By 121 News
Chandigarh June 24, 2021:- भारत के सबसे मुख्तलिफ मीडिया कंग्लोमरेट नेटवर्क18 और फेडरल बैंक ने देश में टीकाकरण को लेकर जागरूकता उत्पन्न करने की दिशा में सर्वोपरि निस्वार्थता और सोद्देश्यता प्रदर्शित की है। उनके नौ महीने से जारी अभियान 'संजीवनी- ए शॉट ऑफ लाइफ' ने टीका लगवाने की हिचकिचाहट से जुड़े भ्रम दूर करने के लिए लोगों तक पहुंच कर इसको एक जन आंदोलन बनाने में मददगार भूमिका निभाई है। सामाजिक कार्यकर्ता एवं अभिनेता सोनू सूद इसके ब्रांड एम्बेस्डर के रूप में नजर आ रहे हैं। इसके अंतर्निहित संदेश को प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाते हुए 21 जून के दिन इस लक्ष्य-प्रेरित अभियान ने Network18 के चैनलों तथा अपने डिजिटल प्लेटफॉर्मों पर अपना एंथम '#TikaLagayaKya' लॉन्च किया। 21 जून को सभी वयस्कों के लिए एक राष्ट्रव्यापी मुफ्त टीका अभियान का शुभारंभ हुआ है तथा इसी दिन वर्ल्ड योगा डे भी मनाया गया।
शंकर महादेवन द्वारा संगीतबद्ध तथा तनिष्क नाबर द्वारा लिखा गया यह ट्रैक लोगों से टीका लगवाने की एक ईमानदार अपील करता है। शंकर महादेवन ने इस एंथम को अपने बेटों- शिवम व सिद्धार्थ तथा प्लेबैक सिंगर हर्षदीप कौर के साथ खुद गाया है। तीन मिनट के इस एंथम में जिस वक्त अग्रणी मोर्चे पर डटे कोरोना योद्धा हर आयु वर्ग के नागरिकों के साथ- "जब अपनी बारी आए, टीका लगा" गाते दिखाई देते हैं, तो सकारात्मकता की किरण फूट पड़ती है। अपने दर्शकों का दिन ज्यादा दिलचस्प और आकर्षक बनाते हुए एंथम के लॉन्च समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, अभियान के एम्बेसडर सोनू सूद, फेडरल बैंक लिमिटेड के एमडी एवं सीईओ श्याम श्रीनिवासन तथा फेडरल बैंक के कार्यकारी उपाध्यक्ष और मुख्य मानव संसाधन अधिकारी अजित केके, संगीतकार शंकर महादेवन, उनके गायक बेटे- सिद्धार्थ और शिवम महादेवन, गायिका हर्षदीप कौर और गीतकार तनिष्क नाबर मौजूद रहे। इन सम्मानित मेहमानों ने देश भर में इस अभियान के जबरदस्त प्रभाव की सराहना करते हुए इसको अपना भरपूर समर्थन व्यक्त किया।
एंथम के बारे में बात करते हुए वीडियो में नजर आ रहे सोनू सूद ने कहा कि अभियान मेरे दिल के बहुत करीब है क्योंकि यह घातक कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीतने के लिए देश के लोगों को टीका लगवाने हेतु प्रोत्साहित करता है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम टीकाकरण और प्रतिरक्षण के बारे में केवल जागरूकता पैदा करने तक सीमित न रहें, बल्कि यह भी सुनिश्चित करें कि वैक्सीन की खुराक सभी लोग लें। मैंने देखा है कि इस महामारी ने लोगों को कितनी बुरी तरह से प्रभावित किया है। मुझे लगता है कि ऐसे कठिन समय में हम सभी को एकजुट होना ही होगा और समाज की सेहत सुधारने की दिशा में काम करना पड़ेगा। मैं आभारी हूं कि News18 और फेडरल बैंक यह पहल लेकर सामने आए हैं तथा इस अवसर पर मैं प्रत्येक नागरिक से टीका लगवाने का अनुरोध करना चाहता हूं। मैं आशा करता हूं कि हमारा Sanjeevani एंथम लोगों के दिमाग में मौजूद वैक्सीन से जुड़ी भ्रांतियां दूर करने में मददगार सिद्ध होगा।
बात को आगे बढ़ाते हुए एंथम के संगीतकार शंकर महादेवन कहते हैं कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में एक ऐसी पहल का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है, जो महामारी के खिलाफ जारी हमारी मौजूदा जंग में व्यापक पैमाने पर टीकाकरण वाले राष्ट्रीय कार्य को आगे बढ़ा रही है। इस संकट ने हमारे सामाजिक-आर्थिक ढांचे को उलट-पुलट कर दिया है। वास्तव में देखा जाए तो यह हम में से प्रत्येक पर निर्भर है कि हम जागरूकता पैदा करने, सकारात्मक कार्रवाई को प्रोत्साहित करने और यह सुनिश्चित करने में अपना योगदान दें कि देश पटरी पर लौट आए। इस एंथम की रचना के पीछे यही विचार काम कर रहा है- जमीनी स्तर पर जागरूकता फैलाना और ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करना। यदि हम इस महत्वपूर्ण संदेश को संगीत के माध्यम से परिवर्तन की एक शक्ति के रूप में प्रेषित कर सकें तो इससे बेहतर बात कुछ नहीं हो सकती! इस एंथम को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया शुरुआत से ही बेहद उत्साहजनक रही है और मुझे पूरी उम्मीद है कि एंथम टीकाकरण के कार्य को और गति प्रदान करेगा।
इस गीत को गाते वक्त हुए अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए गायिका हर्षदीप कौर ने बताया कि मैं एक ऐसी पहल का हिस्सा बनकर गौरवान्वित महसूस कर रही हूं जो वास्तव में इस घातक महामारी को रोकने तथा इससे निपटने के लिए सामूहिक टीकाकरण का समर्थन करती है। यह ऐसी पहल है, जो केवल जबानी जमाखर्च करने या आकर्षक सोशल मीडिया अभियानों पर निर्भर नहीं है; बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर देश के कोने-कोने में जमीनी जागरूकता पैदा करने और असली कार्रवाई को अंजाम देने के लिए प्रतिबद्ध है। जब शंकर सर ने मुझे इस एंथम का कॉन्सेप्ट सुनाने के लिए कॉल किया और बताया कि लोगों के लिए इसका क्या महत्व होगा, तो मैंने फौरन हां कर दी। यह तथ्य कि बराबरी पैदा करने में संगीत का कोई सानी नहीं है और संगीत इस तरह के महत्वपूर्ण संदेश को दोहराता रहता है; इसे और खास बनाता है। ट्रैक की सकारात्मक अनुभूति और ऊर्जा तथा गीत में छुपा गहरा अर्थ दर्शकों को बेहद पसंद आएगा। दरअसल इसे गाते समय मैं आशावाद और जोश से भर गई थी। मुझे उम्मीद है कि यह एंथम सुनकर ज्यादा से ज्यादा नागरिक टीकाकरण अभियान को गंभीरता से लेंगे। फिलवक्त खुद की और अपने आसपास मौजूद लोगों की सुरक्षा से ज्यादा देशभक्तिपूर्ण चीजें कम ही नजर आती हैं।
गीत के असरदार बोल लिखते हुए उत्पन्न हुई विचार प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए गीतकार तनिष्क नाबर ने कहा कि एक गीतकार के रूप में मुझे सबसे बड़ी संतुष्टि तब मिलती है जब किसी मधुर धुन पर सजाए गए शब्दों के माध्यम से मैं कोई सकारात्मक बदलाव और जमीनी असर पैदा कर पाता हूं। टीकाकरण के प्रति जागरूकता पैदा करने का संदेश देने वाला 'टीका लगा' एंथम मेरे दिल के बहुत करीब है। इसके असर या प्रासंगिकता को हल्का किए बिना इसे मजेदार बनाए रखना यकीनन एक चुनौती थी। लेकिन शंकर महादेवन जी की खूबसूरत धुन तथा उनके गायन के सहारे हर्षदीप कौर, सिद्धार्थ और शिवम महादेवन की आवाज में इस एंथम की रचना करने में बड़ा आनंद आया! सौमिल श्रृंगारपुरे के शानदार प्रोडक्शन ने भी ट्रैक में एक और आयाम जोड़ा है। मैं पूरे दिल से चाहता हूं कि 'टीका लगा' यथासंभव ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचे, क्योंकि हम देश भर में बड़े पैमाने पर टीकाकरण का एक मजबूत अभियान चलाना चाहते हैं।
फेडरल बैंक द्वारा गोद लिए गए पांच जिलों- अमृतसर, नासिक, इंदौर, गुंटूर और दक्षिण कन्नड़ा के सभी गांवों में कोविड टीकाकरण शिविर स्थापित करने के बाद अपनी 'Sanjeevani गाड़ी' के जरिए यह अभियान एक कोविड-मुक्त कल का स्वागत करने की दिशा में सही कदम उठा रहा है।
एंथम के बारे में बात करते हुए वीडियो में नजर आ रहे सोनू सूद ने कहा कि अभियान मेरे दिल के बहुत करीब है क्योंकि यह घातक कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीतने के लिए देश के लोगों को टीका लगवाने हेतु प्रोत्साहित करता है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम टीकाकरण और प्रतिरक्षण के बारे में केवल जागरूकता पैदा करने तक सीमित न रहें, बल्कि यह भी सुनिश्चित करें कि वैक्सीन की खुराक सभी लोग लें। मैंने देखा है कि इस महामारी ने लोगों को कितनी बुरी तरह से प्रभावित किया है। मुझे लगता है कि ऐसे कठिन समय में हम सभी को एकजुट होना ही होगा और समाज की सेहत सुधारने की दिशा में काम करना पड़ेगा। मैं आभारी हूं कि News18 और फेडरल बैंक यह पहल लेकर सामने आए हैं तथा इस अवसर पर मैं प्रत्येक नागरिक से टीका लगवाने का अनुरोध करना चाहता हूं। मैं आशा करता हूं कि हमारा Sanjeevani एंथम लोगों के दिमाग में मौजूद वैक्सीन से जुड़ी भ्रांतियां दूर करने में मददगार सिद्ध होगा।
बात को आगे बढ़ाते हुए एंथम के संगीतकार शंकर महादेवन कहते हैं कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में एक ऐसी पहल का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है, जो महामारी के खिलाफ जारी हमारी मौजूदा जंग में व्यापक पैमाने पर टीकाकरण वाले राष्ट्रीय कार्य को आगे बढ़ा रही है। इस संकट ने हमारे सामाजिक-आर्थिक ढांचे को उलट-पुलट कर दिया है। वास्तव में देखा जाए तो यह हम में से प्रत्येक पर निर्भर है कि हम जागरूकता पैदा करने, सकारात्मक कार्रवाई को प्रोत्साहित करने और यह सुनिश्चित करने में अपना योगदान दें कि देश पटरी पर लौट आए। इस एंथम की रचना के पीछे यही विचार काम कर रहा है- जमीनी स्तर पर जागरूकता फैलाना और ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करना। यदि हम इस महत्वपूर्ण संदेश को संगीत के माध्यम से परिवर्तन की एक शक्ति के रूप में प्रेषित कर सकें तो इससे बेहतर बात कुछ नहीं हो सकती! इस एंथम को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया शुरुआत से ही बेहद उत्साहजनक रही है और मुझे पूरी उम्मीद है कि एंथम टीकाकरण के कार्य को और गति प्रदान करेगा।
इस गीत को गाते वक्त हुए अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए गायिका हर्षदीप कौर ने बताया कि मैं एक ऐसी पहल का हिस्सा बनकर गौरवान्वित महसूस कर रही हूं जो वास्तव में इस घातक महामारी को रोकने तथा इससे निपटने के लिए सामूहिक टीकाकरण का समर्थन करती है। यह ऐसी पहल है, जो केवल जबानी जमाखर्च करने या आकर्षक सोशल मीडिया अभियानों पर निर्भर नहीं है; बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर देश के कोने-कोने में जमीनी जागरूकता पैदा करने और असली कार्रवाई को अंजाम देने के लिए प्रतिबद्ध है। जब शंकर सर ने मुझे इस एंथम का कॉन्सेप्ट सुनाने के लिए कॉल किया और बताया कि लोगों के लिए इसका क्या महत्व होगा, तो मैंने फौरन हां कर दी। यह तथ्य कि बराबरी पैदा करने में संगीत का कोई सानी नहीं है और संगीत इस तरह के महत्वपूर्ण संदेश को दोहराता रहता है; इसे और खास बनाता है। ट्रैक की सकारात्मक अनुभूति और ऊर्जा तथा गीत में छुपा गहरा अर्थ दर्शकों को बेहद पसंद आएगा। दरअसल इसे गाते समय मैं आशावाद और जोश से भर गई थी। मुझे उम्मीद है कि यह एंथम सुनकर ज्यादा से ज्यादा नागरिक टीकाकरण अभियान को गंभीरता से लेंगे। फिलवक्त खुद की और अपने आसपास मौजूद लोगों की सुरक्षा से ज्यादा देशभक्तिपूर्ण चीजें कम ही नजर आती हैं।
गीत के असरदार बोल लिखते हुए उत्पन्न हुई विचार प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए गीतकार तनिष्क नाबर ने कहा कि एक गीतकार के रूप में मुझे सबसे बड़ी संतुष्टि तब मिलती है जब किसी मधुर धुन पर सजाए गए शब्दों के माध्यम से मैं कोई सकारात्मक बदलाव और जमीनी असर पैदा कर पाता हूं। टीकाकरण के प्रति जागरूकता पैदा करने का संदेश देने वाला 'टीका लगा' एंथम मेरे दिल के बहुत करीब है। इसके असर या प्रासंगिकता को हल्का किए बिना इसे मजेदार बनाए रखना यकीनन एक चुनौती थी। लेकिन शंकर महादेवन जी की खूबसूरत धुन तथा उनके गायन के सहारे हर्षदीप कौर, सिद्धार्थ और शिवम महादेवन की आवाज में इस एंथम की रचना करने में बड़ा आनंद आया! सौमिल श्रृंगारपुरे के शानदार प्रोडक्शन ने भी ट्रैक में एक और आयाम जोड़ा है। मैं पूरे दिल से चाहता हूं कि 'टीका लगा' यथासंभव ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचे, क्योंकि हम देश भर में बड़े पैमाने पर टीकाकरण का एक मजबूत अभियान चलाना चाहते हैं।
फेडरल बैंक द्वारा गोद लिए गए पांच जिलों- अमृतसर, नासिक, इंदौर, गुंटूर और दक्षिण कन्नड़ा के सभी गांवों में कोविड टीकाकरण शिविर स्थापित करने के बाद अपनी 'Sanjeevani गाड़ी' के जरिए यह अभियान एक कोविड-मुक्त कल का स्वागत करने की दिशा में सही कदम उठा रहा है।
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