Sunday, 16 July 2023

कषायों का त्याग ही अहिंसा है: आचार्य सुबल सागर जी महाराज

By 121 News
Chandigarh, July 16, 2023:- श्री 1008 महावीर भगवान दिगम्बर जैन मंदिर में सायं कालीन श्री 1008 आदिनाथ भगवान की भक्ति आराधना करते हुए 48 दिवसीय श्री भक्तामन स्त्रोत दीप अर्चना का आयोजन दिगम्बर जैन समाज चंडीगढ़ द्वारा रोज किया जा रहा है। आचार्य श्री ने कहा कि हे प्रिय बन्धुओं जो जीव क्रोध, मान, माया, लोभ ऐ चार कषायों की अधिकता रखता है वह निरंतर ही जीवों का घात करता है और जिसने इन कषायों को जीत लिया है वह हमेशा प्रतिफल जीवों की रक्षा करता हुआ अहिंसा व्रत का पालन करता है। अतः प्रमाद ही हिंसा का कारण है। इसलिए प्रत्येक जीव को हर पल अपने कर्तव्यों के प्रति जागृत रहना चाहिए। ज्ञान भावना में मन को लगाना चाहिए अर्थात् स्वाध्याय में एकाग्र चित्त करना। यह स्वाध्याय ही एक मात्र कारण है मन को जीतने के लिए इससे कपायों का निग्रह होता है। पांच इन्द्रियों के विषयों में जाने वाला मन रूक जाता है। हमेशा जाग्रत रहता है कर्म बंच से और अपने उपयोग को अशुभ से हटाकर शुभ लगाते हुए शुद्ध की भावना में कन लगता है। मन को गलत कामों में जाने से रोक लेने पर ही हम सब को जीत लेते हैं इसलिए कहा है-मन के हारे हार है मन के जीते जीत।

यह जानकारी संघस्य बा. ब. गुंजा दीदी एवं श्री धर्म बहादुर जैन जी ने दी

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