By 121 News
Chandigarh Jan.18, 2022:- भारत के सबसे बड़े न्यूज नेटवर्क्स में से एक, ज़ी मीडिया कॉर्पोरेशन ने अपने चुनावी कवरेज कैम्पेन के तहत हाल ही में सबसे बड़ा चुनावी ओपिनियन पोल (जनमत सर्वेक्षण) किया है। यह सर्वेक्षण सबसे बड़े सैंपल साइज के साथ किया गया है, जिसका लक्ष्य चैनल के लिये और भी ज्यादा व्यूअरशिप लाना और साथ ही मौजूदा दर्शकों को चुनावों पर व्यापक रिपोर्टिंग के साथ जोड़ना था। पांच बड़े राज्यों के चुनाव अगले महीने में होने हैं और ज़ी मीडिया अपने पहले मूवर एडवांटेज और व्यूअरिशप के साथ अपने तरह के मनोरंजक और इंटरेक्टिव जनमत सर्वेक्षण के जरिये ज्यादा लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश करेगा।
ज़ी मीडिया कैम्पेन का पहला चरण, 'ओपिनियन पोल विफल क्यों होते हैं?' पर केंद्रित है। दर्शकों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिये संतुष्टि के रूप में आईफोन की पेशकश की गई थी। इस प्रश्न ने एक विचार प्रदान किया कि दर्शकों ने जनमत सर्वेक्षणों पर भरोसा क्यों नहीं किया – सैंपल साइज अक्सर बहुत छोटे होते थे और विभिन्न हितधारकों की आवाज का प्रतिनिधित्व नहीं कर पा रहे थे। तब इस फीडबैक पर विचार किया गया और दूसरे चरण में, ज़ी मीडिया ने खुलासा किया- देश के इतिहास का सबसे बड़ा चुनावी ओपिनियन पोल, यानी, भारत में चुनावों के इतिहास में अब तक के सबसे बड़े सैंपल साइज के साथ जनमत सर्वेक्षण। बड़े सैंपल साइज ने न केवल एक व्यापक राय पेश की, बल्कि जनता के सभी वर्गों की आवाज का भी प्रतिनिधित्व किया।
इस बड़े कैम्पेन के बारे में ज़ी मीडिया के मार्केटिंग हेड, अनिंद्य खरे कहते हैं कि समाचार दर्शकों ने चुनावों के आसपास किये गए कई जनमत सर्वेक्षणों पर विश्वास करना बंद कर दिया था, क्योंकि यह पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं कर रहा था। हमारी व्यापक गतिविधि और शोध ने हमें इस अंतर्दृष्टि के साथ मदद की और ज़ी मीडिया में हमने अपने संसाधनों का उपयोग चुनावी मौसम का सबसे बड़ा जनमत सर्वेक्षण बनाने के लिये किया, जिसमें अब तक का सबसे बड़ा सैंपल साइज है। हमने चुनावों के इतिहास में एक व्यापक, वास्तविक और पारदर्शी जनमत सर्वेक्षण तैयार किया है और दर्शकों का विश्वास फिर से हासिल किया है। जनमत सर्वेक्षण के परिणाम ज़ी मीडिया के सभी समाचार चैनलों पर जारी किये जाएंगे।
बड़े पैमाने पर यह ऑन-ग्राउंड ओपिनियन पोल रिसर्च, एक प्रमुख राजनीतिक शोध और कैम्पेन मैनेजमेंट कंपनी डिजाइनबॉक्स्ड की मदद से किया गया था। डिजाइनबॉक्स्ड के नरेश अरोड़ा कहते हैं कि पांच राज्यों में 15 लाख से अधिक मतदाताओं से बात करते हुए, ज़ी- डिजाइनबॉक्स्ड सर्वेक्षण सटीकता के लिये कई जांच और संतुलन का उपयोग कर रहा है। प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र का अलग-अलग सर्वेक्षण करते हुए, हम इन पांच राज्यों की सबसे सटीक तस्वीर देश के सामने लाने जा रहे हैं।
नेटवर्क के अनुसार, इस कैम्पेन के माध्यम से ज़ी पीएचएच ने दिसंबर 2021 में पिछले छह महीने के औसत की तुलना में 130% से अधिक का ट्रैफिक देखा। ज़ी यूपीयूके ने औसत जून-नवंबर '21 की तुलना में दिसंबर'21 में ट्रैफिक में 73% की वृद्धि देखी। ज़ी न्यूज यूट्यूब चैनल ने भी दर्शकों की संख्या में 68% की वृद्धि देखी। इतना ही नहीं, दिसंबर'21 में ज़ी न्यूज यूट्यूब चैनल, व्यूज में मजबूती से नंबर 1 बनकर उभरा। आगामी चुनावों में ज़ी मीडिया की सभी 5 राज्यों के 690 निर्वाचन क्षेत्रों से व्यापक कवरेज करने की योजना है।
चुनावों के दौरान दर्शकों की संख्या हमेशा अधिक होती है और यूपी इन पांच राज्यों के चुनावों के केंद्र में है, इसलिए ज़ी मीडिया इस साल चुनावी प्रोग्रामिंग शुरू करने वाले पहले चैनलों में से एक रहा है, जिसमें नये तरह के और विशेष प्रारूप वाले चुनाव शोज़ हैं। ज़ी मीडिया, जमीनी तथ्यों और जानकारी के महत्व को ध्यान में रखते हुए, उत्तर प्रदेश के सभी 403 निर्वाचन क्षेत्रों से व्यापक कवरेज करने वाला है।
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