Sunday, 10 April 2022

होम्योपैथी पद्धति के जनक डॉक्टर समुएल हनीमन के 267 वें जन्मदिवस पर लगाया मेडिकल कैम्प

By 121 News
Chandigarh April, 10, 2022:-होम्योपैथी पद्धति के जनक डॉक्टर सैमुअल हनीमन के 267 वें जन्मदिवस व राम नवमी के पावन अवसर पर एक्सेल फार्मा (मोहाली ) के एम.डी. डॉ अनुकांत गोयल ने सेक्टर 46 स्थित रेमेडी होमियो हाउस क्लिनिक मे होम्योपैथिक मेडिकल कैंप का आयोजन किया। मेडिकल कैम्प में डॉ अनुकांत गोयल,  डॉ अमिता गोयल, डॉ अनुपम गोयल, डॉक्टर गगन छाबड़ा, डॉ  रीना के साथ-साथ होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज सेक्टर 26 के स्टूडेंटस पद्मेश व कणव सहित अन्य ने सहयोग दिया।  मेडिकल कैम्प के दौरान न केवल मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई, बल्कि उनकी समस्या अनुसार फ्री दवाई भी दी गई।
वहीं इस मौके रामनवमी के पावन अवसर के मद्देनजर चना हलवा का लँगर भी लगाया गया। राहगीरों ने प्रसाद को श्रद्धाभाव से ग्रहण किया।
   डॉक्टर अनुकान्त गोयल के अनुसार 
डॉ. सेमुअल फ्रेंडिक हैनीमैन का जन्म 10 अप्रैल सन् 1755 में हुआ था। उन्होंने 1796 में विश्व को एक नई चिकित्सा पद्धति से रुबरू करवाया, जिसका नाम होम्योपैथिक था। तब से लेकर अब तक होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति का अपना विशेष महत्व रहा है। उन्होंने बताया कि डॉ. हैनीमैन की इजाद की गई इस चिकित्सा पद्धति से आज विश्वभर में करोड़ों लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
होम्योपैथी पद्धति के जनक डॉक्टर सैमुअल हनीमन का जन्मदिवस होम्योपैथिक डॉक्टर द्वारा बड़ी ही धूमधाम और हर्षोल्लास से मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि इसी उपलक्ष्य में आज एक फ्री मेडिकल कैम्प का आयोजन किया गया था। जिसमे होम्योपैथिक डॉक्टर्स ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करते हुए कैम्प में आने वाले मरीजों की जांच की गई और उनकी बीमारी अनुसार उन्हें फ्री दवाई वितरित की गई। इस मौके लगभग 150 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इसके अलावा आज रामनवमी के पावन अवसर को भी ध्यान में रखते हुए चने और हलवा प्रसाद का लँगर लगाया गया।

उन्होंने कहा कि डॉ. सेमुअल फ्रेंडिक हैनीमैन का जन्म 10 अप्रैल सन् 1755 में हुआ था। उन्होंने 1796 में विश्व को एक नई चिकित्सा पद्धति से रुबरू करवाया जिसका नाम होम्योपैथिक था। तब से लेकर अब तक होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति का अपना विशेष महत्व रहा है। जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉ. एनसी जोशी ने कहा कि डॉ. हैनीमैन की इजाद की गई इस चिकित्सा पद्धति से आज विश्वभर में करोड़ों लोग लाभान्वित हो रहे हैं।

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