By 121 News
Chandigarh 06th December:- हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आज भारत रत्न, सविधन निर्माता बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर जी को उनके परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें याद किया और उनके चित्रा पर फूलमालांए अर्पित करके भाव भीनी श्रद्वाजंलि दी गई ।
आज पंचकुला में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष तरूण भंडारी के नेतृत्व मे बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जी का परिनिर्वाण दिवस मनाया गया । इस अवसर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आई टी सैल के चैयसमेन पंकज खरबंदा, सखा राम, राजेश आंसल, युकेश शर्मा, विनय ध्ीर, मन्नु मिस्त्राी, सुनील सरोहा, हेमन्त किगंर, राघव विज, संजय व भारी संख्या मे कांग्रेसजन उपस्थित थे।
इस अवसर पर तरूण भंडारी ने कहा कि बाबा साहब ऐसी शख्सीयत थे जिन्हे उनके समय मे छुआ-छुत प्रथा के कारण स्कूल मे भी नहीं बैठने दिया जाता था और उन्होनें अपनी मेहनत से स्कुलों, कालेजों का निर्माण करवाया, इस देश को नया सविधन दिया, गरीब वर्ग और इस देश को नई दिशा दी एक सोच दी श्शिक्षित बनों, संगठित बनो, और देश हित मे अपनं सहयोग दो।
इसी तरह प्रदेश भर मे जिला व ब्लाक स्तर पर भी बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर जी को याद किया गया और उन्हें श्रद्वाजंलि दी गई ।
Chandigarh 06th December:- हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आज भारत रत्न, सविधन निर्माता बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर जी को उनके परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें याद किया और उनके चित्रा पर फूलमालांए अर्पित करके भाव भीनी श्रद्वाजंलि दी गई ।
आज पंचकुला में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष तरूण भंडारी के नेतृत्व मे बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जी का परिनिर्वाण दिवस मनाया गया । इस अवसर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आई टी सैल के चैयसमेन पंकज खरबंदा, सखा राम, राजेश आंसल, युकेश शर्मा, विनय ध्ीर, मन्नु मिस्त्राी, सुनील सरोहा, हेमन्त किगंर, राघव विज, संजय व भारी संख्या मे कांग्रेसजन उपस्थित थे।
इस अवसर पर तरूण भंडारी ने कहा कि बाबा साहब ऐसी शख्सीयत थे जिन्हे उनके समय मे छुआ-छुत प्रथा के कारण स्कूल मे भी नहीं बैठने दिया जाता था और उन्होनें अपनी मेहनत से स्कुलों, कालेजों का निर्माण करवाया, इस देश को नया सविधन दिया, गरीब वर्ग और इस देश को नई दिशा दी एक सोच दी श्शिक्षित बनों, संगठित बनो, और देश हित मे अपनं सहयोग दो।
इसी तरह प्रदेश भर मे जिला व ब्लाक स्तर पर भी बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर जी को याद किया गया और उन्हें श्रद्वाजंलि दी गई ।
No comments:
Post a Comment