By 121 News
Chandigarh July 20, 2022:- पंजाब से राज्यसभा सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से अनुरोध किया है कि एम एस पी को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए बनाई गई समिती में पंजाब सरकार का प्रतिनिधत्व एवं पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कुछ कृषि विशेषज्ञों को शामिल किया जाना चाहिए । वहीं कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (CACP) में गैर-सरकारी सदस्य जो की किसान प्रतिनिधियों के लिए आरक्षित है, वे पद खाली पड़े है । इन्हे तत्काल प्रभाव से भरा जाना चाहिए एवं इसमें पंजाब से पर्याप्त प्रतिनिधित्व भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए ।
विक्रमजीत सिंह साहनी ने कहा कि, यह बहुत ही अजीब बात है कि एम एस पी समिति में पंजाब से कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला, जबकि कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, सिक्किम और उड़ीसा के आधिकारिक प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि यह एक सर्वविदित तथ्य है कि पंजाब, गेहूं एवं धान का कटोरा है व देश में एम एस पी के तहत खरीद के लिए सबसे बड़ा योगदानकर्ता है, लेकिन यह दिलचस्प है कि इतनी महत्वपूर्ण समिती और आयोग में पंजाब को कैसे छोड़ दिया गया है।
विक्रमजीत सिंह साहनी द्वारा कहा गया कि बातचीत से बचने या पंजाब के प्रतिनिधियों के सुझावों को ना सुनने से किसान हित का उद्देश्य पूरा नहीं होगा। विक्रमजीत सिंह साहनी ने आश्वासन दिया कि वह इन दोनों मुद्दों को संसद में उठाएंगे ।
विक्रमजीत सिंह साहनी द्वारा कहा गया कि बातचीत से बचने या पंजाब के प्रतिनिधियों के सुझावों को ना सुनने से किसान हित का उद्देश्य पूरा नहीं होगा। विक्रमजीत सिंह साहनी ने आश्वासन दिया कि वह इन दोनों मुद्दों को संसद में उठाएंगे ।
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