By 121 News
Chandigarh 05th January:-
सेक्रेड हार्ट स्कूल की विदुषी रावत ने अमृतसर में हुई सीबीएसई नेशनल स्केटिंग चैंपियनशिप में दो गोल्ड मेडल जीते है। विदुषी रावत को यहमेडल 500 मीटर और एक हजार मीटर की रेस में मिले है। सीबीएसई नेशनल में बोर्ड के सात जोन के चुने हुए स्केटर्स ने भाग लिया था। विदुषी रावत नेसीबीएसई नेशनल से पहले बेलगाम में हुई स्कूल नेशनल गेम्स की स्केटिंग चैंपियनशिप में भी सिल्वर मेडल जीता है। इसके साथ ही स्टेट तथा नेशनललेवल की चैंपियनशिप में विदुषी रावत 175 से अधिक मेडल जीत चुकी है।
विदुषी का लक्ष्य अब बैंगलोर में जनवरी माह के अंत में होने वाली नेशनल चैंपियनशिप में मेडल जीतने का है। विदुषी पिछले 7 सालों से स्टेट और नेशनललेवल की स्केटिंग चैंपियनशिप मेंमेडल जीत रही है। विदुषी को उनकी खेल की उपलब्धियों को देखते हुए स्टेट अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। मात्रआठ साल की उम्र में खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए स्टेट अवार्ड जीतने वाली विदुषी शहर की पहली लड़की है। स्पीड स्केटिंग में छह सात सालपहले तक कर्नाटक, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के स्केटर्स का जलवा था लेकिन विदुषी ने अपनी स्पीड स्केटिंग से चंडीगढ़ को एक बड़ा मुकाम दिया है।
विदुषी सेक्टर 48 में रहती है लेकिन सुबह की प्रेक्टिस के लिए वह हर रोज 20 किलोमीटर दूर पंचकूला जाती है। इसके लिए उसे सुबह 3.30 बजे उठकरतैयार होना पड़ता है। सुबह दो घंटे की रोड प्रेक्टिस और शाम को फिर दो घंटें की रिंक प्रेक्टिस ने विदुषी को नेशनल लेवल में पहचान दिलाई है।
विदुषी ने कोल्हापुर, मुंबई, अमृतसर, दिल्ली, सोनीपत बेलगांव में हुई स्केटिंग की नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड जीते है। सीबीएसई की नेशनल स्केटिंगचैंपियनशिप में विदुषी पिछले तीन सालों से गोल्ड जीत रही है। विदुषी नेशनल स्कूल गेम्स और ओपन नेशनल चैंपियनशिप में भी पदक जीत चुकी है।विदुषी पंचकूला की रोलिंग टाइगर अकादमी के कोच चंद्र सिंघल से ट्रेनिंग ले रही है। चंद्र सिंघल के अनुसार विदुषी में एक इंटरनेशनल लेवल की स्केटरबनने के सभी गुण है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में विदुषी इंटरनेशनल लेवल पर स्केटिंग का स्टार होगी।
विदुषी को इस बात का दुख है कि शहर में एक नेशनल लेवल का स्केटिंग रिंग तक उपलब्ध नहीं है। प्रशासन ने 60 लाख रुपये की लागत से सेक्टर 10 मेंनया ट्रेक तैयार करवाया। यह ट्रेक पिछले तीन सालों से बनकर तैयार है लेकिन आज तक इस रिंक पर कोई खिलाड़ी प्रेक्टिस नहीं कर पाया। इंजीनियरिंगडिपार्टमेंट ने यह रिंक टेक्निकल रूप से गलत बना दिया है। नेशनल लेवल की चैंपियनशिप में भाग लेने से पहले विदुषी को पड़ोसी राज्यों में बने ट्रेक मेंप्रेक्टिस के लिए जाना पड़ता है।
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