 'सामाजिक न्याय' के शक्तिशाली मुद्दे का मुकाबला करने के लिए भाजपा का हताशा भरा प्रयास है। भारत में चुनी हुई किसी भी सरकार का संवैधानिक दायित्व है कि वह समाज के सभी वर्गों को समान अवसर प्रदान कर सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए ठोस काम करे। जब श्री राहुल गांधी ने महसूस किया कि भारत में अधिकांश जातियां और समूह शिक्षा और रोजगार के अवसरों से वंचित हैं और नौकरियों और व्यवसायों का बड़ा हिस्सा कुछ विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के पास चला जाता है तो उन्होंने समाज के पिछड़े, दलित, आदिवासी, किसान, मजदूर, गरीब और अन्य पिछड़े वर्गों को न्याय, सम्मान और अवसरों की समानता के अधिकार सही मायनों में दिलाने का बीड़ा उठाया। श्री राहुल गांधी समझ गए हैं कि सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए अतीत की सरकारों द्वारा लगातार की गईं सकारात्मक कार्रवाइयाँ वांछित लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर पाई है। इसलिए इस दिशा में कुछ और कदम उठाने की ज़रूरत है। इस दिशा में पहला काम जाति आधारित जनगणना करना है, जिससे वंचित लोगों के एक बड़े हिस्से की सामाजिक और आर्थिक समस्याओं का पता चलेगा। इसके अलावा श्री राहुल गांधी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण की 50% सीमा को बढ़ाने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं। इसके साथ साथ वे समाज के सभी वर्गों के बीच देश की  पूंजी और संसाधनों का समान वितरण सुनिश्चित करने के लिए लगातार लड़ाई लड़ रहे हैं। 

 राहुल गांधी द्वारा जातीय जनगणना और सामाजिक न्याय के लिए उनका संघर्ष संविधान के अनुच्छेद 14 में वर्णित समानता के मौलिक अधिकार के प्रावधानों के अनुरूप है, जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि समान लोगों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए लेकिन असमान लोगों के साथ ऐसा किया जाना उचित नहीं होगा। भारत के संविधान का अनुच्छेद 14 लोगों के उचित वर्गीकरण की अनुमति देता है। यह एक कानूनी सिद्धांत है जो असमान स्थिति वाले लोगों को एक तर्कसंगत अंतर के आधार पर समूहीकृत करके निष्पक्ष और न्यायपूर्ण व्यवहार सुनिश्चित करता है। इसलिए संविधान सामाजिक रूप से सभी पिछड़े और दबे कुचले लोगों और महिलाओं के उत्थान के लिए विशेष योजनाएं बनाए जाने की बात करता है।

इसमें कोई शक नहीं है कि सामाजिक न्याय की अवधारणा भाजपा को मंज़ूर नहीं है। भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश के दलित और वंचित लोगों समेत आमजनों के बड़े हिस्से को बाहर रख कर "मनु स्मृति" की तर्ज पर 'विशेषाधिकार प्राप्त संभ्रांत और अमीर' लोगों का एक छोटा लेकिन शक्तिशाली वर्ग बनाना चाहती है। इनका लक्ष्य एक ऐसे समाज का निर्माण करना है, जहाँ देश के संसाधनों तक केवल कुछ अमीर लोगों की ही पहुँच हो और बाकी करोड़ों लोग सत्ताधीषों की दया पर जीने के लिए मजबूर हों। यही भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मौलिक दर्शन है, जो पिछले 10 वर्षों में भाजपा सरकारों द्वारा अपनाई गई दिशा से भी स्पष्ट होता है।

सौभाग्य से लोग अब भाजपा के आमजन विरोधी और अधिनायकवादी दृष्टिकोण से विमुख  हो रहे हैं। इसके विपरीत वह श्री राहुल गांधी के समतावादी और वंचित और दबे कुचले लोगों के प्रति उनके स्वार्थ रहित प्रयासों की तरफ आशा भरी दृष्टि से देख रहे हैं। साथ साथ समाज के सभी वर्गों के हक में कांग्रेस पार्टी के ज़ोरदार अभियान को भी आम जनता पसंद कर रही हैं। इन सब से भाजपा के नेतृत्व की नींद उड़ी हुई है। इसी उलझन से बाहर निकलने के लिए हताश भाजपा बहुसंख्यक समुदाय में डर का झूठा भाव पैदा करने के उद्देश्य से ज़हरीले और सांप्रदायिक नारों को अपनाने के लिए मजबूर है। भाजपा को ऐसा लगता है कि अगर वह अपनी नापाक योजना में सफल हो गई तो बहुसंख्यक समुदाय देश, समाज और संविधान को भूल कर धर्म के नाम पर वोट दे सकता है। ऐसे विभाजनकारी उद्देश्य को हासिल करने के लिए ही पार्टी ने "बटेंगे तो कटेंगे" जैसा राष्ट्र-विरोधी और संविधान-विरोधी नारा दिया है। यह वास्तव में दुखद बात है कि भाजपा नेताओं को इस बात की कोई चिंता नहीं है कि उनके इस तरह के बयानों से भारत के सामाजिक और राजनीतिक ताने बाने को कितना गम्भीर नुकसान हो रहा है।

हालांकि देश का हर समझदार व्यक्ति अब यह समझने लग गया है कि भाजपा चंद वोट हासिल करने के लिए कितना खतरनाक खेल खेल रही है। मतदाता आज यह भी समझ रहे हैं कि भाजपा इस तरह के राष्ट्र-विरोधी नारों के माध्यम से देश की एकता, अखंडता और इसके लोकतांत्रिक स्वरूप को नुकसान पहुंचा रही है और उसकी साम्प्रदायिक नीतियों से भारत के नाज़ुक सामाजिक ताने-बाने में कितनी गहरी दरारें पैदा हो रही हैं। नतीजतन, सही सोच वाले ऐसे सभी नागरिक, जो भारत के लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और बहुलतावादी स्वरूप का सम्मान करते हैं, भाजपा और उसकी समर्थक संस्थाओं द्वारा संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ के लिए फैलाए जा रहे खतरनाक सांप्रदायिक जहर से चिंतित हैं। 

इसलिए यह जरूरी और वांछनीय है कि भविष्य के सभी चुनावों में भारत के विवेकशील मतदाता संविधान और उसमें निहित समानता, सामाजिक और आर्थिक न्याय के अधिकारों, कानून के शासन और  संसदीय लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए और इसके अलावा विविधता में एकता के अपने लोकाचार को संबल प्रदान करने के लिए मुखर हो कर मतदान करें। 

स्मार्टडेटा एंटरप्राइजेज ने जीता टाई चंडीगढ़ क्रिकेट लीग 2024 का खिताब

By 121 News
Chandigarh, Dec.03, 2024:-- टाई चंडीगढ़ क्रिकेट लीग 2024 में स्मार्टडेटा एंटरप्राइजेज ने रोमांचक फाइनल मुकाबले में खिताब अपने नाम किया। यह लीग टाई चंडीगढ़ के सोशल एंड हेल्थ वेलबीइंग प्रोग्राम के तहत आयोजित की गई थी, जिसमें उद्यमियों और पेशेवरों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ-साथ समुदाय को एकजुट करने का उद्देश्य था।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंजाब के उद्योग मंत्री सरदार तरुणप्रीत सिंह सोंध ने अपनी उपस्थिति से आयोजन की शोभा बढ़ाई। अपने संबोधन में उन्होंने टाई चंडीगढ़ द्वारा आयोजित इस वार्षिक क्रिकेट लीग की सराहना की और इसे उद्यमिता और टीम भावना को प्रोत्साहित करने वाला बताया। उन्होंने राज्य में उद्यमिता और औद्योगिक विकास को सशक्त बनाने के लिए सरकार की पहल पर प्रकाश डालते हुए इंवेस्ट पंजाब पोर्टल की उपलब्धियों को साझा किया। यह पोर्टल 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में शीर्ष पर है, और जिस पर 55,000 से अधिक उद्यमियों ने पंजीकरण किया है, जो पूरे भारत में सबसे अधिक है। उन्होंने आगामी नई आईटी पॉलिसी की भी घोषणा की, जिसे 31 मार्च 2025 तक लागू किया जाएगा, जिससे 50,000 से अधिक नौकरियां सृजित होंगी। इसके अलावा, औद्योगिक विवादों के समाधान के लिए वन-टाइम सेटलमेंट स्कीम की भी घोषणा की गई।

सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले के मुख्य आकर्षण:--
लीग की शुरुआत दो रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबलों से हुई। पहले सेमीफाइनल में लीडिंग एज इंफो सॉल्यूशंस ने साइब्रेन सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस को हराया। साइब्रेन ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 114 रन बनाए, जिसमें गजय पटियाल (42 रन) और शिवांश कथूरिया (33 रन) का महत्वपूर्ण योगदान रहा। लीडिंग एज ने यह लक्ष्य 7 विकेट से हासिल कर लिया।

दूसरे सेमीफाइनल में हार्टेक इंडियंस और स्मार्टडेटा एंटरप्राइजेज के बीच मुकाबला हुआ। स्मार्टडेटा ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 149 रन बनाए, जिसमें किशोरी लाल (87 रन) और देवेन्द्र रावत (28 रन) का योगदान रहा। हार्टेक इंडियंस ने शानदार खेल दिखाया लेकिन 1 रन से हार गई।

फाइनल मुकाबले में लीडिंग एज इंफो सॉल्यूशंस और स्मार्टडेटा एंटरप्राइजेज आमने-सामने थे। स्मार्टडेटा ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 143 रन बनाए, जिसमें किशोरी लाल (49 रन) और शशि भूषण (47 रन) का योगदान रहा। लीडिंग एज ने कड़ी टक्कर दी लेकिन 135 रन पर ऑल आउट हो गई, जिससे स्मार्टडेटा ने 8 रन से जीत दर्ज की। शशि भूषण को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।

सेलिब्रिटी मैच और महिला टीम का योगदान
फाइनल से पहले एक सेलिब्रिटी मैच का आयोजन किया गया, जिसमें टाई प्रेसिडेंट 11 और टाई फाउंडर्स 11 के बीच मुकाबला हुआ। टाई प्रेसिडेंट 11 ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 110 रन बनाए। टाई फाउंडर्स 11 इस लक्ष्य का पीछा करते हुए 99 रन ही बना पाई। इस आयोजन में महिला टीम के बीच भी एक मुकाबला हुआ, जिसने समावेशिता और लैंगिक समानता को प्रोत्साहित किया।

सम्मान और पुरस्कार वितरण
फाइनल के बाद सम्मान समारोह में विजेता टीम को गोल्ड मेडल और ट्रॉफी से नवाजा गया, जबकि उपविजेता टीम को सिल्वर मेडल प्रदान किए गए।

मैन ऑफ द सीरीज: होनिश उप्पल (लीडिंग एज)
सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज: देवेन्द्र रावत (स्मार्टडेटा)
सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज: शशि भूषण (स्मार्टडेटा)
अधिकतम छक्के: गौरव (हार्टेक इंडियंस)
इस आयोजन के सफल संचालन के लिए टाई चंडीगढ़ के अध्यक्ष सतीश कुमार अरोड़ा, उपाध्यक्ष पुनीत वर्मा, और महासचिव ब्रह्म अलरेजा को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। साथ ही सभी प्रायोजकों और प्रतिभागियों को उनकी भूमिका के लिए धन्यवाद दिया गया।

टाई चंडीगढ़ क्रिकेट लीग 2024 सिर्फ एक खेल आयोजन नहीं था, बल्कि यह टाई चंडीगढ़ के सोशल एंड हेल्थ वेलबीइंग प्रोग्राम का हिस्सा था, जो टीम भावना, स्वास्थ्य और समावेशिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।

Monday, 2 December 2024

ज्योतिष सम्मेलन में विख्यात हस्तरेखा और फेस रीडर आचार्य नवदीप विशेष शिरोमणि पुरस्कार से सम्मानित 

By 121 News
Chandigarh, Dec.02, 2024:--ज्योतिष विद्या के प्रचार प्रसार के उद्देश्य से ज्योतिषाचार्य गुरप्रीत बख्शी  द्वारा एक ज्योतिष स्मलेन का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से ज्योतिष आचार्यों ने अपनी उपस्थिति 
दर्ज करवा लोगों की समस्यायों का ज्योतिष उपाय बताए। 
वहीं इस दौरान आयोजको द्वारा ज्योतिष के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए विख्यात हस्तरेखा और फेस रीडर आचार्य नवदीप सम्मानित को विशेष शिरोमणि पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  इस अवसर पर ज्योतिष जगत की महान विभूतियां ज्योतिष सम्राट जी डी वशिष्ठ और अनिल वत्स भी उपस्थित थे।
   ज्योतिष सम्मेलन के दौरान ज्योतिषाचार्यों ने लोगों की घर परिवार, घरेलू कलह क्लेश, बच्चों के स्वास्थ्य- भविष्य को लेकर समस्यायों का उपाय बताया।

Škoda Auto India Announces Value Pricing Across the Kylaq Range; Bookings Opens

By 121 News

Chandigarh, Dec. 2, 2024:-- Škoda Auto India's first-ever foray into the sub-4m SUV segment, the Kylaq, is now out with its entire range of variants and pricing. The Kylaq will come in four variant options - Classic, Signature, Signature+ and Prestige. The SUV has a starting price of INR 7.89* lakh for the Kylaq Classic trim. The top-of-the-line Kylaq Prestige AT will be on sale at INR 14,40,000 lakh. Moreover, the first 33,333 customers will get a complimentary 3-year Standard Maintenance Package (SMP). Bookings for the Kylaq open today at 4pm with deliveries to begin on January 27, 2025. Kylaq has seen a great response already, with over 160,000 expressions of interest across Kylaq hand-raisers, Kylaq Club members and dealer enquiries.

 

Petr Janeba, Brand Director, Škoda Auto India said that the all-new Kylaq marks the advent of a New Era for the Škoda brand in India. Škoda Kylaq will be a gamechanger not just for us, but for the segment, and will democratise European technology on Indian roads, alongside redefining the customer experience. We have announced the best-in-segment ownership experience for the first 33,333 customers. Kylaq has generated tremendous excitement and buzz through 2024, which reached its peak at the world premiere in November. This SUV comes with global design cues, unmatched driving dynamics, uncompromising safety, a host of features, a spacious and functional interior which is matched by value pricing across the range. We are confident that Kylaq will further our goal of entering newer markets, bringing new customers into the Škoda family and strengthening our brand presence in India.

 

Options galore

The Kylaq is available with a choice of two transmissions, four variants and seven colours at launch. It is powered by the high-performance, efficient and reliable 1.0 TSI engine, producing 85kW of power and 178Nm of torque, with the option of a six-speed manual or a six-speed torque converter automatic. Customers can choose between four variants – Classic, Signature, Signature+ and the top-of-the-line Prestige. There are seven colours on offer – Tornado Red, Brilliant Silver, Candy White, Carbon Steel, Lava Blue, Deep Black and the Kylaq exclusive Olive Gold.

 

Classic value

Even with the Classic variant, which constitutes the entry point into the Kylaq and the Škoda family, customers get six airbags and over 25 active and passive safety features as standard. Safety like Anti-lock Braking System, Electronic Brakeforce Distribution, Electronic Stability Control, six airbags, tilt and reach adjustment for the steering wheel, head restraints and three-point seat belts for all five seats, electric mirrors, rear Park Distance Control, driver's dead pedal, automatic speed sensitive central locking, and full LED lighting are standard among other features.

 

Signature in detail

While the Classic is heavily equipped with safety and convenience, the Kylaq's Signature variant adds features like tyre pressure monitoring, Cruise Control, R16 Alloys, wired Android Auto and Apple Carplay, cooled glovebox, USB-C sockets, a 17.7cm (7-inch) Škoda Touch Infotainment System, Multifunctional Steering Wheel, adjustable rear AC vents and more.

 

Signature+ furthers value

The Signature+ offers nearly everything you'd expect from a top-of-the-line variant while offering the value of a mid-variant.  The much sought after Wireless Android Auto and Apple Carplay is available in this variant, as is the 25.6cm (10.1-inch) Škoda Touch Infotainment System. This trim also offers the 20.32cm (8-inch) Virtual Cockpit for the driver. Also available are a rear-view camera, Climatronic climate control system, Automatic headlamps, Hill-Hold Control, a sustainable Bamboo-fibre infused dashboard pad, electrically folding exterior mirror with car-lock among others.

 

Prestige at the top

 

The top-of-the-line Prestige is the Kylaq for customers who want every feature in their SUV. This top-drawer variant of the Kylaq is equipped with an electric sunroof with anti-pinch technology, R17 dual tone alloy wheels, auto headlamps and wipers, LED foglamps with cornering function, Škoda Crystalline LED Projector Headlamps, Ambient Interior lighting in addition to other features. Like the first-in-segment six-way electrically adjustable front seats with seat ventilation. Also, while all variants from the Signature and up have the option of a six-speed torque converter automatic, the Prestige offers steering-mounted paddle-shifters for spontaneous manual gearshifts.

 

Segment-best ownership

In addition to this wide array of variants offering a balance of value and technology with no compromise on safety, the first 33,333 customers who book the Kylaq will receive a complimentary 3-year Standard Maintenance Package. This package effectively brings the maintenance cost of the Kylaq down to Rs 0.24 per kilometre making it the vehicle with the lowest maintenance cost in its segment.

 

In addition, the Kylaq also offers a 3-year/100,000kms whichever earlier, standard warranty. Along with this, Kylaq also offers six-year anti-corrosion warranty as standard across the range. This SUV, like the Kushaq and Slavia, is based on the MQB-A0-IN platform. It was developed jointly by teams in India and the Czech Republic with an eye on low maintenance costs, while retaining Škoda's traditional qualities of dynamics and safety.

 

 

Kylaq

Price INR (Ex- Showroom)

1.0 TSI MT

1.0 TSI AT

Classic

₹ 7,89,000

-

Signature

₹ 9,59,000

₹ 10,59,000

Signature+

₹ 11,40,000

₹ 12,40,000

Prestige

₹ 13,35,000

₹ 14,40,000

Fostering Innovation and Leadership with CreatiVelo 2024 at CGC Mohali

By 121 News

Mohali, Dec.02, 2024:--Chandigarh Group of Colleges Mohali organized CreatiVelo 2024, dedicated to nurture creativity, innovation, and sustainability. The event saw the enthusiastic participation of over 400 students from 12 prestigious universities, provided a vibrant platform for showcasing ingenuity and addressing critical global challenges such as SDG 1 (No Poverty), SDG 5 (Gender Equality), and SDG 13 (Climate Action).

The event featured 44 Action Teams and 28 campaigns, collectively engaging over 30,000 individuals and emphasizing the power of youth-driven solutions. Through creative micro-donation campaigns, participants brought awareness to pivotal issues, demonstrating their commitment to fostering a sustainable future.

A significant highlight of the event was the active involvement of industry visionaries, who inspired participants with their insights and expertise. Students benefited from hands-on problem-solving opportunities and expanded their professional networks, preparing themselves for leadership roles in a rapidly evolving global landscape.

The Managing Director of CGC Mohali, Arsh Dhaliwal informed at the moment that CGC Mohali emerged as a hub for experiential learning, where students collaborated on innovative solutions to real-world problems. Participants refined their creativity, leadership, and teamwork skills, while engaging directly with industry leaders and exploring entrepreneurial opportunities. He further added that CreatiVelo 2024 underlines CGC Mohali's unwavering dedication to holistic education, emphasizing the importance of creativity, sustainability, and entrepreneurship.

Army Service Corps and Rajasthan Polo Club Emerged Winners on the Opening day of Maharaja Ranjit Singh National Polo Tournament.

By 121 News

Chandigarh, Dec.02, 2024:--The Army Service Corps (ASC) and Rajasthan Polo Club won their inaugural matches on the opening day of the Maharaja Ranjit Singh National Polo Trophy being played at Chandigarh Polo Club, Khuda Lahora under the aegis of Indian Polo Association (IPA)

Army Service Corps (ACS) kicked off their campaign on a winning note when they outclassed Hyderabad Polo and Riding Club (HPRC) 8 - 4.5. Sepoy Mukesh Gurjar of Supply Corps, the top scorer with four excellent goals controlled the game for Services while Sepoy Ravinder Mang smashed three targets to the goal post. Major Qaramat Ali scored one goal. Salim Azmi managed three goals for the losing side.

Earlier, Rajasthan Polo Club (RPC) defeated host Chandigarh Polo Club (CPC) 12.5 - 4. Col Manoj Dewan gave Chandigarh a excellent start by scoring a goal in the very first minute of the play. Hosts faced a masive blow with the injury of their key rider Jitendra Singh in the same round. RPC made a comeback in the second round with the trio of Shubham Gupta, Alan Shaun Michael and Yuvraj Singh Ranawat  At the end of the second round, RPS was in the commanding position with a score line of 9-3. Despite the best efforts of Dilpreet Singh Sidhu and Col Diwan, CPC lost the match 12.5 - 4 after the third and final round. Shubham Gupta scored the highest eight goals while Alan scored four. Col Diwan scored three goals for the losing side.

Season will witness the General Zorawar Singh Trophy matches for Young Riders scheduled on Tuesday. Host Chandigarh will take on neighbouring Panchkula in the opening encounter. Meanwhile Remount and Veterinary Corps will play against 61 Cavalry on the second day of the Maharaja Ranjit Singh Trophy while Army Service Corps will lock horns against Hyderabad Polo and Riding Club.