Friday, 18 November 2022

रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से ओवेरियन सिस्ट से ग्रस्त 18 वर्षीय लडक़ी का सफलपूर्वक किया इलाज

By 121 News
Chandigarh, Nov.18, 2022:- चंडीगढ़ की एक 18 वर्षीय पीडि़त लडक़ी कई महीनों से पेल्विक दर्द और ऐंठन, भारी मासिक धर्म रक्तस्राव, पेशाब के दौरान दर्द के साथ-साथ सूजन और मतली का अनुभव कर रही थी। पीडि़ता के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं होने पर दूसरे अस्पताल में इलाज कराया गया। उन्होंने आखिरकार फोर्टिस मोहाली के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की निदेशक डॉ स्वप्ना मिसरा से परामर्श किया, जो इस महीने की शुरुआत से एक रोबोटिक लेप्रोस्कोपिक और कैंसर सर्जन भी हैं।

बाद की डॉक्टरी जांच से पता चला कि रोगी को डिसमेनोरिआ था-जो कि महामारी के दौरान ऐंठन और दर्द वाला विकार होता है। इसके अलावा, अल्ट्रासाउंड ने दोनों अंडाशय के आस पास दो बड़े बिनाइन सिस्ट (13 सेमी x 10 सेमी माप) का पता चला।

अभी तक, अंडाशय के आसपास सिस्ट वाली महिलाओं के लिए अंडाशय को हटाना मानकीकृत उपचार था। रोगी की उम्र कम होने के कारण व  अंग को संरक्षित करने के लिए डॉ. मिसरा ने रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से उसका इलाज करने का फैसला किया ताकि वह भविष्य में गर्भधारण कर सके।

रोबोटिक सर्जरी मिनिमल इनवेसिव सर्जरी का नया रूप है, जो रोगी के शरीर में डाले गए एक विशेष कैमरे के माध्यम से ऑपरेटिव क्षेत्र का 3डी व्यू प्रदान करता है। शरीर के जिन हिस्सों तक मानव हाथ से पहुंचना मुश्किल होता है, उन तक रोबोट की मदद से पहुंच सकते हैं, जो 360 डिग्री घूम सकते हैं। फोर्टिस अस्पताल मोहाली में दुनिया का सबसे उन्नत चौथी पीढ़ी का रोबोट- दा विंची शी है, जिसके जरिए रोबोटिक सर्जरी की जाती है।

डॉ मिसरा के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने इस साल 1 नवंबर को रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से बाइलेटरल सिस्टेक्टोमी (ओवेरियन सिस्ट को हटाना) और एडिसियोलिसिस (गर्भाशय के अंदर से चिपकाव को हटाना) किया। इस तरह डॉ. मिसरा ने मरीज का सफलतापूर्वक इलाज किया और उसके अंडाशय को बचा लिया।

फोर्टिस मोहाली में एक अच्छी देखभाल के बाद मरीज को सर्जरी के दो दिन बाद छुट्टी दे दी गई। आज वह पूरी तरह से ठीक हैं और अपना स्वस्थ जीवन जी रही हैं।

मामले पर चर्चा करते हुए, डॉ मिसरा ने कहा कि रोबोटिक सर्जरी को लगभग सभी स्त्री रोग संबंधी सर्जरी - फाइब्रॉएड, एंडोमेट्रियोसिस, वेसिको-वेजाइनल फिस्टुला, ओवेरियन सिस्ट, सैल्पिंगो-ओओफोरेक्टॉमी, मायोमेक्टॉमी, हिस्टेरेक्टॉमी और गर्भाशय, अंडाशय और गर्भाशय के सभी कैंसर के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड प्रोसिजर के रूप में स्थापित किया गया है।

डॉ. मिसरा, जिन्होंने 200 से अधिक रोबोटिक सर्जरी की हैं, ने आगे कहा, रोबोटिक सर्जरी के कंवेंशनल सर्जरी की तुलना में बेहतर क्लीनिकल रिजल्ट हैं जो कि कम रक्त हानि, कम दर्द, कम निशान, कम अस्पताल में रहने और तेजी से रिकवरी सुनिश्चित करती है। रोबोटिक सर्जरी ने विभिन्न स्त्री रोगों के उपचार में क्रांति ला दी है।

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