By 121 News
Chandigarh Sept.05, 2020:-
कोरोना महामारी के कारण गरीब और जरूरतमंद छात्रों की शिक्षा को सुनिश्चित करने और उनके अंदर छिपी कला को उजागर करने के लिए कायनात प्रॉजेक्ट शुरू किया गया है। इस प्रॉजेक्ट के तहत शुरू किये गए 'द क्रिएटिव फेस्ट' मंच पर इन बच्चों को अपनी कला को उजागर करने का मौका मिलेगा। अमृतसर स्थित कांग्रेस भवन में इस प्रॉजेक्ट का नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयुआई) की महिला विंग की अध्यक्ष रामशा कलहन और उपाध्यक्ष ग़ज़ल छीना ने औपचारिक रूप से उद्घाटन किया। उन्होंने इस मौके पर अपने विचार व्यक्त करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रॉजेक्ट के तहत शुरू किया गया यह प्रोग्राम लॉकडाउन के कारण अपने स्कूलों की क्लास मिस करने को मजबूर छात्रों में आत्मविश्वाश जगाने के लिए अहम रोल अदा करेगा। उन्होंने बताया कि यह मंच एक तरह से युवा मन में रचनात्मकता को जगाने का एक प्रयास है जहां उन्हें अपने लेखन और चित्रकारी कला कौशल का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। मंच की ओर से विभिन आयु वर्ग के बच्चों में लेखन ओर चित्रकारी प्रतियोगिताएं करवाई जाएँगी।
इस अवसर पर नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) पंजाब के अध्यक्ष अक्षय शर्मा ने कहा कि उनका यह प्रयास देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की विरासत को आगे बढ़ाएगा और यह मंच जरूरतमंद और गरीब तबके के बच्चों के लिए सुलभ शिक्षा सुविधाएं सुनिश्चित करने को समर्पित होगा।
इस मौके माझा ज़ोन के सभी स्कूलों के अध्यक्ष मनबीर संधू ने बताया कि इस मंच के तहत करवाई जाने वाली प्रतियोगताओं को तीन आयु वर्ग के समूह में बांटा गया है। जिसके तहत पहला आयु वर्ग 6 से 9 साल का है, जिसका विषय 'मेरा परिवार' रखा गया है। संधू ने बताया कि कोरोना महामारी ने परिवारों को एक साथ जोड़ा है और इस विषय के साथ हम इन बच्चों में उपजे अपने परिवार के प्यार को कला के माध्यम से उजागर का मौका मिलेगा। इस मंच के तहत करवाई जाने वाली प्रतियोगता के दूसरे आयु वर्ग में 10-13 वर्ष की आयु के बच्चे शामिल हैं और इस आयु वर्ग के बच्चों का विषय 'मेरा भारत' रखा गया। अक्षय शर्मां ने बताया कि यह विषय विशेष रूप से यह देखने के लिए चुना गया है कि ये बच्चे अपने देश का भविष्य है और वह अपने देश को को किस नजर से देखते हैं। ने बताया की तीसरा आयु समूह में 14 से 16 वर्ष के बच्चे शामिल हैं जिसमें भाग लेने वाले बच्चे 'मेरी पसंदीदा स्मृति' विषय पर निबंध लिखेंगे।
उन्होंने बताया कि इन सभी प्रतियोगिओं के प्रविष्टियों को व्हाट्सएप के माध्यम से उनके मंच के पास भेजना होगा और जिन बच्चों के पास स्मार्ट फोन नहीं होंगे, उनसे मंच के स्वयंसेवक स्व्य संपर्क बना कर उनकी प्रविष्टियों के एकत्रित करेंगे। मंच कि ओर से सबसे अच्छी प्रविष्टियाँ चुनकर उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा। उन्होंने आगे कहा कि यह महामारी ऑनलाइन अवसरों से वंचित बच्चों को उनकी रचनात्मक भावनायों को जगाने और उजागर करके का एक प्रयास है।
इस मौके पर वंश बस्सी, अर्शदीप सिंह, रत्न मल्ही, रोनित महाजन, ध्रुव वर्मा, राजबीर सिंह,अर्शिया और अंजनयाय भी विशेष तौर पर उपस्थित थे।
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