By 121 News
Mohali, July 26, 2025:-मोहाली के खरड़ शहर में रिश्तों को तार-तार करने वाली एक घटना सामने आई है, जिसमें 78 साल की वृद्ध मां, जो करोड़ों की मालकिन है, ने अपने एकलौते बेटे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि संपत्ति हड़पने के इरादे से बेटे ने उसे घर से बाहर निकाल दिया, जिसके कारण मां अब दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर है। मां द्वारा इंसाफ के लिए सरकार के दर पर जाने के बावजूद कोई उसकी बात सुनने को तैयार नहीं है।
आज यहां मोहाली प्रेस क्लब में एक प्रेस कांफ्रेंस दौरान अपनी पीड़ा सुनाते हुए पीड़ित महिला श्रीमती परमजीत कौर ग्रेवाल, पति पूर्व सीनियर ऑफिसर स्वः चरणजीत सिंह ग्रेवाल ने बताया कि हमने अपने बेटे को पढ़ा-लिखाकर इंजीनियर बनाया और अपनी करोड़ों रुपयों की संपत्ति बेचकर खरड़ में ही उसे एक निजी स्कूल खोलकर उसे पैरों पर खड़ा किया।
उन्होंने बताया कि मैं और मेरा बेटा सिमरनप्रीत सिंह ग्रेवाल, पति के निधन के बाद परिवार की 50-50 फीसदी संपत्ति के मालिक थे। जबकि मेरा बेटा सिमरनप्रीत सिंह ग्रेवाल पिछले 10-12 सालों से सारी संपत्ति अपने नाम करने के लिए मुझे लगातार तंग कर रहा था। मेरे द्वारा नाम न करने पर, उसने स्कूल को अपग्रेड करने के बहाने, मुझे मजबूर करते हुए जबरदस्ती साइन करवाकर मेरे हिस्से की संपत्ति 30 वर्षों के लिए लीज पर, पचास हजार रुपये सालाना किराए देने पर, अपने नाम करवा ली और दोनों पति-पत्नी खुद मालिक बन गए। उन्होंने बताया कि इसके बाद, वह, अपनी बेटी से मिलने के लिए विदेश चली गई तो जब वह वापस आई तो घर के आगे खड़े सुरक्षा गार्ड ने, मेरे बेटे के कहने पर घर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया। यहाँ तक कि घर की ताले आदि भी बदल दिए।
उन्होंने अपना दुख साझा करते हुए बताया कि स्कूल की आय में से एक भी पैसा नहीं दिया और मुझे अपना गुजारा करना भी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि आखिर बेटियाँ ही माँ-बाप का सहारा बनती हैं और वह उसके पास चली गई। उन्होंने आगे कहा कि वह और उसकी बेटी पिछले चार महीनों से इंसाफ लेने के लिए एस.डी.एम. खरड़, पंजाब महिला आयोग और उप पुलिस कप्तान खरड़ को लिखित अपीलें कर चुकी हैं, पर कई महीनों बीत जाने के बावजूद भी हमें इंसाफ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि आखिर उनके पास प्रेस के सामने आकर अपना दुख-दर्द सार्वजनिक करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा।
उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, डीजीपी पंजाब और डीसी मोहाली से अपील की है कि उन्हें इंसाफ दिलाते हुए उनके घर का कब्जा दिया जाए।
जब परमजीत कौर ग्रेवाल के पुत्र सिमरनप्रीत सिंह ग्रेवाल से बातचीत की तो उन्होंने अपना पक्ष बताते हुए कहा कि माता अपनी मर्जी से घर छोड़कर गई है, क्योंकि उनकी एक मात्र बहन की उनके परिवार में नाजायज दखलअंदाजी है, जिस कारण रिश्तों में दरार पैदा हुई है। उन्होंने अपनी बहन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने अपनी माता को अपने हक में कर के बेगोवाल गांव में 10 किल्ले कृषि योग्य जमीन और चंडीगढ़ में एक फ्लैट पहले ही हड़प लिया है और अब उसकी नजर हमारे आवासीय घर और स्कूल को हड़पने की है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि न ही उसने अपनी मां को घर से बाहर निकाला है और न ही घर में प्रवेश से रोका है। वे जब चाहे घर आ सकते हैं लेकिन उन्होंने अपनी बहन को घर में प्रवेश से रोका है।
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