आज यहां जारी बयान में कुमारी सैलजा ने सरकार पर चौतरफा वार किए। उन्होंने कहा, कर्मचारी आखिर किस जुर्म की सजा भुगत रहे हैं? सरकार की नादिरशाही के चलते इसी माह 30 तारीख को रिटायर होने वाले प्रत्येक कर्मचारी को लाखों रुपये का नुकसान झेलना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार तो पेंशन भोगियों तक को नहीं बख्श रही, उनका भी महंगाई भत्ता पिछले वर्ष जनवरी से रोक रखा है। सरकार ने तो जैसे ठान ही रखा है कि कर्मचारियों को कभी चैन से नहीं बैठने देगी।
कुमारी सैलजा ने कहा कि कर्मचारी किसी भी सरकार की रीढ़ होते हैं। केंद्र के साथ राज्य सरकार उन्हीं से गिनगिन कर बदले ले रही है। उसे यह नहीं भूलना चाहिए कि जनविरोधी नीतियां अपनाने वाली सरकार को उखाड़ फेंकने में कर्मचारी अधिक देर नहीं लगाते।
कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार सरकारी विभागों व सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का अंधाधुंध निजीकरण कर कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय बना रही है।
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