By 121 News
Chandigarh July 07,2022:-मार्स इनकॉर्पाेरेटेड ने आज अपने हियर टू बी हर्ड कैम्पेन का भारत में विस्तार किया है 2021 में मार्स ने 88 देशों में अलग-अलग नस्ल आयु सेक्सुएलिटी रोजगार की स्थिति विकलांगता आदि से संबंधित 10,000 महिलाओं से एक सवाल किया था ऐसा क्या बदलाव होना चाहिये जिससे महिलाएं अपनी पूरी क्षमता को हासिल कर सकें इसका जवाब देने वाली महिलाओं में से 250 महिलाएं भारत से थीं जिन्होंने नियोक्ताओं सहकर्मियों, सरकार, समुदायों और पुरूषों से विकास और कामयाबी के अपने रास्ते में आने वाली पितृसत्तात्मक बाधाओं को तोड़ने के लिये व्यवस्थित बदलाव करने का आह्वान किया मार्स की योजना भारत में इस शोध का विस्तार करने की है इसके लिये अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़ी महिलाओं तक पहुँच बनाई जाएगी और समाज की सभी विविधताओं जैसे आयु, व्यवसाय, जाति, सांस्कृतिक पृष्ठभूमि, आदि का पूरा ध्यान रखा जाएगा और इन सबसे वही सवाल किया जाएगा अग्रणी वैश्विक शोध, सलाहकारी एवं परामर्श कंपनी लीडकैप वेंचर्स यह शोध करने में मदद करेगी।
मार्स रिगले इंडिया के कंट्री जनरल मैनेजर कल्पेश परमार ने कहा महिलाओं ने कई पीढि़यों से विभिन्न भूमिकाएं निभाई हैं लेकिन उसमें उनकी यह भूमिका शामिल नहीं है कि व्य्ाक्तिगत तौर पर वह क्या हैं शिक्षा और जागरूकता ने इस सोच में बदलाव किया है लेकिन विकसित समाजों में भी महिलाओं के लिये बाधक विचारधाराओं की गहरी जड़ें हैं आज भी महिलाएं पृष्ठभूमि और परवरिश से इतर भेदभाव और पक्षपात का सामना करती हैं एक बेहतर और ज्यादा समावेशी समाज के लिये महिलाओं की राय को आवाज देना और उनकी इच्छा की वकालत करना जरूरी है।
मार्स के ग्लोबल पर्पज वाइस प्रेसिडेंट मिच ओलिवर ने कहा मार्स में हम कल के लिये ऐसी दुनिया चाहते हैं जो समावेशी हो हम जानते हैं कि दुनिया सामाजिक सांस्कृतिक और आर्थिक तरक्की करे इसके लिये महिलाओं की आवाज और कामों का संज्ञान लिया जाना और उनका बराबर योगदान जरूरी है हालांकि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के अनुसार महिलाओं को बराबरी के अधिकार मिलने में अब भी 136 साल लगेंगे हियर टू बी हर्ड कैम्पेन इस समय अवधि को कम करने के लिये लॉन्च किया गया था ताकि दुनिया की सभी महिलाओं की आवाज को बुलंद किया जा सके इसके लिये उनसे एक सवाल किया गया था कि महिलाओं को अपनी पूरी क्षमता हासिल करने के लिये क्या चाहिये मैं इस कैम्पेन का भारत की महिलाओं के लिये विस्तार करते हुए बहुत उत्साहित हूँ हमें उनकी आवाज सुननी चाहिये ताकि मार्स इनकॉर्पाेरेटेड हमारे साथी और बड़े पैमाने पर समाज जेंडर इक्वैलिटी की ओर तेज गति से बढ़े मैं महिलाओं से इस कैम्पेन द्वारा अपनी आवाज साझा करने का आग्रह करता हूँ ताकि हम मिलकर लैंगिक जेंडर इक्वैलिटी को बढ़ावा दे सकें और ऐसी दुनिया बना सकें जहाँ का समाज समावेशी हो।
मार्स के ग्लोबल पर्पज वाइस प्रेसिडेंट मिच ओलिवर ने कहा मार्स में हम कल के लिये ऐसी दुनिया चाहते हैं जो समावेशी हो हम जानते हैं कि दुनिया सामाजिक सांस्कृतिक और आर्थिक तरक्की करे इसके लिये महिलाओं की आवाज और कामों का संज्ञान लिया जाना और उनका बराबर योगदान जरूरी है हालांकि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के अनुसार महिलाओं को बराबरी के अधिकार मिलने में अब भी 136 साल लगेंगे हियर टू बी हर्ड कैम्पेन इस समय अवधि को कम करने के लिये लॉन्च किया गया था ताकि दुनिया की सभी महिलाओं की आवाज को बुलंद किया जा सके इसके लिये उनसे एक सवाल किया गया था कि महिलाओं को अपनी पूरी क्षमता हासिल करने के लिये क्या चाहिये मैं इस कैम्पेन का भारत की महिलाओं के लिये विस्तार करते हुए बहुत उत्साहित हूँ हमें उनकी आवाज सुननी चाहिये ताकि मार्स इनकॉर्पाेरेटेड हमारे साथी और बड़े पैमाने पर समाज जेंडर इक्वैलिटी की ओर तेज गति से बढ़े मैं महिलाओं से इस कैम्पेन द्वारा अपनी आवाज साझा करने का आग्रह करता हूँ ताकि हम मिलकर लैंगिक जेंडर इक्वैलिटी को बढ़ावा दे सकें और ऐसी दुनिया बना सकें जहाँ का समाज समावेशी हो।
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