By 121 News
Chandigarh 04th July:- सैक्टर 23 स्थित श्री महावीर मंदिर में ब्रह्मलीन श्री सतगुरू देव श्री श्री 108 श्री मुनि गौरवानंद गिरि जी महाराज की 29वीं पुन्य बरसी समारोह तथा श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के उपलक्ष्य में हजारों साधु संत और महात्माओं का आगमन हुआ। जिसका मंदिर कमेटी के सदस्यगणों ने उनका स्वागत किया।
इस दिन सुबह मंदिर परिसर से प्रभात फेरी आयोजित की गई जो कि इसी सेक्टर के विभिन्न स्थानों से होती हुई मंदिर में पहुंची जिसके बाद भव्य हवन किया गया। मंदिर में भव्य हवन के बाद विभिन्न कीर्तन मंडलियों द्वारा भजन कीर्तन किया गया।
देश के विभिन्न राज्यों से आये सभी साधु संत महात्माओं को मंदिर के पुजारी पं. दीप शर्मा ने तिलक लगाया और उनका अभिनंदन किया और उन सबकी आरती उतारी गई । जिसके उपरांत मुनि मंदिर सभा के प्रधान दलीप चंद गुप्ता और महासचिव एन एस चौहान ने श्री श्री 108 श्री पंचानंद गिरी जी महाराज की देखरेख में आये हुए साधु संत और महात्माओं को दक्षिणा वितरण की।
सभा के कार्यालय सचिव राम प्रकाश और सुरेन्द्र कुमार गुप्ता ने साधु संत और महात्माओं को वस्त्र वितरित किये और कृष्ण दास शर्मा तथा अनन्य सदस्यों ने संतो को फल वितरण किया और उप-प्रधान ओ पी पाहवा की देखरेख में सभा के अनन्य सदस्यों व पदाधिकारियों द्वारा संतो को विशाल भंडारे का प्रसाद वितरण किया। इसके बाद आम जनता को भंडारा परोसा गया।
कथा व्यास अतुल कृष्ण शास्त्री ने इस अवसर पर श्रद्धालुओं को बताया कि जीवन में भक्ति, तपस्या व त्याग से ही प्राप्त होती है और वह भक्ति महापुरूषों के सत्संग से बलवती हो जाती है और उसके बाद मनुष्यों के जीवन में परिवर्तन आने लगता है और वह अच्छे व नेक कर्म करता है। उन्होने बताया कि मनुष्य को चाहिए कि वे अच्छे कर्म करें और फल की इच्छा न रखें। जब हमारे कर्म अच्छे होगें तो निश्चत ही उसका फल भी अच्छा होगा। उन्होंने बताया कि संतो का संग और हरि कथा यह बहुत भाग्यशाली मनुष्यों को ही मिलती है और इसी से भाग्यवान मनुष्य कहा जाता है। पुत्र धन और पत्नी किसी भी पापी के घर में आसानी से हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि चंडीगढ में यह स्थान अन्य मंदिरों से निराला है। जहाँ प्रत्येक दिन संत महात्माओं तथा अन्य यात्रियों को रहने, भोजन चाय तथा होम्यिोपैैथी दवाई की नि:शुल्क सेवाये दी जाती हैं।
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