By 121 News
Chandigarh May 20, 2020:- सेक्टर-46 स्थित श्री धनवंतरी आयुर्वेदिक काॅलेज एंड हाॅस्पिटल द्वारा काेविड के एसिंप्टाेमेटिक मरीजाें के इलाज के लिए क्लिनिकल ट्रायल शुरू किये जा रहें हैं। इसके तहत काेराेना के ऐसे संक्रमित मरीज जिनमें काेई गंभीर लक्षण न हाें, मिनिस्ट्री ऑफ आयुष के दिशा-निर्देश पर हाेने वाले इस ट्रायल में ऐसे मरीजाें काे काेविड मुक्त किया जाए, इस पर रिसर्च की जाएगी।
श्री धनवंतरी आयुर्वेदिक काॅलेज एंड हाॅस्पिटल के जनरल सेक्रेटरी डाॅ. नरेश मित्तल ने बताया कि सीसीआरएएस (सेंट्रल काउंसिल ऑफ रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंस) के साथ मिलकर आयुर्वेदिक पद्धति से मरीजों को किस तरह जल्द ठीक कर घर भेजा जाए, उसका ट्रायल हाेगा।
इसके तहत मरीजाें का सीसीआरएस द्वारा आयुष-64 टेबलेट से इलाज किया जाएगा। यह क्लिनिकल ट्रायल 24 मई से शुरू हाेगा। लगभग तीन महीने में यह ट्रायल पूरा हाेगा। इसके बाद आयुष के द्वारा काेविड के एसिंप्टाेमेटिक मरीजाें के लिए दवा निर्धाारित की जाएगी। ऐसा माना जा रहा है कि इस दवा के सेवन से मरीज 14 दिन बाद पूरी तरह स्वस्थ हाे जाएगा।
श्री धनवंतरी आयुर्वेदिक काॅलेज एंड हाॅस्पिटल काे काेविड केयर सेंटर बनाए जाने के बाद से यहां पर 50 मरीज दाखिल किए गए थे। यह मरीज 7 मई से यहां पर आए थे। यहां उन्हें आयुष-64 टेबलेट, अगस्त हरी तकी अवलेह एवं अनु तेल नस्य का सेवन कराया गया। इसके नतीजे सकारात्मक रहे और 10 दिन के भीतर करीब 20 मरीज पूरी तरह से ठीक हाेकर काेराेना काे मात देकर मंगलवार काे सेक्टर-22 स्थित सूद धर्मशाला में क्वारेंटाइन कर दिए गए हैं। इन मरीजाें में 6 साल से 65 साल उम्र के मरीज शामिल थे।
काेविड मरीजाें की देखभाल काे लेकर हाेने वाले खर्च की फंडिंग काॅलेज प्रबंधन की ओर से की जा रही है। यहां पर एक ऑब्जर्वर डाॅक्टर दिया गया है। यह डाॅक्टर एलाेपैथिक पद्धति से अगर इलाज की जरूरत पड़ती है ताे वह मुहैया करवाते हैं।
इसके तहत मरीजाें का सीसीआरएस द्वारा आयुष-64 टेबलेट से इलाज किया जाएगा। यह क्लिनिकल ट्रायल 24 मई से शुरू हाेगा। लगभग तीन महीने में यह ट्रायल पूरा हाेगा। इसके बाद आयुष के द्वारा काेविड के एसिंप्टाेमेटिक मरीजाें के लिए दवा निर्धाारित की जाएगी। ऐसा माना जा रहा है कि इस दवा के सेवन से मरीज 14 दिन बाद पूरी तरह स्वस्थ हाे जाएगा।
श्री धनवंतरी आयुर्वेदिक काॅलेज एंड हाॅस्पिटल काे काेविड केयर सेंटर बनाए जाने के बाद से यहां पर 50 मरीज दाखिल किए गए थे। यह मरीज 7 मई से यहां पर आए थे। यहां उन्हें आयुष-64 टेबलेट, अगस्त हरी तकी अवलेह एवं अनु तेल नस्य का सेवन कराया गया। इसके नतीजे सकारात्मक रहे और 10 दिन के भीतर करीब 20 मरीज पूरी तरह से ठीक हाेकर काेराेना काे मात देकर मंगलवार काे सेक्टर-22 स्थित सूद धर्मशाला में क्वारेंटाइन कर दिए गए हैं। इन मरीजाें में 6 साल से 65 साल उम्र के मरीज शामिल थे।
काेविड मरीजाें की देखभाल काे लेकर हाेने वाले खर्च की फंडिंग काॅलेज प्रबंधन की ओर से की जा रही है। यहां पर एक ऑब्जर्वर डाॅक्टर दिया गया है। यह डाॅक्टर एलाेपैथिक पद्धति से अगर इलाज की जरूरत पड़ती है ताे वह मुहैया करवाते हैं।
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