By 121 News
Chandigarh 04th April:- कौशल उत्सव 21वीं सदी का आनन्दमय उत्सव है। वर्तमान समय में कौशल सिखाने से बड़ी राष्ट्र की कोई अन्य सेवा नहीं हो सकती। इसलिए समय की जरूरत के अनुसार तकनीक व कौशल युक्त मानव संसाधन का विकास कर ही भारत को अग्रणी बनाया जा सकता है। यह बात हरियाणा व पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने आज वत्सल छाया ट्रस्ट द्वारा स्थानीय टैगोर थियेटर में आयोजित कौशल उत्सव में बोलते हुए कही। उन्होंने ट्रस्ट के माध्यम से व्यावसायिक प्रशिक्षण पाने वाली महिलाओं को प्रमाण पत्र और सिलाई मशीनों का वितरण किया। चण्डीगढ की कालोनी नं0-4 और धनास में रहने वाली इन 140 महिलाओं को राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत प्रशिक्षण दिया गया है ताकि वे रोजगार प्राप्त कर अपने पैरांे पर खड़ी हो सकें।
राज्यपाल ने आगे कहा कि भारत की 67 प्रतिशत जनसंख्या युवाओं की है। लेकिन इतनी बड़ी आबादी में से केवल 12 प्रतिशत को ही व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त है। उन्होंने कहा कि हमें सोचना चाहिए कि यह आबादी देश व समाज की पोषक है अथवा उस पर बोझ। अगर यह बोझ है तो इसलिए है क्योंकि इसे व्यावसायिक शिक्षा नहीं मिली है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में कौशल विकास योजना और अन्य कई योजनाएं चलाई हैं। लेकिन समाज के सहयोग के बिना इनमें सफलता प्राप्त नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि वत्सल छाया जैसे संगठन इस दिशा में सराहनीय काम कर रहे हैं। इनके सहयोग से हम चण्डीगढ के हर नागरिक को किसी न किसी हुनर का प्रशिक्षण देकर अपने पैरांे पर खड़ा करने में सफल होंगे। ऐसा होने पर हम इस संुदर नगरी को सही मायने में सुन्दर और स्मार्ट सिटी बनाने में कामयाब हांेगे।
इससे पहले चण्डीगढ नगर निगम आयुक्त बलदेव पुरूषार्थ ने भी विचार रखे। वत्सल छाया ट्रस्ट की चेयरपर्सन संगीता वर्धन ने अतिथियों का स्वागत व धन्यवाद किया और ट्रस्ट के कार्यक्रमों और उपलब्धियों की जानकारी दी।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव, उच्चतर शिक्षा विभाग, हरियाणा विजय वर्धन और चण्डीगढ नगर निगम के संयुक्त आयुक्त राजीव गुप्ता भी उपस्थित थे।
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