By 121 News
Chandigarh, Nov.05, 2022:-देशभर में सिखों के पहले गुरु नानकदेव जी की जयंती प्रकाश पर्व के रूप में मनाई जाती है। प्रकाश पर्व यानी मन की बुराइयों को दूर कर उसे सत्य, ईमानदारी और सेवा भाव से प्रकाशित करना।
नगर कीर्तन में जैसे ही श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश सर पर लेकर गुरुद्वारा साहिब के भाई जी ने पालकी में विराजमान किया। वैसे संगतों में जोश आ गया और वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह के जयकारे लगने शुरू हो गए। तत्पश्चात पूरे रीतिरिवाजों और अरदास के साथ नगर कीर्तन शुरू किया गया।
सबसे आगे जीप पर नगाड़ा रखा हुआ था जो नगर कीर्तन के आने का पैगाम दे रहा था। इनके पीछे बैंड थे जो गुरबानी के शब्द गायन कर रहे थे। नगर कीर्तन में शामिल विभिन्न स्कूल के छात्र-छात्राएं भी शब्द कीर्तन का गायन कर रहे थे। रागी जत्थे भी शब्द गायन कर नगर कीर्तन की शान बढ़ा रहे थे। पांच प्यारे साहिब नगर कीर्तन की शोभा बढ़ा रहे थे। इनके उपरांत सुंदर सजी पालकी साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की सवारी सुशोभित थी जिसकी सेवा सिंह साहिब कर रहे थे। नगर कीर्तन में स्त्री सत्संग का जत्था गुरबानी के शब्द गायन कर रहा था। वहीं, सेवादार सड़क की सफाई करते हुऐ चल रहे थे। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सेक्टर 19 के प्रधान स. गुरबख्श सिंह ने बताया कि मुख्य आयोजन 08 नवंबर को सेक्त ओर 19 के गुरुद्वारा साहिब में होगा। इसमें बाहर से आए हुए रागी जत्थे एवं कथा वाचक कथा-कीर्तन द्वारा संगत को निहाल करेंगे। दोपहर में संगत के लिए लंगर होगा। नगर कीर्तन का संचालन प्रधान गुरबख्श सिंह, पूर्व प्रधान तेजिन्दरपाल सिंह सहित सभा के अन्य पदाधिकारियों द्वारा किया गया।
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