Friday, 31 December 2021

हरियाणा प्रदेशवासियों को सरकार पर आश्रित न रहकर अपनी सुरक्षा खुद करनी चाहिए: कुमारी सैलजा

By 121 News

Chandigarh Dec.31, 2021:- हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने सभी प्रदेशवासियों को नए वर्ष की शुभकामनाएं दीं। कुमारी सैलजा ने कहा कि वह प्रार्थना करती हैं कि हरियाणा प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ें। किसान, मजदूर और व्यापारी समेत तमाम वर्ग खुशहाल रहें। प्रदेश में अमन शांति रहे और स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त हों। नया साल सरकार के दोहरे व्यवहार से मुक्त रहे।

तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेशवासियों को सरकार पर आश्रित रहकर अपनी सुरक्षा खुद करनी चाहिए। कुमारी सैलजा ने कहा कि बीता साल चुनौतियों से भरा रहा है। कुमारी सैलजा बोलीं कि बीते वर्ष सरकार की लचर स्वास्थ्य नीतियों के कारण लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है। उम्मीद की जाती है कि इस वर्ष सरकार अपना गैर-जिम्मेदाराना रवैया छोड़कर प्रदेशवासियों को कोरोना से बचाने के लिए पर्याप्त प्रबंध करेगी। भाजपा सरकार नए साल में मार्केटिंग करने की बजाय असली मुद्दों पर ध्यान देगी और जनता की परेशानियों को दूर करने के लिए धरातल पर काम करेगी।

कुमारी सैलजा ने कहा कि बीते साल में प्रदेश में हुई हर भर्ती में घोटाले और पर्ची खर्ची का खेल चलता रहा है, भर्तियां आरएसएस और भाजपा के चंगुल में रही हैं। वह नए साल में उम्मीद करते हैं कि सभी भर्तियां पारदर्शी तरीके से होंगी तथा बीते वर्ष में हुए सभी घोटालों के दोषियों का पर्दाफाश होगा। प्रदेश की बेरोजगारी दर साल भर पहले स्थान पर बनी रही। साथ ही प्रदेश से उद्योग पलायन कर रहे हैं और बड़ी संख्या में छोटे-बड़े उद्योग बंद भी हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश घोटालों और नशे की चपेट से बाहर आए और पुनः प्रदेश सुख समृद्धि को प्राप्त करे।

किसान भाइयों को नए वर्ष पर शुभकामनाएं देते हुए कुमारी सैलजा ने बताया कि सरकार को किसान सत्याग्रह के आगे झुककर किसान विरोधी तीनों काले कानूनों को वापस लेना पड़ा जो हमारे अन्नदाताओं के त्याग और संघर्ष की विजय का प्रतीक है। परंतु प्रदेश में किसान यूरिया के लिए अभी भी परेशान हो रहा है। इससे पहले प्रदेश के किसान फसल की बिजाई डीएपी खाद के लिए भटक रहे थे और अब यूरिया के लिए हाहाकार मचा है। खाद की कालाबाजारी हो रही है और सरकार इसे रोकने में पूरी तरह नाकाम है। कड़कड़ाती ठंड में ही बुजुर्गों को लाइनों में लगना पड़ रहा है। साथ ही फसल खरीद में किसानों को तमाम परेशानियां रही हैं। किसानों की फसल साजिश के तहत नहीं खरीदी गई। वह नए साल में प्रदेश सरकार से यही उम्मीद करती हैं कि वह किसानों की पीड़ा को समझेगी और उनकी परेशानियों को दूर करेगी।

No comments:

Post a Comment