By 121 News
Chandigarh June 2021:- हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया है कि भाजपा-जजपा सरकार किसानों के साथ छल कर रही है। केंद्र सरकार के सामने मुख्यमंत्री ने एक बार भी किसान हितों की पैरवी नहीं की। उन्होंने मांग की है कि किसानों के हितों को कुचलने वाले तीनों काले कानून केंद्र तत्काल वापस ले और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून बनाए। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा-जजपा सरकार किसानों के वर्तमान और भविष्य को लेकर जरा भी गंभीर है, चिंतित है तो केंद्र पर दबाव बनाए।
यहां जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि देश के सबसे प्रमुख कृषि प्रधान राज्य में किसान हितों को बेरहमी से कुचला जा रहा है। किसान पिछले सात महीने से सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। 400 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में शहीद हो चुके हैं। भाजपा-जजपा सरकार मौन है, तमाशबीन बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि ये कैसी राज्य सरकार है जो लोगों की जायज बातें भी नहीं सुनना चाहती। जनता की हर मांग में इस सरकार को विद्रोह की बू आ रही है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि दुर्भाग्य देखिए कि भाजपा-जजपा सरकार ने एक बार भी किसानों की पीड़ा का जिक्र तक केंद्र सरकार के सामने नहीं किया।
कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी श्रीमती सोनिया गांधी और श्री राहुल गांधी के नेतृत्व में लोकतांत्रिक तरीके से सरकार की जनविरोधी, किसान विरोधी नीतियों-फरमानों का विरोध करने वाले किसानों के संघर्ष में पूरी तरह साथ हैं। लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले व हरियाणा में कृषि की बेहतरी चाहने वाले अन्य संगठनों-संस्थानों को भी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करने का संकल्प लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ये कैसी राज्य सरकार है जो लोगों की जायज बातें भी नहीं सुनना चाहती। जनता की हर मांग में इस सरकार को विद्रोह की बू आ रही है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि दुर्भाग्य देखिए कि भाजपा-जजपा सरकार ने एक बार भी किसानों की पीड़ा का जिक्र तक केंद्र सरकार के सामने नहीं किया।
कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी श्रीमती सोनिया गांधी और श्री राहुल गांधी के नेतृत्व में लोकतांत्रिक तरीके से सरकार की जनविरोधी, किसान विरोधी नीतियों-फरमानों का विरोध करने वाले किसानों के संघर्ष में पूरी तरह साथ हैं। लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले व हरियाणा में कृषि की बेहतरी चाहने वाले अन्य संगठनों-संस्थानों को भी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करने का संकल्प लेना चाहिए।
No comments:
Post a Comment