By 121 News
Chandigarh 15th June:-
पंजाब सरकार ने प्रदेश की करीब 256 प्राइवेट आई टी आई संस्थानों को बीते दो सालों सेअनुसूचित जाति से सम्बंधित विद्यार्थियों की फीस अदा नहीं की गई है जिस कारण एक तरफ संस्थानों के प्रबंधकों को वित्तीय घाटा सहनकरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है वहीँ दूसरी तरफ अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया गया है जिस से उनके भविष्य पर भी खतरे के बदल मंडराते नज़र आ रहे है } क्योंकि आई टी आई संस्थानों के प्रबंधकों ने अनुसूचित जाति केछात्रों को दाखिला देने से किनारा काटने का फैसला लेने पर मजबूर हो गए है
पंजाब आई टी आई संस्थानों की एसोसिएशन के प्रधान हिमांशु गुप्ता के अनुसार हर साल प्राइवेट आई टी आई संस्थानों बीस हजार केकरीब अनुसूचित जाति के छात्र दाखिला लेते हैं
पंजाब सरकार के नोटिफिकेशन के अनुसार 19006 रूपए प्रति विद्यार्थी सरकार की तरफ से आई टी आई संस्थानों के प्रबंधकों कोअदायगी का फैसला लिया गया था परन्तु बाद में सरकार की तरफ से इस को घटा कर 3350 रूपए प्रति विद्यार्थी फैसला कर दिया गया .हिमांशु के अनुसार पंजाब सरकार ने 2014 के बाद प्राइवेट आई टी आई संस्थानों को कोई भी फण्ड नहीं दिया गया
सरकारी आई टी आई संस्थानों में ट्रेनिंग ले रहे विद्यार्थियों को 50 से 60 हज़ार रु. प्रति विद्यार्थी सरकार के ओर से खर्च किया जाता हैजिसमें कच्चे साल के अतिरिक्त स्टाफ की सेलरी, बिजली, बिल्डिंग रिपेयर एवं अन्य खर्च शामिल है जबकि प्राइवेट आई टी आई संस्थानोंके प्रबंधकों को सारा खर्च स्वयं करना पड़ रहा है
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