Tuesday, 30 September 2025

आम आदमी पार्टी पार्षदों ने उच्च न्यायालय में याचिका की दायर

By 121 News
Chandigarh, Sept.30, 2025:-आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने चंडीगढ़ नगर निगम  (एमसीसी) की 352वीं जनरल हाउस बैठक में हुई जबरदस्ती, गैरकानूनी तरीके से बाहर निकालने और मिनट्स में झूठ दर्ज करने के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है।

आम आदमी पार्टी के पार्षद योगेश ढींगरा, जसविंदर कौर, दमनप्रीत सिंह बादल और रामचंदर यादव ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में सिविल रिट याचिका दायर की है। याचिका में 26 अगस्त 2025 को हुई चंडीगढ़ नगर निगम (एमसीसी) की 352वीं जनरल हाउस बैठक के एजेंडा आइटम संख्या 6 को रद्द करने और पारदर्शी व निष्पक्ष मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने की मांग की गई है।

पार्षदों का आरोप है कि बैठक के मिनट्स में झूठी जानकारी दर्ज की गई। इसमें लिखा गया कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के सभी पार्षद वेल में थे और इसी आधार पर उन्हें बाहर निकाला गया। यह पूरी तरह गलत है। न तो आम आदमी पार्टी और न ही कांग्रेस के किसी पार्षद ने वेल में प्रवेश किया था। पार्षदों का कहना है कि यह भाजपा की चाल थी, ताकि मनीमाजरा की जमीन का घोटाले का एजेंडा पास कराया जा सके, जबकि भाजपा के पार्षदों की संख्या कम थी।

आम आदमी पार्टी ने कभी भी V3 सड़कों के ट्रांसफर का विरोध नहीं किया। पार्टी की केवल मांग थी कि इसके लिए समय सीमा तय की जाए और साथ ही V5 और V6 सड़कों की तुरंत मरम्मत कराई जाए, जो कॉलोनी और गाँवों तक लोगों के घर तक जाती हैं। ये सड़कें आम जनता के लिए जीवनरेखा हैं और उनकी स्थिति सीधे नागरिकों की सुविधा और सुरक्षा को प्रभावित करती है।

पार्षदों ने कहा कि साजिश के तहत उनकी बात सुने बिना उन्हें जबरदस्ती बाहर निकाल दिया गया। नियमों के अनुसार, यदि चार सदस्य मतदान की मांग करें तो मतदान कराना अनिवार्य है। इसके बावजूद मेयर ने अपने अधिकार का दुरुपयोग किया और पार्षदों को बाहर कर दिया। इसके बाद मनमाने ढंग से मतदान कराई गई ताकि कार्रवाई को वैध ठहराया जा सके। यह तथ्य बैठक के मिनट्स में भी दर्ज है।

आम आदमी पार्टी के चार पार्षदों ने इसी बैठक के मिनट्स को अदालत में चुनौती दी है और कोर्ट से मांग की है कि इस बैठक में लिए गए सभी फैसले रद्द किए जाएँ, क्योंकि ये गैरकानूनी तरीके से लिए गए थे।

आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विजयपाल सिंह ने कहा कि नगर निगम में पारदर्शिता और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का उल्लंघन गंभीर मामला है। पार्षदों को बिना कारण हटाना और नियमों की अवहेलना करना स्वीकार्य नहीं है। हमने न्यायालय में इसे चुनौती दी है और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करेंगे।

आम आदमी पार्टी के महासचिव ओंकार सिंह औलख ने कहा कि बैठक के मिनट्स में झूठ दर्ज करना जनता के विश्वास को कमजोर करने की कोशिश है। पार्षदों को बाहर निकालकर भाजपा ने मनीमाजरा की जमीन का एजेंडा पास करवाने की साजिश की। आम आदमी पार्टी हर परिस्थिति में कानून और नियमों के पक्ष में खड़ी रहेगी। हम किसी भी प्रकार की मनमानी को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने स्पष्ट किया है कि उनका संघर्ष केवल नियमों और पारदर्शिता के लिए है। पार्टी सभी नागरिकों के हित की रक्षा के लिए न्यायालय में पूरी प्रक्रिया का पालन करेगी और सुनिश्चित करेगी कि नगर निगम में कोई भी निर्णय जनता के विश्वास और कानून के खिलाफ न लिया जाए। आम आदमी पार्टी ने यह भी कहा कि वह आगे भी लगातार निगरानी रखेगी ताकि भविष्य में ऐसी कोई मनमानी न हो और शहर की जनता को हो रहे नुकसान को रोका जा सके।

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