By 121 News
Chandigarh, Feb.16, 2023:- आज के युग में, जहां दैनिक जीवन के कामकाज से लेकर साईंटिफ्कि रिसर्च तक सब कुछ डिजिटल हो गया है, दंत चिकित्सा और आर्थोडन्टिक्स में कोई कमी नहीं है। डिजिटल डेंटिस्ट्री, डेंटल तकनीक को परिभाषित करती है जो मैकेनिकल और इलेक्ट्रिक कोम्पोनेंट्स के साथ डिजिटल कोम्पोनेंट्स के साथ समावेशित करते हैं। डिजिटल दंत चिकित्सा का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि रोगी को प्रदान की जाने वाली दंत चिकित्सा सेवायें तेज, बेहतर और अधिक आरामदायी हो। यह लागत और समय दोनों के संदर्भ में डेंटल सेवाओं की दक्षता और सटीकता में सुधार करता है। डिजिटलाइज्ड स्माईल, डिजाइनिंग ऑर्थोडॉन्टिक्स में नवीनतम उपकरण है। यह न केवल रोगियों के लिये एक सुंदर मुस्कान प्राप्त करने में हमारी मदद करता है बल्कि ओवरऑल ओरल हेल्थ के साथ साथ उनके आत्मविश्वास में भी सुधार करता है। आजकल, स्पीडो ऑर्थोडॉन्टिक्स में नये न दिखने वाले ब्रेसिस ने ब्रेसिस के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। ये ब्रेसिस आरामदायी और दर्द रहित होते हैं और सबसे तेज परिणाम देते हैं। वयस्कों को ऑर्थोडोंटिक उपचार करने के लिये प्रोत्साहित करते हैं।
डॉक्टर सरबजीत सिंह ने बताया कि विश्व स्तर पर उपयोग किये जाने वाले सबसे लोकप्रिय डिजिटल उपचार विकल्पों में से एक है - इनविजलाईन क्लियर एलाइनर्स । यह रिमूवेबल, प्रभावी और आरामदायक है और विशेष रूप से आपके लिये डिजाइन और निर्मित किया गया है। और सबसे अच्छी बात है कि यह वर्चुअली इनविजिबल है।
डिजिटल तकनीक का पेश्यिेंट मोटिवेशन, प्रेक्टिस मैनेजमेंट और क्लिनिकल ट्रीटमेंट प्रोसिजर पर प्रभाव पड़ता है। सीएडी /सीएएम और इंट्रोरल इमेजिंग/ स्केनिंग, डिजिटल रिस्टोरेटिव डेंटिस्ट्री के मुख्य क्षेत्र हैं। डेंटल डायग्नोज, इंप्लांट डेंटिस्ट्री, लेजर, प्रैक्टिस और पेश्यिंट रिकॉर्ड मैनेजमेंट सहित सभी को दंत चिकित्सा में डिजिटलीकरण के साथ प्राप्त किया जा सकता है। मरीजों के डेंटल इंप्रेशन बनाने की अब कोई आवश्यकता नहीं है जो अक्सर गैगिंग का कारण बनता है। यहां तक कि इनहाउस सीएडी / सीएएम तकनीक के साथ घंटों के भीतर क्लिनिक में कैपिंग तैयार की जा सकती है।
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