By 121 News
Chandigarh 28th March:- सोमवार को प्रख्यात रयात-बाहरा यूनिवर्सिटी (आरबीयू) को प्रो. (डॉ.) राज सिंह के रूप में नया वाइस चांसलर मिला। सेक्टर-27 स्थित चंडीगढ़ प्रेस क्लब में हुए आयोजन में रयात-बाहरा ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट्स (आरबीजीआई) के चेयरमैन गुरविंदर सिंह बाहरा भी पहुंचे। इससे पहले डॉ. राज सिंह गुडग़ांव स्थित जी.डी. गोएनका यूनिवर्सिटी, गुडग़ांव की ही अंसल यूनिवर्सिटी और ग्वालियर स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी के पहले वीसी रह चुके हैं। वह जयपुर स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी के वीसी और नोएडा स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी के प्रो-वीसी भी रह चुके हैं। वह नई दिल्ली स्थित अंसल एपीआई के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (एजुकेशन), नोएडा स्थित एमिटी बिजनेस स्कूल के डायरेक्टर जनरल और 1995 में आईसीएफएआई बिजनेस स्कूल की नई दिल्ली में शुरुआत से ही डायरेक्टर भी रहे। भारतीय वायु सेना में 14 साल सेवा करने के बाद 1994 में डॉ. राज सिंह ने शिक्षा क्षेत्र में कदम रखा था। इस अवसर पर प्रो. के.के.उप्पल, जे.एम.डी. आर.बी.जी.आई., डा. संदीप कौड़ा, प्रो-वी.सी., आर.बी.यू. विशेष तौर पर मौजूद थे।
इकोनॉमिक्स में विशारद और स्ट्रेटेजिक कॉस्ट मैनेजमेंट में डॉक्टरेट करने के बाद वह आईसीएफएआई के चार्टर्ड फाइनेंशियल एनेलिस्ट (सीएफए) प्रोग्राम के टॉपर रहे और उनका 35 साल का आदर्श करियर रहा है। फ्लेक्सिबल, इंटर-डिसिप्लिनरी और ट्रांस-डिसिप्लिनरी लर्निंग के समर्थक डॉ. राज सिंह को विश्व-स्तरीय उच्च शिक्षा की बेहतरीन समझ है और वह एक यूनीक लीडरशिप का तरीका अपनाते हैं जिसने देश की कुछ बेहतरीन यूनिवर्सिटीज को विकास की राह दिखाई।
डॉ. राज सिंह ने कहा कि इस पल को मैं एक बड़े मौके की तरह मानता हूं जहां मैं रयात-बाहरा यूनिवर्सिटी के बेहतरीन शिक्षा व्यवस्था के जरिए कई जिंदगियों को बेहतर बनाकर देश की तरक्की में अपना योगदान दे सकता हूं। मैं आरबीयू के हर सदस्य को मुझे इस बड़े परिवार का हिस्सा बनाने का शुक्रगुजार हूं।
इस मौके पर औपचारिक तौर पर गुरविंदर बाहरा ने डॉ. राज सिंह का रयात-बाहरा परिवार में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह हमारी खुशकिस्मती है कि डॉ. राज सिंह जैसे जीनियस हमारे मार्गदर्शक बने हैं। उनके नेतृत्व में हम रयात-बाहरा यूनिवर्सिटी का बेहतरीन भविष्य देख सकते हैं। इसके लिए हम सब उनके बहुत आभारी हैं।
डॉ. राज सिंह आईआईटी दिल्ली और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के विजिटिंग प्रोफेसर रह चुके हैं। वह कई संस्थानों और यूनिवर्सिटी विभागों, एजुकेशन प्रमोशन सोसायटी फॉर इंडिया (ईपीएसआई) के एडवाइजरी बोर्ड सदस्य और भारत सरकार की क्वॉलिटी कमिटी ऑन एजुकेशन ऑफ क्यूसीआई के वाइस चेयरमैन भी थे। वह निरंतर ही नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रेडिशन (एनबीए) की एक्सपर्ट कमिटी की अध्यक्षता करते हैं और वह राजस्थान साइंस कांग्रेस के पहले गवर्निंग काउंसिल सदस्य भी थे। स्कूल ऑफ एजुकेटर्स द्वारा उन्हें 2012 में एजुकेशन लीडर अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था।
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