Monday 19 September 2022

अगले वर्ष में विश्व में बड़े वायरस का खतरा मंडराने की सम्भावना , अंतर्ज्ञानी ने किया दावा

By 121 News
Chandigarh, Sept.19, 2022:-अतीत में कोरोना जैसी आपदा का बड़ा खतरा वर्ष 2023 में विश्व पर मंडराने वाला है . दिव्य दृष्टि का दावा करने वाले जालंधर के नरेश महाजन ने आज चंडीगढ़ के प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता के दौरान ये दावा किया कि उन्होंने पिछले कुछ वर्षों से अनेक घटनायों की जानकारी पूर्व में भी लिखित रूप में दी थी . उनके मुताबिक धरती पर ऐसा वायरस सक्रिय हो गया है जो धरती पर प्रलय को जन्म देगा . उनके मुताबिक ऐसा लोगों द्वारा अपने फर्जों में कोताही को लेकर हो रहा है .
महाजन ने कहा कि कलियुग के 2017 से लेकर 2022 तक के समय में पृथ्वी पर जैविक और परमाणु हथियारों द्वारा होने वाले तीसरे विश्व युद्ध जिसमें पूरी पृथ्वी ही तबाह हो सकती है। पृथ्वी वासियों द्वारा पिछले 2 विश्व युद्धों में हुए नुक्सान से सबक न लेते हुए, को ध्यान में रखते हुए तीसरे विश्वयुद्ध को सिलसिलेवार तरीके द्वारा रोकने की विश्व स्तरीय कार्यवाही, भारत से शुरू हुई थी।

अपनी अंतर्ज्ञान शक्ति का हवाला और दावा करते हुए नरेश महाजन ने कहा कि  कैप्टन अमरिंदर सिंह की वर्ष  2017 के चुनावों में विजय की जानकारी काफी समय पहले ही दे  दी गई थी।

कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा लिया जाना है और नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब का मुख्यमंत्री न बनाते हुए चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया जाना भी अंतर्ज्ञान शक्ति का प्रमाण था , जिसकी जानकारी काफी पूर्व ही दे दी गई थी . इसी प्रकार पूर्व चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी सुरेश कुमार को और एडवोकेट जनरल अतुल नंदा को उनके साथ घटी घटनायों की जानकारी भी पूर्व में दे दी गई थी .
पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को 20 सितम्बर को पंजाब का मुख्यमंत्री बना दिया गया। लेकिन उनके कर्म भी परीक्षा में खरे नहीं उतर पाए।

वर्ष 2022 पंजाब विधान सभा के चुनाव में आम आदमी पार्टी को 92 सीटें दी गई है, जिसकी जानकारी अरविन्द केजरीवाल के पीए को टेलीफोन के द्वारा 3 साल पहले 20 जनवरी , 2019 को दी गई।

घट रही घटनाओं के बारे में महाजन ने कहा कि महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोग जब अपना कार्य भगवान को हाजिर नाजिर जानकर भी सही सही न करें तो ऑलमाइटी गॉड को अपनी कोर्ट के फैसले लागू करवाने के लिए विनाशकारी निर्णय लेने पड़ते हैं। वो करोना महामारी के रूप में हो या रूस- यूक्रेन युद्ध के रूप में। विनाश प्राकृतिक आपदा से हो या परमाणु युद्ध से। दरअसल जिन लोगों को देश और समाज चलाने की जिम्मेदारी दी गई या कहें कि विश्व का भरण- पोषण दुरुस्त रखने का उत्तरदायित्व दिया गया है वे लोग अहंकार में इतने डूब चुके हैं कि उनमें अपनी जिम्मेदारियों का कहीं कोई एहसास तक नहीं बचा है। वे लोग लाखों - करोड़ों लोगों को मौत के मुंह में धकेल कर भी अपनी सत्ता बनाए रखना चाहते हैं।उनका दावा था कि घटना से कुछ समय पूर्व उन्हें घटनाओं का आभास हो जाता है । इस अवसर पर उनके साथ पूर्व मंत्री महिंदर सिंह के पी , शशि वर्धन इत्यादि शामिल थे ।

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