By 121 News
Chandigarh April 11, 2021:- NSE लिस्टेड कंपनी कीर्ति नॉलेज एंड स्किल्स लिमिटेड एजुकेशन पर फोकस रखने वाली एंटरप्राइजेस है। कंपनी की सोच भविष्य के लीडर्स यानी युवाओं को बेहतर स्किल्स और नॉलेज मुहैया करवाकर उन्हें सशक्त बनाने की है। कीर्ति ने अपनी कार्यप्रणाली में इनोवेशन और एक्सीलेंस को बरकरार रखते हुए न सिर्फ तरक्की की है बल्कि अपने रूख में प्रोफेशनलिज्म और प्रोग्रेसिवनेस को भी कायम रखा है। कंपनी की कोशिश युवाओं को बेहतर एंटरप्रेन्योर और लीडर्स के तौर पर तैयार करके नॉलेज बेस्ड इकोनॉमी की नींव रखना है।
हालांकि, आज के चुनौतीपूर्ण दौर में ऐसा कर पाना काफी कठिन है। इस सपने को पूरा करने के लिए भारत में मूलभूत कॉलेज की शिक्षा पर्याप्त नहीं होती है। प्रतिस्पर्धा और बाजार की बढ़ती मांग को देखते हुए केवल उस इंडस्ट्री के बारे में अच्छी जानकारी रखने वाले प्रतिभा और कौशल से परिपूर्ण युवाओं को ही रोजगार मिल पाता है। ऐसे में अपनी छाप छोड़ने के लिए जरूरी है कि आप ज्ञान का उपयोग कर पाएं।
कीर्ति की टीम में ऐसे जुनूनी और वाइब्रेंट लोग शामिल हैं जो युवाओं के लिए स्किल्ड संसाधनों का बेहतर पूल तैयार करते हैं। इसी के बूते कीर्ति लगातार अचीवमेंट्स को प्राप्त कर रही है। ग्रुप की मंशा अब सफलता के नए आयाम छूने की है। कीर्ति नॉलेज एंड स्किल्स लिमिटेड एक ISO 9001:2015 सर्टिफाइड संस्थान है। इसका उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण ट्रेनिंग और प्रक्रिया को बढ़ावा देते हुए ऐसे सिस्टम का निर्माण करना है, ,जो सभी को निर्बाध और किफायती शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करके देशभर में अपने प्रयासों के जरिए एक बेंचमार्क स्थापित करें। इस लक्ष्य को हासिल करने में हमारी सहयोगी संस्थाएं भी जुटी हुई हैं। इनमें कीर्ति इंस्टीट्यूट इंडिया प्रायवेट लिमिटेड और कीर्ति ट्यूटोरियल्स इंडिया प्रायवेट लिमिटेड शामिल हैं।
पिछले 20 सालों में कीर्ति ने 5 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया है। इनमें क्लासरुम प्रोग्राम, प्रशिक्षक के प्रोग्राम, केंद्र और राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे प्रोग्राम्स के साथ-साथ सीएसआर प्रोजेक्ट्स भी शामिल हैं। इसका मकसद युवाओं के विकास के साथ-साथ भारत को स्किल्ड बनाने में अपना योगदान देना भी है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, कीर्ती नॉलेज के शेयर निवेशकों के लिए बेहतर अवसर के तौर पर सामने आए हैं। भारत का हायर एजुकेशन सेगमेंट 2025 तक 2 लाख 22 हजार 824 करोड़ तक जाएगा। चूंकि भारत का नाम दुनिया के उन देशों में शामिल है, जहां की जनसंख्या सबसे ज्यादा है। यहां 50 करोड़ लोग 5 से 24 साल के बीच की है। ऐसे में यहां संभावनाएं असीमित हैं। भारत में एजुकेशन सेक्टर में 100 फीसदी एफडीआई (आटोमेटिक रूट) की छूट पहले ही मिल चुकी है। सरकार के द्वारा लिए गए फॉरेन एजुकेशन इंस्टीट्यूशन बिल और नेशनल एक्रीडिएशन रेगुलेटरी बिल जैसे कदम इस बात का प्रमाण है।
कीर्ति अपनी तमाम कंपनियों के जरिए एजुकेशन और ट्रेनिंग के लिए किफायती सिस्टम बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है।
कीर्ति की टीम में ऐसे जुनूनी और वाइब्रेंट लोग शामिल हैं जो युवाओं के लिए स्किल्ड संसाधनों का बेहतर पूल तैयार करते हैं। इसी के बूते कीर्ति लगातार अचीवमेंट्स को प्राप्त कर रही है। ग्रुप की मंशा अब सफलता के नए आयाम छूने की है। कीर्ति नॉलेज एंड स्किल्स लिमिटेड एक ISO 9001:2015 सर्टिफाइड संस्थान है। इसका उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण ट्रेनिंग और प्रक्रिया को बढ़ावा देते हुए ऐसे सिस्टम का निर्माण करना है, ,जो सभी को निर्बाध और किफायती शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करके देशभर में अपने प्रयासों के जरिए एक बेंचमार्क स्थापित करें। इस लक्ष्य को हासिल करने में हमारी सहयोगी संस्थाएं भी जुटी हुई हैं। इनमें कीर्ति इंस्टीट्यूट इंडिया प्रायवेट लिमिटेड और कीर्ति ट्यूटोरियल्स इंडिया प्रायवेट लिमिटेड शामिल हैं।
पिछले 20 सालों में कीर्ति ने 5 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया है। इनमें क्लासरुम प्रोग्राम, प्रशिक्षक के प्रोग्राम, केंद्र और राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे प्रोग्राम्स के साथ-साथ सीएसआर प्रोजेक्ट्स भी शामिल हैं। इसका मकसद युवाओं के विकास के साथ-साथ भारत को स्किल्ड बनाने में अपना योगदान देना भी है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, कीर्ती नॉलेज के शेयर निवेशकों के लिए बेहतर अवसर के तौर पर सामने आए हैं। भारत का हायर एजुकेशन सेगमेंट 2025 तक 2 लाख 22 हजार 824 करोड़ तक जाएगा। चूंकि भारत का नाम दुनिया के उन देशों में शामिल है, जहां की जनसंख्या सबसे ज्यादा है। यहां 50 करोड़ लोग 5 से 24 साल के बीच की है। ऐसे में यहां संभावनाएं असीमित हैं। भारत में एजुकेशन सेक्टर में 100 फीसदी एफडीआई (आटोमेटिक रूट) की छूट पहले ही मिल चुकी है। सरकार के द्वारा लिए गए फॉरेन एजुकेशन इंस्टीट्यूशन बिल और नेशनल एक्रीडिएशन रेगुलेटरी बिल जैसे कदम इस बात का प्रमाण है।
कीर्ति अपनी तमाम कंपनियों के जरिए एजुकेशन और ट्रेनिंग के लिए किफायती सिस्टम बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है।
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