By 121 News
Chandigarh May 19, 2021:- कोरोना महामारी काल में लोगों के सेवा भाव के कई बड़े-छोटे उदहारण देखने को मिले वहीं शिक्षण संस्थान भी बंद पड़े है, ऑनलाइन पढ़ाई के दौर में चंडीगढ़ की एक भाई-बहन की जोड़ी ने अपने सहयोगी छात्र-छात्राओं के साथ मिलकर खाली समय में कोरोना पीड़ितों, खासकर जो असमर्थ हैं, उनकी मदद हेतु 'एक सपोर्ट फाउंडेशन' के नाम से एक ऑनलाइन संगठन बना कर प्रयास किया। इन बच्चों का ये प्रयास आज रंग ला रहा है ।
भाई-बहन की जोड़ी द्वारा शुरू किए गए एक सपोर्ट फाउंडेशन ने कोरोना से ठीक हुए मरीजों से दवाएं और चिकित्सा सामग्री एकत्र करने और उसे कोविड रोगियों को उपलब्ध कराने की पहल शुरू की है।
क्रमशः आईएसबी और पैक के छात्रों शायरा कंसल और शिवम कंसल ने महसूस किया कि कोविड रोगियों के लिए आवश्यक दवाओं की आपूर्ति में कमी है और उन्होंने ठीक हो चुके रोगियों से मदद मांगने का फैसला किया, जिनके पास अतिरिक्त अप्रयुक्त दवाएं और आपूर्ति है।
शायरा और शिवम ने बताया कि एक बार जब हमने ट्राइसिटी के रोगियों के लिए इस पहल की शुरुआत की, तो बहुत सारे स्वयंसेवकों ने इसमें हमारा समर्थन करना शुरू किया। उनके मुताबिक अब वे सभी चण्डीगढ़, मोहाली और पंचकूला के 10 छात्रों की एक टीम हैं, जिसका उद्देश्य उन लोगों की मदद करना है जो दवा खरीदने के लिए बाहर नहीं जा सकते या कोविड दवाएं नहीं खरीद सकते।
इस अभियान के प्रति बढ़ती जागरूकता के साथ ही ठीक हुए कई मरीज स्वयं ही आगे आकर दवा, उपकरण, सैनिटाइजर, पीपीई किट आदि दान करने लगे हैं.
उन्होंने बताया अब तक हम 1000 से अधिक मास्क, 100+ पीपीई किट, 300+ सैनिटाइज़र, 15 किलोग्राम दवाएं, 10+ बीपी उपकरण, ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर एकत्र कर आगे जरूरतमंद लोगों को पहुंचा चुके हैं। युवा लेकिन उत्साही टीम ने विभिन्न कोविड केंद्रों को दान दिया है। हम सोशल मीडिया के जरिए लोगों को जागरूक करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।
इन युवाओं ने ट्राईसिटी के सभी नागरिकों से अपील की है कि इस कठिन समय में आगे आकर जरूरतमंदों की मदद करें, उन्हें आवश्यक चीजें बर्बाद न करके दान करें। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में, बहुत से लोग चिकित्सा आपूर्ति की कमी से पीड़ित हैं इसलिए अपने बहुमूल्य योगदान से आमजन कोविड रोगियों को चिकित्सा आपूर्ति प्रदान करके उनकी टीम का समर्थन एवं सहयोग कर सकते हैं तथा इसके लिए अपनी अप्रयुक्त दवाएं, पीपीई किट, सैनिटाइज़र, मास्क और अन्य चिकित्सा उपकरण दान करें और हम उन्हें आगे दान करेंगे व यह सुनिश्चित करेंगे कि यह उन कोविड रोगियों तक पहुंचे जिन्हें इसकी सख्त जरूरत है।
उन्होंने कहा कि इस टीम से इनकी सोशल मीडिया लिंक के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं, विभिन्न प्लेटफार्मों पर उनका अनुसरण करने और जितना संभव हो सके इसको प्रचारित करने के लिए प्रोत्साहित करें। हम सभी मिलकर कुछ अलग कर सकते हैं।
क्रमशः आईएसबी और पैक के छात्रों शायरा कंसल और शिवम कंसल ने महसूस किया कि कोविड रोगियों के लिए आवश्यक दवाओं की आपूर्ति में कमी है और उन्होंने ठीक हो चुके रोगियों से मदद मांगने का फैसला किया, जिनके पास अतिरिक्त अप्रयुक्त दवाएं और आपूर्ति है।
शायरा और शिवम ने बताया कि एक बार जब हमने ट्राइसिटी के रोगियों के लिए इस पहल की शुरुआत की, तो बहुत सारे स्वयंसेवकों ने इसमें हमारा समर्थन करना शुरू किया। उनके मुताबिक अब वे सभी चण्डीगढ़, मोहाली और पंचकूला के 10 छात्रों की एक टीम हैं, जिसका उद्देश्य उन लोगों की मदद करना है जो दवा खरीदने के लिए बाहर नहीं जा सकते या कोविड दवाएं नहीं खरीद सकते।
इस अभियान के प्रति बढ़ती जागरूकता के साथ ही ठीक हुए कई मरीज स्वयं ही आगे आकर दवा, उपकरण, सैनिटाइजर, पीपीई किट आदि दान करने लगे हैं.
उन्होंने बताया अब तक हम 1000 से अधिक मास्क, 100+ पीपीई किट, 300+ सैनिटाइज़र, 15 किलोग्राम दवाएं, 10+ बीपी उपकरण, ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर एकत्र कर आगे जरूरतमंद लोगों को पहुंचा चुके हैं। युवा लेकिन उत्साही टीम ने विभिन्न कोविड केंद्रों को दान दिया है। हम सोशल मीडिया के जरिए लोगों को जागरूक करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।
इन युवाओं ने ट्राईसिटी के सभी नागरिकों से अपील की है कि इस कठिन समय में आगे आकर जरूरतमंदों की मदद करें, उन्हें आवश्यक चीजें बर्बाद न करके दान करें। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में, बहुत से लोग चिकित्सा आपूर्ति की कमी से पीड़ित हैं इसलिए अपने बहुमूल्य योगदान से आमजन कोविड रोगियों को चिकित्सा आपूर्ति प्रदान करके उनकी टीम का समर्थन एवं सहयोग कर सकते हैं तथा इसके लिए अपनी अप्रयुक्त दवाएं, पीपीई किट, सैनिटाइज़र, मास्क और अन्य चिकित्सा उपकरण दान करें और हम उन्हें आगे दान करेंगे व यह सुनिश्चित करेंगे कि यह उन कोविड रोगियों तक पहुंचे जिन्हें इसकी सख्त जरूरत है।
उन्होंने कहा कि इस टीम से इनकी सोशल मीडिया लिंक के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं, विभिन्न प्लेटफार्मों पर उनका अनुसरण करने और जितना संभव हो सके इसको प्रचारित करने के लिए प्रोत्साहित करें। हम सभी मिलकर कुछ अलग कर सकते हैं।
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