आदरणीय कुमारी जी ने आगे कहा कि जिस प्रकार लाईट का स्विच आन करते ही कमरे में प्रकाश हो जाता है और अन्धेरा तुरन्त समाप्त हो जाता है इसी प्रकार यदि इन्सान को पूर्ण सत्गुरू की शरण मिल जाए तो फिर परमात्मा की जानकारी में भी देरी नहीं लगती। ऐसी ही कृपा वर्तमान सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज द्वारा संसार के कोने कोने में जाकर की जा रही है और इन्सान के मनों में नफरत, निन्दा, वैर, ईर्ष्या रूपी अन्धकार को समाप्त कर मानवीय गुणरूपी प्रकाश का वास किया जा रहा है ।
घरों को स्वर्ग बनाने में महिलाओं के रोल की चर्चा करते हुए आदरणीय कुमारी जी ने कहा कि हमें घर में छोटे बड़े सभी सदस्यों के स्वभाव को समझना चाहिए और उनकी रूचि की ओर भी ध्यान देना चाहिए ताकि सास-बहु, मां-बेटी, ननद-भाभी आदि सभी का आपस में प्यार बना रहे। इसके अतिरिक्त हमें अपने बच्चों को बचपन से ही अध्यात्मिकता की ओर भी लेकर जाना चाहिए ताकि बड़े होकर वे एक अच्छे बच्चे, अच्छे नागरिक, एक अच्छे देश सेवक बन सकें ।
इससे पूर्व चंडीगढ़ जोन के ज़ोनल इन्चार्ज ओ पी निरंकारी ने दिल्ली से आये आदरणीय राज कुमारी जी तथा उनके साथ आये उनके पति आदरणीय नरेंद्र एवं उपस्थित श्रृद्धालुओं का धन्यवाद व स्वागत किया।
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