एक्सपो फार्मा मशीनरी, फॉर्म्युलेशन, न्यूट्रास्युटिकल, लैब, एनालिटिकल और पैकेजिंग उपकरणों पर एक अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी है। हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल वीरवार को एक्सपो के उद्घाटन के मुख्य अतिथि होंगे।
आज यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ.राकेश सूरज, रीजनल डायरेक्टर, इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया और अनिल चौधरी, सीनियर मैनेजर, ट्रेड फेयर अथॉरिटी ऑफ हरियाणा ने बताया कि एग्जीबिशन का आयोजन 7500 वर्ग मीटर की जगह में किया जा रहा है और 200 से अधिक एग्जीबिटर्स ने दवाओं और फार्मास्युटिकल उत्पादों के उत्पादन के लिए मशीनरी और उपकरण प्रदर्शित किए हैं। आयोजन में लगभग 5000 विजिटर्स के आने की उम्मीद है।
28 अप्रैल को हरियाणा सरकार और इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (ईईपीसी इंडिया) के साथ संयुक्त रूप से एक उद्घाटन सत्र और हरियाणा एक्सपोर्टर्स कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि "क्वालिटी एंड रेगुलेटरी रिक्वायरमेंट्स ऑफ फार्मा एक्सपोर्ट बिजनेस'' पर ध्यान केंद्रित करने के साथ एक सेमिनार का आयोजन 29 अप्रैल को आयोजित किया जाएगा, जिसमें ''मेक इन इंडिया'' पर फोकस रहेगा। इस सेमिनार का आयोजन हरियाणा सरकार और इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (ईईपीसी इंडिया) के साथ संयुक्त रूप किया जा रहा है।
इसके अलावा, इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (ईईपीसी इंडिया), लघु उद्योग भारती, हिमाचल ड्रग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एचडीएमए), अंबाला साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एएसआईएमए), ड्रग मार्केटिंग एंड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (डीएमएमए) और अन्य सहित बड़ी संख्या में संगठन उद्योग संघों और औद्योगिक समूहों ने भी इस आयोजन को समर्थन दिया है।
यह कॉन्फ्रेंस और प्रदर्शनी फार्मा इंडस्ट्री की प्रमुख कंपनियों को विशेष रूप से इस क्षेत्र में फार्मा मशीनरी क्षेत्र में मौजूदा मुद्दों और अवसरों को समझने के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान करेगी। इसके अतिरिक्त, प्रदर्शनी फार्मा इंडस्ट्री में नवीनतम उत्पादों, मशीनरी, उपकरण और विकास को प्रदर्शित करेगी ताकि व्यापार और टेक्नोलॉजी को अपनाने और विशेष रूप से संबंधित फार्मा उद्योग का अपग्रेडेशन किया जा सके।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम पिछले 11 कार्यक्रमों के सफल आयोजन की सीरीज को आगे बढ़ाते हुए आयोजित किया जा रहा है। पहले के आयोजनों में से इंदौर में तीन, अहमदाबाद में चार और चंडीगढ़ में लगातार तीन आयोजन शामिल हैं। एक कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो मुंबई में भी की जा चुकी है और एग्जीबिटर्स लगातार हमारे सभी आयोजनों में हमारे साथ बने हुए हैं और लगातार समर्थन प्रदान कर रहे हैं। इंडस्ट्री के सहयोग से, हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि चंडीगढ़ में यह लगातार चौथा आयोजन है और एग्जीबिशन एरिया में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और साल 2017 में हमारे पहले आयोजन की तुलना में फार्माटेक और लैबटेक एक्सपो 2022 के दौरान विजिटर्स में लगभग 50 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है।
ट्रेड फेयर अथॉरिटी ऑफ हरियाणा के वरिष्ठ प्रबंधक अनिल कुमार चौधरी ने बताया कहा कि फार्मा उद्योग सबसे तेजी से बढ़ते उद्योगों में से एक है और भारत जेनेरिक दवाओं का उत्पादन करने वाले अग्रणी देशों में से एक है और इसे "विश्व की फार्मेसी" के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने आगे बताया कि भारत में उत्पादित जेनेरिक दवाओं / फॉर्मूलेशन का सेवन न केवल घरेलू स्तर पर किया जाता है, बल्कि दुनिया भर के विकसित और विकासशील देशों में भी किया जाता है।
माननीय मुख्यमंत्री हरियाणा का प्रदेश को फार्मास्युटिकल उद्योग के लिए एक हब के रूप में विकसित करने का एक विजन है और इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, हरियाणा राज्य ने पहले ही "2019 में हरियाणा फार्मास्युटिकल पॉलिसी" को अधिसूचित कर दिया था ताकि मजबूत बुनियादी ढांचे, वित्तीय सहायता और एक सरल नियामक व्यवस्था से युक्त एक अनुकूल और समग्र पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान किया जा सके। हरियाणा सरकार फार्मास्युटिकल क्षेत्र को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभा रही है, हरियाणा में उद्योग के अनुकूल नीतियां , बुनियादी ढांचा उद्योग के लिए लाभप्रद है। हरियाणा में फार्मास्युटिकल इकाइयों की सुविधा के लिए करनाल में एक फार्मास्युटिकल पार्क को भी विकसित किया जा रहा है।
हरियाणा सरकार का उपक्रम , ट्रेड फेयर अथॉरिटी ऑफ हरियाणा को राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए व्यापार मेलों और प्रदर्शनी के आयोजन का काम सौंपा गया है और संजीव कौशल, आईएएस, मुख्य सचिव हरियाणा की अध्यक्षता में ट्रेड फेयर अथॉरिटी ने फार्मा टेक एक्सपो और लैब टेक एक्सपो-2022 के आयोजन की आवश्यकता को महसूस किया ।
डॉ जी अनुपमा, आईएएस, अतिरिक्त मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार तथा चीफ एडमिनिस्ट्रेटर, ट्रेड फेयर अथॉरिटी ऑफ हरियाणा ने लिए इस प्रदर्शनी के आयोजन के लिए सराहनीय प्रयास किए जिससे भारतीय लघु इंजीनियरिंग कंपनियों को दवा उद्योग को मशीनरी प्रदान करने के लिए अवसर उपलब्ध किये जा सकें ।
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