Wednesday, 9 September 2020

आलमजीत सिंह मान ने लगाया सरकार पर भू-माफिया का पक्ष देने का आरोप: भ्रष्ट पुलिस अफसरों की मिलीभगत से डेराबस्सी की जमीन पर नजायज कब्जे की कोशिश.

By 121 News

Chandigarh September 09, 2020:- पंजाब स्टेट अवार्डी समाजसेवी आलमजीत सिंह मान और जीरकपुर बिल्डर के बीच जमीनी विवाद और पैसों के लेन देन को लेकर चल रहे आरोप प्रत्यारोप के मद्देनजर डेराबस्सी के एसडीएम ने सोमवार को बिल्डर अमित नंदा की एमएमडी इन्फ्रास्ट्रक्चर, जीरकपुर व आलमजीत सिंह मान, निवासी मोहाली को सीआरपीसी की धारा 145(1) के तहत दोनों पक्षों को नोटिस जारी किया है ।जिसके तहत कोई भी पक्ष मामले का फैसला आने तक इस विवादित जमीं पर आ जा नहीं सकेगा।

वहीँ दूसरी ओर आलमजीत सिंह ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आज एक प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से आरोप लगाया है कि राज्य सरकार ने भू-माफिया की मदद के लिए ही धारा 145 प्रयोग किया है। आलमजीत सिंह मान ने आरोप लगाया है कि उनका पक्ष सुने बिना ही यह धारा लगाई गई है।

बताते हैं कि थाना जीरकपुर के थाना प्रभारी ने 2 जुलाई 2020 को एसडीएम को रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा था कि एमएमडी इन्फ्रास्टक्र्चर (पक्ष नंबर 1) पर (पक्ष नंबर 2) आलमजीत सिंह मान ने पहले वर्ष 2009 में एफआईआर नंबर 283 आईपीसी की धारा 148, 149, 418, 420, 506 के तहत थाना सैक्टर 36, चंडीगढ़ और धारा 138 नैगाशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के तहत चैकों का केस थाना खन्ना जिला लुधियाना की अदालत में दायर किया। एक अन्य व्यक्ति सुखदेव सिंह सुपुत्र बलबीर सिंह, निवासी पंजेटा जिला पटियाला ने एक मामला उक्त कंपनी एमएमडी इन्फ्रास्टक्र्चर के हिस्सेदारों के खिलाफ एफआईआर नंबर 75 दिनांक 18.03.1019  को आईपीसी की धारा 429, 406, 120बी, 506 आईपीसी थाना डेराबस्सी में हिस्सेदारों पर करवाया। थाना जीरकपुर में मामला दर्ज करवाया, जिसकी जांच अभी चल रही है।आखिर थाना प्रभारी ने एसडीएम की अदालत को अवगत कराया कि दोनों पक्षों का केस माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में विचाराधीन है।

आलमजीत सिंह मान ने आगे कहा कि उनका और अमित नंदा व् अन्य के साथ जमीन को लेकर विवाद वर्ष 2008 से चला आ रहा है ।जोकि उन्होंने अमित नंदा और अन्य को अपनी जमीन बेचीं थी, जिसकी पेमेंट का कुछ हिस्सा उनकी तरफ बकाया था । जिसे उन्होंने चुकाया तो नहीं, अलबता लेन देन का यह मामला इतना बढ़ा कि उन्हें अदालत कि शरण लेनी पड़ी । लेकिन इन लोगों ने माननीय अदालत के आगे भी झूठे तथ्य पेश किये और हर तारीख पर यह कुछ न कुछ अलग ही कहानी पेश करते रहे । जिससे कि मामला खींचते खींचते 12 साल हो गए,उन्हें इस झूठे और जालसाजी के प्रपंचो में राज्य सरकार और कुछ भ्रष्ट  पुलिस का आधिकारियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है ।

वहीँ इस सम्बन्ध में जब बिल्डर अमित नंदा से बात की गई कि आलम जीत सिंह मान द्वारा उन पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद और निराधार है ।अमित नंदा के अनुसार आलमजीत सिंह मान के खिलाफ ही ठगी के कई मामले दर्ज है

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