Saturday 30 April 2022
Star of Glorify (Mrs, Miss and Kids) Fashion Show Held
Chitkara University Dominates Times Higher Education World University Rankings-2022
Times Higher Education (THE) Rankings assess the impact of a university on society through its contributions toward the United Nations (UN) Sustainable Development Goals (SDGs). The SDGs, also known as the Global Goals, were adopted by the UN in 2015 as a universal call to action to end poverty, protect the planet, and to ensure that by 2030 all people enjoy peace and prosperity.
The rankings provide the definitive list of the world's best universities, with an emphasis on the research mission. It is the only global university league table to judge research-intensive universities across all of their core missions: teaching (the learning environment); research (volume, income and reputation); citations (research influence); industry income (knowledge transfer) and international outlook (staff, students and research). Trusted worldwide by students, teachers, governments and industry experts, this year's ranking revealed how the COVID-19 pandemic has started to shift global higher education performance.
On the occasion, Dr. Madhu Chitkara, Pro-Chancellor, Chitkara University, said that Chitkara University has always strived towards excellence and we provide our students and staff with ample opportunities and a progressive environment to make them competent to take on every challenge. We work with the intent to nurture the future and make this nation proud.
नरेन्द्र कौर ‘नसरीन’ द्वारा रचित ट्राईसिटी के साहित्यकारों पर अधारित - ‘लफ्जां दे हमसफर’ का विमोचन
पुस्तक में ट्राईसिटी में पंजाबी भाषा से जुड़े अधिकांश लेखकों, पत्रकारों, रंगकर्मियों, साहित्यकारों का उनके द्वारा अब तक रचित साहित्य कार्य, प्रोफेशेनल और व्यक्तिगत पहलूओं का बखूबी चित्रण करने का प्रयास किया है। लेखिका का मानना है कि उनकी यह कृति इस क्षेत्रों से जुड़े लोगों को पुस्तक में सम्मालित ट्राईसिटी की हस्तियों को और करीब से जानने का मौका प्रदान करेगी।
पूर्व अध्यापिका के साथ विदेश में लगभग एक दशक तक हिन्दी और पंजाबी भाषा का प्रसार कर चुकी नरेन्द्र ने बताया कि इससे पहले वे 'ईबादत' नामक काव्य संग्रह लिख चुकी है। रिलीज हुई पुस्तक पर वह वर्ष 2015 से काम रही थी परन्तु गत वर्षों में आये उतार - चढ़ाव के बावजूद भी उन्होंनें अपना लेखन जारी रखा। उन्होंनें यह पुस्तक अपने युवा दामाद रोहन कुमार वछेर को समर्पित की है जो अब इस दुनिया में नहीं हैं । अपने इस प्रोजेक्ट से संतुष्ट नरेन्द्र कौर ने कहा कि वे इस पुस्तक के दूसरे संस्करण पर काम रही हैं जिससे कि क्षेत्रीय पंजाबी साहित्य और साहित्यकारों व उनके द्वारा रचित साहित्य को जानने का नया मौका मिलेगा।
नरेन्द्र कौर ने पुस्तक के प्रकाशन के लिये तरलोचन पब्लिशर्स का विशेष रुप से आभार व्यक्त किया।
अपने संबोधन में डाॅ दीपक मनमोहन सिंह ने लेखिका के इस कार्य की प्रशंसा करते हुये इसे क्षेत्रीय पंजाबी साहित्यकारो के विषय में लिखने की एक अनूठी पहल बताया जो कि लोगों के लिये ज्ञानवर्धक होगी और एक 'रैफ्रेंस' का काम भी करेगी। उन्होंनें कहा कि यह एक मिनी इनसाईक्लोपीडिया है जिसे डिजीटल स्वरुप देकर विश्व के कोने कोने तक पहुंचाना चाहिये। उन्होंनें आये दर्शकों को वर्ष 2010 से उनके साथ विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही नसरीन की कार्यशैली से अवगत करवाया और इसी लयबद्ध तरीके से पंजाबी साहित्य के उत्थान में अपने प्रयासों को जारी रखने का आहवान किया। उन्होंनें कहा कि नसरीन जैसे प्रयास पंजाबी समाज के लिये एक बेहतरीन उदाहरण जो कि इस बात का सूचक है कि पंजाबी और पंजाबियत को कभी भी कोई खतरा नहीं है।
मुख्यातिथि के रुप में आई सविता भट्टी ने अपने भावुक संबोधन में अपने दिवंगत पति जसपाल भट्टी द्वारा उनको लेखन के प्रति प्रोत्साहन को दर्शकों के समक्ष साझा किया। उन्होंनें नरेन्द्र कौर को उनके जीवन में प्राप्त विभिन्न काबलियत की 'वूमैन अचीवर्स' की संज्ञा दी और आये लोगों को संदेश दिया कि सभी को तकलीफों से गुजरते हुये ही और अधिक मजबूती मिलती है, इसलिये जीवन में आ रहे उतार - चढ़ाव के प्रति अड़िग और एकाग्रचित (फोकस्ड) रहें।
इससे पूर्व जगदीप कौर नूरानी ने पुस्तक के विषय में पेपर पढ़ा।
कार्यक्रम का संचालन दीपक शर्मा चनारथल ने किया जबकि अध्यक्षता मंडल में शामिल मनजीत इंद्रा, स्वैराज संधू, श्रीराम अर्श, बलकार सिद्धू, शिंदरपाल सिंह, सेवी राईत, सरदारा सिंह चीमा, अशोक भंडारी नादिर, तरलोचन सिंह और सुखदेव सिंह सिरसा ने भी अपने विचार व्यक्त किये जिन्हें आयोजकों द्वारा सम्मानित भी किया गया।
Giving 100% in Efforts and Stick to the Path of Truth & Honesty is the Success Mantra to Achieve High Heights in Life: Harjinder Kaur
सक्षम 2022- 'ईंधन संरक्षण मंत्र को अपने दैनिक जीवन में अपनाएं': देबेंद्र दलाई
20 दिनों तक चलने वाला यह अभियान नागरिकों में पेट्रोलियम संरक्षण की तीव्र आवश्यकता के बारे में जागरूकता लाने के लिए था। पीसीआरए (पेट्रोलियम कंसर्वशन रिसर्च एसोसिएशन) और तेल पीएसयू के माध्यम से पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय पूरे भारत में एक जन जागरूकता अभियान का आयोजन कर रहा है।
बी.के. मोहंती, सीजीएम-आईबी, आईओसीएल चंडीगढ़ ने स्वागत भाषण दिया और सुबोध चौधरी, स्टेट लेवल कोऑर्डिनेटर (ऑइल इंडस्ट्री, यूटी चंडीगढ़) और डिप्टी जनरल मैनेजर (रिटेल), एचपीसीएल, चंडीगढ़ रीजनल ऑफिस ने मुख्य अतिथि और अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों का समय निकालने के लिए स्वागत किया। उन्होंने चंडीगढ़ और पंजाब में आईओसी, बीपीसी, एचपीसी और गेल द्वारा आयोजित विभिन्न गतिविधियों का विवरण दिया और सक्षम 2022 अभियान को सफलतापूर्वक पूरा किया।
मुख्य अतिथि देवेंद्र दलाई ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि मुझे यकीन है कि सक्षम ने विभिन्न जन जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से पेट्रोलियम के संरक्षण को बढ़ावा देने में मदद की है, जिसे तेल उद्योग के सदस्यों द्वारा उठाया गया था। उन्होंने ईंधन संरक्षण के महत्व पर जोर दिया और सक्षम जैसे अत्यधिक केंद्रित कार्यक्रम की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी से अपने दैनिक जीवन में ईंधन संरक्षण मंत्र को अपनाने का आह्वान किया।
उपस्थित अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में, ललित भट्ट, चीफ जनरल मैनेजर, मार्किटिंग, गेल इंडिया लिमिटेड और कुमार नंदन सिंह, टेरिटरी मैनेजर, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, चंडीगढ़ शामिल थे।
इस अवसर पर सभी तेल कंपनियों के अधिकारी, एलपीजी वितरक, रिटेल आउटलेट डीलर, ल्यूब वितरक, स्कूली बच्चे, शिक्षक, परिवहन क्षेत्र के प्रतिभागी उपस्थित थे।
अभियान के दौरान, चंडीगढ़ और पंजाब के जिलों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इनमें ईंधन संरक्षण पर स्कूलों में वाद-विवाद, क्विज और ग्रुप टॉक, वॉल पेंटिंग प्रतियोगिताएं, वॉकथॉन, साइक्लोथॉन, ई-वाहन रैली, एलपीजी पंचायत, डिलीवरी बॉय को प्रशिक्षण, रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी में ग्रुप टॉक शामिल थे। इस अभियान के दौरान एक मोबाइल वैन तेल संरक्षण साहित्य वितरित कर रही है और पीसीआरए के तेल और गैस संरक्षण पर ऑडियो/विजुअल फिल्में दिखाकर पूरे चंडीगढ़ और पंजाब को कवर किया है।
अभियान के अलावा ईंधन संरक्षण पर ऑनलाइन शपथ ली गई, और दूरदर्शन, स्वच्छ और हरित ऊर्जा पर रेडियो वार्ता भी आयोजित की गई।
Friday 29 April 2022
पंचकूला में 30 अप्रैल से शुरू होने जा रही है एशियाड सर्कस: हरियाणा विधानसभा स्पीकर 30 अप्रैल को अपने कर कमलों से करेंगे सर्कस का शुभारंभ
चंडीगढ़ मेयर ने गुरु नानक फूड बैंक के फाउंडर नीरज वालिया को सराहनीय कार्यों के लिए सराहना पत्र दे किया सम्मानित
Singer Feroz Khan Song "Main Te Mera Dil" Released
Chitkara University Dominates Times Higher Education World University Rankings-2022
Times Higher Education (THE) Rankings assess the impact of a university on society through its contributions toward the United Nations (UN) Sustainable Development Goals (SDGs). The SDGs, also known as the Global Goals, were adopted by the UN in 2015 as a universal call to action to end poverty, protect the planet, and to ensure that by 2030 all people enjoy peace and prosperity.
The rankings provide the definitive list of the world's best universities, with an emphasis on the research mission. It is the only global university league table to judge research-intensive universities across all of their core missions: teaching (the learning environment); research (volume, income and reputation); citations (research influence); industry income (knowledge transfer) and international outlook (staff, students and research). Trusted worldwide by students, teachers, governments and industry experts, this year's ranking revealed how the COVID-19 pandemic has started to shift global higher education performance.
On the occasion, Dr. Madhu Chitkara, Pro-Chancellor, Chitkara University, said that Chitkara University has always strived towards excellence and we provide our students and staff with ample opportunities and a progressive environment to make them competent to take on every challenge. We work with the intent to nurture the future and make this nation proud.
Meeting of Chandigarh Congress Councilors Held
It was unanimously resolved that the Chandigarh Congress shall continue to oppose the exhorbitant increase in Water Tariff imposes on the people of Chandigarh both within the Corporation and outside and take steps to get it withdrawn.
The Congress Councillors accused the BJP of going back on its poll promise in December 2021 that it would not increase water tariff, if elected. The BJP is burdening people with back-breaking increase in water tariff by making a false promise to supply 24 x7 water supply. Such a continuous supply can easily be brought about without increasing the tariff, the Councillors declared.
The Congress Councillors also castigated the Aam Admi party, who got their 14 councillors, elected on the promise of providing 20000 litres of free water to each huuse hold in the city. The AAP councillors are now hand in glove with the BJP in supporting their anti-people agenda. The occasional protests by the AAP councillors is like paying a mere lip service to the cause.
Further, the Congress Councillors lashed out at the Municipal Corporation for sending notices to the city residents, imposing interest and Penalty on Property tax. The people are made to pay penalties and high rate of Property tax due to ineficiency and negligence of the officers, of the Corporation, which should immediately be reversed, the councillors added.
The meeting ended with a resolve to always stand by the people of Chandigarh and agitate their issues to safeguard their interst and welfare.
Those who attended the meeting included Subhash Chawla, President CTCC, Gurbax Rawat, Jasbir Bunty, Gurpreet Gapi, Nirmala Devi, Darshana, Gurcharanjit Singh, Sachin Galav and Rajiv Sharma, spokesperson Chandigarh Congress.
7th Edition of Usha Divyang Cricket League 2022 to Begin on 2nd May in Chandigarh
Chandigarh, April 29, 2022:-Underpinning its commitment to supporting inclusive sporting initiatives, USHA today announced its continued association with All India Cricket Association for the Deaf (AICAD) and Deaf Cricket Federation of Punjab as sponsors of the 7th edition of the Usha Divyang Cricket League. To be played in Chandigarh, this year the league will witness over 150 specially-abled cricketers play across three categories: visually impaired, hearing impaired, and wheelchair categories. The inauguration ceremony for the League will be held on 1st May, 2022 at Sector 16 Cricket Stadium, Chandigarh. Honorable Adviser to Administrator, Chandigarh, and Honorable Chief Secretary, Punjab –Anirudh Tiwari – will be the Guests of Honour, along with other dignitaries and bureaucrats.
The three-day cricket tournament with matches starting from May 2 will witness 9 teams of specially-abled cricketers and Smt. Poonam Khaira Sidhu I.R.S., Principal Chief Commissioner of Income Tax is expected to grace the inaugural match with her presence as Chief Guest, along with Kuldeep Singh Chahal IPS, SSP Chandigarh, as Guest of Honor.
The matches will begin early morning (7.00 a.m.) and be played across three cricket stadiums–Sector 16, Sector 26 Government Senior Secondary School, and Panjab University ground. The League will be played in T-20 format for deaf cricketers and follow the T-10 overs format for wheelchair cricketers. While players from most states have been part of earlier editions of this League, this is the first year deaf cricketers from Manipur, Meghalaya, and Nagaland will also be participating. Keeping in mind viewers who may not be able to attend the event in-person, the final match will also be live-streamed on YouTube and other social media platforms.
Commenting on the association, Komal Mehra, Head–Sports Initiatives and Associations at Usha International, said that our association with the Divyang Cricket League underpins our commitment to inclusive sports and aligns with Usha's 'Play' ethos aimed to encourage the youth to stay active and healthy. The grit of those who rise above all odds to showcase their resolve and determination on the field is applause-worthy. The pandemic has brought about an awareness about physical and mental health like never before and Usha's intent is to reinforce this message while enabling people from all walks of life to hone their talent via platforms that are available to all, starting from the grassroots level.
Usha International is an avid supporter and promoter of a wide array of inclusive sporting initiatives across the country that encourage and inspire budding athletes to follow their passion. Some of Usha's initiatives include its long-standing association with the Mumbai Indians team, its recent partnership with Cricketer Mithali Raj, cricket for the differently-abled, Ultimate Flying Disc for the lesser privileged, ancient, and indigenous sports like Mallakhamb, Siat Khnam, and Kalari, sports for the visually challenged (Athletics, Kabaddi, Judo, and Powerlifting), as well as football. In the past, Usha has also been a key sponsor for the Indian Deaf Cricket Team for the Deaf Cricket Asia Cup.
Khosa Cine Corporation and Punjeeri Production - Desi Valaitiye, UK Announces Their Upcoming Punjabi film - 'Jind Tere Naa'
Baljinder Singh Khosa, owner of Khosa Cine Corporation and producer, during a media interaction at Chandigarh Press Club, said that it will be a real musical love story Punjabi film which the audience will certainly like.
The story of the movie has been written by RP Singh, who is also the director and lyricist of the film. Sanjeev Bhanot, owner of Punjeeri Production - Desi Valaitiye, will take care of shooting permissions etc in the UK. The creative director of the film is Pardeep Singh Dhall and Assistant Directors are R Jassi, Gaggi Singh and Devender Singh Virdi, Technical Head.
Advocate P. M.P Singh of Punjab and Haryana High Court, is the legal consultant for the project. All these people associated with the project were present in the press meet held to announce the movie -'Jind tere Naa.'
Speaking on the occasion, RP Singh, who has also written and directed short films for Doordarshan like 'Raftaar', 'Adhoora Sach', 'Short Cut', serial 'Jeevan Saathi', 'Shaadi Laal', etc said that 'Jind Tere Naa' is going to set multiple examples in terms of theme, music, direction and dialogue. He said that the film will be a healthy family entertainer.
Reflecting on the film, R P Singh added that 'Jind Tere Naa' veers around the story of the young generation. Everybody thinks that youngsters in Punjab are crazy for going and settling abroad, which is not 100 per cent true. People are also leading a very good life here in India, especially in Punjab. They have very deep roots here and don't want to leave their soil. This is also a reality.
B S Khosa said that the film will be an eye-opener for many people who are carrying the same wrong impression that youth in Punjab are hell-bent upon having their foothold abroad. He added that it is not like that. It is a matter of choice. The young generation is quite engrossed in the values and ethos of Punjab and Punjabiyat.
On the collaboration with Punjeeri Production – Desi Valaitiye, UK, Khosa said: "It is like giving back to society and the roots you belong to. Punjabi Diaspora has a great liking and attachment with the land of their birth. The spirit of giving back to the roots is quite strong among the Punjabi Diaspora.
Added Bhanot that we are extremely delighted to have joined hands with Khosa Cine Corporation. Punjeeri Production - Desi Valaitiye will be promoting productions of Khosa Cine Corporation in the UK and worldwide. It is a positive sign. We wish to strengthen the dynamics associated with Punjabi movies.
Creative Director Pardeep Singh Dhall said that punjabi films have come of age and now even offshore production houses are showing interest in Punjabi films. Punjeeri Production - Desi Valaitiye is UK based but is showing interest in Punjabi films. The credit also goes to Punjabi Diaspora, which is accelerating the growth of Punjabi cinema. As a result, Canada and the UK have turned into fertile markets for Punjabi films.
Dhall revealed that almost 70 per cent of the film will be shot in India, mainly Punjab and the rest 30 per cent in the UK.
Thursday 28 April 2022
Poster for ‘Ek Kadam Aasha Ka’ Free Artificial Legs Camp Unveiled
प्रतिष्ठित टाइम्स हायर एजुकेशन इम्पैक्ट रैंकिंग में शूलिनी यूनिवर्सिटी शीर्ष 200 वैश्विक यूनिवर्सिटीयों में शामिल
परेड ग्राउंड में फार्माटेक और लैबटेक एक्सपो की शुरुआत
हरियाणा सरकार ने फार्मा टेक्नोलॉजी इंडेक्स डॉट कॉम प्राइवेट लिमिटेड और इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (ईईपीसी इंडिया) के सहयोग से इस एक्सपो का आयोजन किया है।
एक्सपो फार्मा मशीनरी, फॉम्र्युलेशन, न्यूट्रास्यूटिकल, लैब, एनालिटिकल और पैकेजिंग उपकरणों पर एक इंटरनेशनल प्रदर्शनी है। प्रदर्शनी का आयोजन 7500 वर्ग मीटर के क्षेत्र में कियागया है और इसमें 200 से अधिक कंपनियों ने अपनी दवाओं और फार्मास्युटिकल उत्पादों के उत्पादन के लिए मशीनरी और उपकरण प्रदर्शित किए हैं। आयोजन के दौरान एक्सपो में पूरे देश और दुनिया से लगभग 5000 विजिटर्स के आने की उम्मीद है।
उद्घाटन के मौके पर बोलते हुए हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि इस तरह की प्रदर्शनीऔर एक्सपो का आयोजन करना वास्तव में एक बहुत ही अच्छा प्रयास है और इस पहल के लिए उन्होंने हरियाणा के ट्रेड फेयर अथॉरिटी और ईईपीसी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस तीन दिवसीय एक्सपो के दौरान लगभग 5000 आगंतुकों को लक्षित किया गया है जो कि वास्तव में एक अच्छा लक्ष्य है । श्री कौशल ने उम्मीद जताई की एक्सपो में सभी को प्रतिभागियों को व्यापार के अच्छे अवसर मिलेंगे। उद्योग में चुनौतियों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि चुनौतियां हमेशा ही आती रहती हैं लेकिन हमें उनसे प्रभावी ढंग से निपटना होगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में फार्मा उद्योग ने कोविड के दौरान उल्लेखनीय रूप से अच्छा प्रदर्शन किया और लेबोरेटरी उद्योग के क्षेत्र में भी प्रदर्शन अच्छा रहा है। देश के बाहर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अभी भी हमारे फार्मा उत्पादों के लिए एक विशाल बाजार उपलब्ध है, जिसे हमें तलाशने की जरूरत है।
मुख्य सचिव ने कहा कि हिमाचल फार्मा क्षेत्र भी अब विस्तार की तलाश में है जो वास्तव में एक अच्छा कदम है और हरियाणा इस उद्योग को सहायता प्रदान करने के लिए सदैव तत्पर है। अपनी समापन टिप्पणी में उन्होंने कहा कि एक्सपो में भाग लेकर बहुत कुछ सीखा जा सकता है जो हमें नयी टेक्नोलोजी और नवीनतम उपकरणों से अवगत कराएगा।
हरियाणा सरकार और इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (ईईपीसी इंडिया) के साथ संयुक्त रूप से आज एक उद्घाटन सत्र और हरियाणा एक्सपोर्टर्स कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। 'मेक इन इंडिया' पर फोकस के साथ 'फार्मा एक्सपोर्ट बिजनेस की गुणवत्ता और नियामक आवश्यकताएं' पर एक संगोष्ठी कल आयोजित की जाएगी।
इसके अलावा, इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (ईईपीसी इंडिया), लघु उद्योग भारती, हिमाचल ड्रग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एचडीएमए), अंबाला साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एएसआईएमए), ड्रग मार्केटिंग एंड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (डीएमएमए) और अन्य सहित बड़ी संख्या में संगठन उद्योग संघ और औद्योगिक समूह तीन दिवसीय फार्माटेक एक्सपो और लैबटेक एक्सपो के आयोजन का समर्थन कर रहे हैं।
यह कॉन्फ्रेंस और प्रदर्शनी फार्मा उद्योग की कंपनियों को विशेष रूप से इस क्षेत्र में फार्मा मशीनरी क्षेत्र में मौजूदा मुद्दों और अवसरों को समझने के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान कर रही है। इसके अतिरिक्त, प्रदर्शनी उद्योग में लगातार सामने आ रहे नवीनतम उत्पादों, नई तरह की बेहतर मशीनरी और उपकरण और विकास को प्रदर्शित कर रही है ताकि व्यापार और नई प्रौद्योगिकी को अपनाते हुए और विशेष रूप से संबंधित फार्मा उद्योग का अपग्रेडेशन (उन्नयन) किया जा सके।
डॉ.जी अनुपमा, आईएएस, अतिरिक्त मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार और मुख्य प्रशासक, ट्रेड फेयर अथॉरिटी ऑफ हरियाणा ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि फार्मा उद्योग अर्थव्यवस्था का बहुत महत्वपूर्ण क्षेत्र है। भारतीय फार्मा उद्योग काफी तेजी से बढ़ रहा है और इसने वैश्विक बाजार में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर लिया है। भारत में फार्मा उद्योग का विकास अभूतपूर्व और विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है। सरकार हरियाणा सरकार ने ईईपीसी इंडिया के सहयोग से हरियाणा के ट्रेड फेयर अथॉरिटी के बैनर तले इस फार्मा एक्सपो का आयोजन किया है। चंडीगढ़ को इस प्रदर्शनी के स्थल के रूप में चुनने का प्रमुख कारण पिछले दशक में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर आदि राज्यों में बड़ी संख्या में फार्मा यूनिट्स की स्थापना है। इन दिनों फार्मा मशीनरी और उपकरणों की इन राज्यों के साथ ही पूरी दुनिया में भारी मांग है। अभी तक प्रतिभागियों की प्रतिक्रिया काफी बेहतर रही है और इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी के दौरान खरीदारों द्वारा भी बड़ी संख्या में आने की उम्मीद है।
Galaxy Sivtek Launches Its Latest Pneumatic Roto Sifter
Wednesday 27 April 2022
सेल्फी पुआइंट नहीं, जलियां वाला बाग़ दर्द की जीती जागदी दास्तां : सुखदेव सिंह सिरसा
भारत से विदेश जाने वालों की संख्या में 133 फीसदी हुआ है इजाफा: शुभाशीष गांगुली
Grand Opening Ceremony of ISOfine TVS Showroom Held in Ambala
फार्मा टेक और लैब टेक एक्सपो का 12वां एडिशन आज से
एक्सपो फार्मा मशीनरी, फॉर्म्युलेशन, न्यूट्रास्युटिकल, लैब, एनालिटिकल और पैकेजिंग उपकरणों पर एक अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी है। हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल वीरवार को एक्सपो के उद्घाटन के मुख्य अतिथि होंगे।
आज यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ.राकेश सूरज, रीजनल डायरेक्टर, इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया और अनिल चौधरी, सीनियर मैनेजर, ट्रेड फेयर अथॉरिटी ऑफ हरियाणा ने बताया कि एग्जीबिशन का आयोजन 7500 वर्ग मीटर की जगह में किया जा रहा है और 200 से अधिक एग्जीबिटर्स ने दवाओं और फार्मास्युटिकल उत्पादों के उत्पादन के लिए मशीनरी और उपकरण प्रदर्शित किए हैं। आयोजन में लगभग 5000 विजिटर्स के आने की उम्मीद है।
28 अप्रैल को हरियाणा सरकार और इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (ईईपीसी इंडिया) के साथ संयुक्त रूप से एक उद्घाटन सत्र और हरियाणा एक्सपोर्टर्स कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि "क्वालिटी एंड रेगुलेटरी रिक्वायरमेंट्स ऑफ फार्मा एक्सपोर्ट बिजनेस'' पर ध्यान केंद्रित करने के साथ एक सेमिनार का आयोजन 29 अप्रैल को आयोजित किया जाएगा, जिसमें ''मेक इन इंडिया'' पर फोकस रहेगा। इस सेमिनार का आयोजन हरियाणा सरकार और इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (ईईपीसी इंडिया) के साथ संयुक्त रूप किया जा रहा है।
इसके अलावा, इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (ईईपीसी इंडिया), लघु उद्योग भारती, हिमाचल ड्रग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एचडीएमए), अंबाला साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एएसआईएमए), ड्रग मार्केटिंग एंड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (डीएमएमए) और अन्य सहित बड़ी संख्या में संगठन उद्योग संघों और औद्योगिक समूहों ने भी इस आयोजन को समर्थन दिया है।
यह कॉन्फ्रेंस और प्रदर्शनी फार्मा इंडस्ट्री की प्रमुख कंपनियों को विशेष रूप से इस क्षेत्र में फार्मा मशीनरी क्षेत्र में मौजूदा मुद्दों और अवसरों को समझने के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान करेगी। इसके अतिरिक्त, प्रदर्शनी फार्मा इंडस्ट्री में नवीनतम उत्पादों, मशीनरी, उपकरण और विकास को प्रदर्शित करेगी ताकि व्यापार और टेक्नोलॉजी को अपनाने और विशेष रूप से संबंधित फार्मा उद्योग का अपग्रेडेशन किया जा सके।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम पिछले 11 कार्यक्रमों के सफल आयोजन की सीरीज को आगे बढ़ाते हुए आयोजित किया जा रहा है। पहले के आयोजनों में से इंदौर में तीन, अहमदाबाद में चार और चंडीगढ़ में लगातार तीन आयोजन शामिल हैं। एक कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो मुंबई में भी की जा चुकी है और एग्जीबिटर्स लगातार हमारे सभी आयोजनों में हमारे साथ बने हुए हैं और लगातार समर्थन प्रदान कर रहे हैं। इंडस्ट्री के सहयोग से, हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि चंडीगढ़ में यह लगातार चौथा आयोजन है और एग्जीबिशन एरिया में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और साल 2017 में हमारे पहले आयोजन की तुलना में फार्माटेक और लैबटेक एक्सपो 2022 के दौरान विजिटर्स में लगभग 50 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है।
ट्रेड फेयर अथॉरिटी ऑफ हरियाणा के वरिष्ठ प्रबंधक अनिल कुमार चौधरी ने बताया कहा कि फार्मा उद्योग सबसे तेजी से बढ़ते उद्योगों में से एक है और भारत जेनेरिक दवाओं का उत्पादन करने वाले अग्रणी देशों में से एक है और इसे "विश्व की फार्मेसी" के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने आगे बताया कि भारत में उत्पादित जेनेरिक दवाओं / फॉर्मूलेशन का सेवन न केवल घरेलू स्तर पर किया जाता है, बल्कि दुनिया भर के विकसित और विकासशील देशों में भी किया जाता है।
माननीय मुख्यमंत्री हरियाणा का प्रदेश को फार्मास्युटिकल उद्योग के लिए एक हब के रूप में विकसित करने का एक विजन है और इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, हरियाणा राज्य ने पहले ही "2019 में हरियाणा फार्मास्युटिकल पॉलिसी" को अधिसूचित कर दिया था ताकि मजबूत बुनियादी ढांचे, वित्तीय सहायता और एक सरल नियामक व्यवस्था से युक्त एक अनुकूल और समग्र पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान किया जा सके। हरियाणा सरकार फार्मास्युटिकल क्षेत्र को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभा रही है, हरियाणा में उद्योग के अनुकूल नीतियां , बुनियादी ढांचा उद्योग के लिए लाभप्रद है। हरियाणा में फार्मास्युटिकल इकाइयों की सुविधा के लिए करनाल में एक फार्मास्युटिकल पार्क को भी विकसित किया जा रहा है।
हरियाणा सरकार का उपक्रम , ट्रेड फेयर अथॉरिटी ऑफ हरियाणा को राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए व्यापार मेलों और प्रदर्शनी के आयोजन का काम सौंपा गया है और संजीव कौशल, आईएएस, मुख्य सचिव हरियाणा की अध्यक्षता में ट्रेड फेयर अथॉरिटी ने फार्मा टेक एक्सपो और लैब टेक एक्सपो-2022 के आयोजन की आवश्यकता को महसूस किया ।
डॉ जी अनुपमा, आईएएस, अतिरिक्त मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार तथा चीफ एडमिनिस्ट्रेटर, ट्रेड फेयर अथॉरिटी ऑफ हरियाणा ने लिए इस प्रदर्शनी के आयोजन के लिए सराहनीय प्रयास किए जिससे भारतीय लघु इंजीनियरिंग कंपनियों को दवा उद्योग को मशीनरी प्रदान करने के लिए अवसर उपलब्ध किये जा सकें ।