By 121 News Reporter
Chandigarh 20th March:-- लोकसभा चुनावों की चंडीगढ़ से भाजपा की उम्मीदवार किरण खैर चंडीगढ़ स्थित सैक्टर-34 गुरू दरबार में पूजा याचना करने के लिए पहुंची। क्योंकि उनका कहना है कि वह सिख समुदाए से है। इतना ही उनका कहना है कि 21 मार्च को अपना नामांकन दाखिल करेगीं। इस बारे में जानकारी सैक्टर-33 भाजपा कार्यल्य में एक प्रैसवर्ता के दौरान बताई गई। उनका कहना है कि शहर के मुद्दे की जानकारी अपने घोषणापत्र में शामिल करेगे और बताया जाएगा। उनका कहनाा है कि लोक सभा के चुनाव में जीतने के बाद चंजीगढ़ ही मिलेगी , दिल्ली , मुम्बाई नहीं मिलेगी । क्योंकि उनका कार्यल्य चंडीगढ़ में ही है और रहेगें। जबकी जब अपने वारिष्ट नेता हरमोहन धवन से मिलकर आए है, उन्होंने आने की बात कही है । किरण खेर बोलीं, बंसल साहब पिछले 15 साल में अब तक यह छोटे-छोटे काम नहीं करवा सके क्या आप चाहेंगे कि 16वें साल में भी उनको ही आजमाया जाए।
किरण खेर ने कहा कि सुना है दूसरी पार्टी वाले कहते हैं कि वो यंग है और मैं बूढ़ी। तो आपको मैं बता दूं कि मैं तो लंबी रेस का घोड़ा हूं और सबको बूढ़ा करके जाऊंगी। इसी शहर की बेटी हूं और यहां मुद्दों को उठाना मेरा काम है। पूर्व कांग्रेसी सांसद पवन कुमार बंसल 15 साल से कुर्सी संभाले हैं। टीवी देखती हूं तो लगता है कि वह कांग्रेस के सबसे बड़े आदमी हैं। तीन साल पहले नगर निगम चुनाव में प्रचार के लिए आई तो बेहद दुख हुआ कि सिटी की हालत ब्यूटीफुल जैसी तो कतई नहीं। अब व्यापारियों के मुद्दे सामने हैं। आखिरकार बंसल साहब ने अब तक किया क्या? मैं व्यापारियों को आश्वस्त करती हूं कि यदि मुझको चुनकर यहां से भेजा तो निश्चित रूप से उनकी मांगों को केंद्र सरकार के सामने रखूंगी। इन मुद्दों को अपने मैनीफेस्टो में शामिल करवाऊंगी। लीज होल्ड से फ्री होल्ड, बिल्डिंग में आंतरिक चेंज पर पांच सौ रुपये प्रति स्क्वायर फीट प्रतिमाह की पेनल्टी को हटवाऊंगी।
भाजपा की चंडीगढ़ सीट से लोकसभा प्रत्याशी किरण खेर रूठे कार्यकर्ताओं को मनाने में जुटी हैं मगर पूर्व केंद्रीय मंत्री और चंडीगढ़ से टिकट के दावेदार रहे हरमोहन धवन को फिलहाल नजरंदाज किया जा रहा है। हालांकि किरण खेर ने कहा था कि वह धवन को मनाने गई थी। उसके वाबजूद भी धवन पार्टी की बैठकों में नही आए।
किरण खैर का कहना है कि वह सिख समुदाय की बेटी है। उनके पिता कनरल है । वह मूल रूप से चंडीगढ़ की रहने वाली , चंडीगढ़ में जन्म लिया , यहा पर ही पढ़ाई कर , खेल कूद में कई इनाम इस शहर को दिलाए है। इसी के साथ साथ फिल्मी दुनिया में अपने शहर का नाम को आगे बढय़ा है। उनका कहना है कि लोक सभा के चुनाव जितने के बाद भी वह चंडीगढ़ अपने कार्यल्य और अपने इसी शहर चंडीगढ़ में रहेगी। उन्होंनो अपने तिखें व्यगों में कहा है कि कांग्रेस की सरकार सत्त में है , मेयर भी उनका गर्वनर भी उनका फिर भी चंडीगढ़ के लिए उन्होंने कोई काम नहीं किए है । उनका अहम मुद्दा है शहर वासियों को मूल भूत सुविधा देना और भाजपा को जिता कर मोदी को दिल्ली की कुर्सी पर बिठाना है। इतना ही नही 21 मार्च को अपना नामंकन भरने के लिए जाएगी।
वहीं हरमोहन धवन अब पार्टी के साथ रहेंगे या नहीं, इस पर वह 21 मार्च को फैसला करेंगे। धवन ने शुक्रवार को सुबह अपने घर पर समर्थकों की बैठक बुलाई है, जिसमें वह अगली रणनीति पर विचार करेंगे और फैसला लेंगे। किरण खेर को प्रत्याशी बनाए जाने पर अभी तक धवन ने कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी है और न ही उन्होंने खेर का समर्थन करने की बात कही है। खेर को सहयोग देने के बारे में जब धवन से बात की गई तो उन्होंने यही कि वह अभी इस बारे में सोचेंगे।
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