Thursday, 24 December 2015

मौहम्मद पैगम्बर के यौमे विलादत्त जश्ने ईद मिलादुन्नबी आयोजित

By 121 News

Chandigarh 24th December:- अंजुमन इस्लामिक रजाए मुस्तफा वेलफेयर सोसायटी, चंडीगढ द्वारा मौहम्मद पैगम्बर का यौमे विलादत्त (जन्म दिवस) जश्ने ईद मिलादुन्नबी कार्यक्रम का आयोजन हाऊसिंग बोर्ड चौक के समीप मनीमाजरा स्थित मैदान में किया गया। इस पाक अवसर पर एक ओर जहां मौहम्मद पैगम्बर के यौमे विलादत (जन्म दिवस) के अवसर पर लोगों ने एक दुसरे को मिठाईयां फल देकर बधाई दी वहीं दुसरी ओर एक विशाल जुलूस का आयोजन भी किया गया। 

यह विशाल जुलूस मौलीजागरां कॉम्पलैक्स स्थित मदरसा दारूल उलूम अहले सुन्नत गरीब से नाजि़मए आल्हा नासिरे मस्लके आल्हा हज़रत मौलाना मौ. यामिन रजा के देखरेख में निकाली गई जो कि चरण सिंह कॉलोनी से होता हुआ विकास नगर फिर हाऊसिंग बोर्ड चौक के समीप मनीमाजरा स्थित मैदान में पहुंचा। लोगों ने इस मौके पर खुदा के मानव को दिये हुए पाक संदेशों के बैनर उठाये हुए थे। इससे पूर्व मदसरा के समीप मैदान में पौधा रोपण किया गया।  

हाऊसिंग बोर्ड चौक के समीप मनीमाजरा स्थित मैदान में जुलूस के पहुंचने के बाद कुरान शरीफ की तिलावत की गई, फिर हमदोनात, सलातोसलाम के पश्चात् अल्लाह की बारगह में दुआ मांगी गई। जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। 

इस मौके पर नाजि़मए आल्हा नासिरे मस्लके आल्हा हज़रत मौलाना मौ. यामिन रजा ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मौहम्मद पैगम्बर ने लोगों के मन में सदा इंसानियत को बनाये रखने का पैगाम दिया है। उन्होंने शिराते मुस्तकीम पर चलने का पैगाम दिया। और खुदा को सजदा करने का हुकुम दिया और अपनी आल से मुहब्बत करने और उनके बताये हुए तरीकों पर जिंदगी गुजारने उनकी सुन्नतों जैसे नमाज़, रोज़ा, हज, ज़कात और गरीबों की मदद, यतीमों को सहारा, बेवाओं को सहारा देने की बात कही। उन्होंने बताया कि जिनके आने की खुशी में अल्लाह ने ज़मीन को बनाया आसमान का शामियाना लगाया, ज़़मीन पर पेड़ पौधे उगाये, नहरें, दरिया, समंदर और आसमान पर चांद, सूरज, सितारे और तमामी मख्लूक को यानि 18 हजार आलम रब्बुल इज्जत ने पैदा किया। उन्होंने आगे बताया कि अल्लाह ने एक लाख 24 हजार कुछ कमोवेश पैगम्बर और रसूलों को इस दुनिया में भेजा। सबसे अफज़ल अपने प्यारे नवी मौहम्मद सल्लाहहु अलही वसस्लम को इस ज़मी पर भेजा। नवी को चाहने वाले नवी का मिलाद पूरी दुनिया में मनाते रहे है।

 

 

 

 

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