By 121 News
Chandigarh 25th June:- बिजली कर्मियों पर एस्मा लगाने के सरकार के फैसले पर कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर प्रदेश सरकार तानाशाही नीतियां जनता पर थोपने पर उतारू हो गई है। निजीकरण के विरोध में संघर्षरत बिजली कर्मचारियां पर एस्मा लगाकर प्रदेश सरकार ने तानाशाही रवैए का परिचय दिया है। भाजपा अब लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को छीनने का प्रयास कर रही है। पिछले डेढ़ वर्ष में मनोहर लाल सरकार के कुप्रबंधन के कारण राज्य में बिजली संकट लगातार गहराता जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां बिजली सप्लाई की स्थिति भयावह है, वहीं शहरी क्षेत्रों में भी 10 से 12 घंटों के बेमियादों ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। राज्य में बिजली उत्पादन की स्थिति बदतर है। सरकार अन्य प्रदेशों से बिजली आयात कर रही है। बावजूद इसके बिजली दरों में सरचार्ज लगाया जाना जनता के साथ अन्याय है।
कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि 23 सब डिविजनों को निजी हाथों में सौंपकर भाजपा निजीकरण को बढ़ावा दे रही है, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। निजी हाथों में सब डिविजन जाने से निजी कंपनियां मनमाने ढंग से लोगों से बिजली के दाम वसूलेंगी। बढ़ती महंगाई से बेहाल जनता पर सरकार की नीतियां और ज्यादा भार डालने वाली हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि एस्मा लगाने का फैसला हिटलरशाही है, जिसे तुरंत वापिस लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की नीतियों से कर्मचारी वर्ग में रोष बढ़ता जा रहा है। लोगों को रोजगार देने के वादे के साथ सत्ता में आई भाजपा सरकार ने पिछले डेढ वर्ष में विभिन्न विभागों से लगभग 50 हजार कर्मचारियों को बाहर किया है। कर्मचारी वर्ग सरकार की नीतियों के विरोध में सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर है। अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से धरना, प्रदर्शन करने का अधिकार हमारे संविधान ने हर व्यक्ति को दिया है, परंतु भाजपा इस लोकतांत्रिक अधिकार को भी छीन लेना चाहती है। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि सरकार की तानाशाही नीतियों को कांग्रेस किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।
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