Wednesday 23 September 2020

नगर निगम कमिश्नर पीए थप्पड़ मामले ने पकड़ा तूल: कर्मचारी यूनियन और आप नेताओं ने किया प्रदर्शन भाजपा नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज़ करने की मांग की एफआईआर दर्ज़ न करने पर राजभवन के बाहर प्रदर्शन की दी चेतावनी

By 121 News

Chandigarh Sept. 23, 2020:- चंडीगढ़ भाजपा नेता गौरव गोयल द्वारा नगर निगम कमिश्नर के के यादव के पी ए जतिन सैनी को थप्पड़ मारने के विरोध में चंडीगढ़ एमसी कर्मचारी यूनियन और आम आदमी पार्टी ने नगर निगम के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। रोष प्रदर्शन में भारी संख्या में निगम कर्मचारी इकट्ठा हुए और भाजपा सरकार व सांसद किरण खेर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीँ इस प्रदर्शन के दौरान कोरोना वायरस नियमों की धज्जियाँ उडी और सोशल डिस्टेंसिंग की खूब धज्जियां उड़ाई गईं। कर्मचारियों ने कहा कि जब तक भाजपा नेता माफी नहीं मांगेगा, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। प्रदर्शन में कई यूनियन के सदस्य व निगम कर्मचारी शामिल हैं।

प्रदर्शनकर्ताओं का कहना था कि निगम कमिश्नर केके यादव के पीए के साथ भाजपा नेता द्वारा जो दुर्व्यवहार किया गया, वो गलत है। उसे चंडीगढ़ की कोई भी कर्मचारी यूनियन बर्दाश्त नहीं करेगी। इतने बड़े अफसर के पीए के साथ अगर इस तरह का रवैया पेश आया है तो फोर्थ क्लास एंप्लाइ का क्या हाल होगा? उनका कहना है कि इस संदर्भ में एफआईआर होनी चाहिए।आरोपित नेता को माफी मांगनी होगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह राजभवन के बाहर धरना लगाएंगे और फिर चाहे इसके लिए धारा 144 भी लगा दी जाए, हम वह भी तोड़ेंगे।

उधर आप कार्यकर्ताओं ने भी भाजपा की इस गुंडागर्दी और धक्केशाही के खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा कि शहर में गुंडागर्दी नहीं चलेगी, भाजपा होश में आओ, किरन खेर हाय हाय आदि के भी नारे लगाए।

ज्ञात हो कि गांव की समस्याओं पर मिलने आए भाजपा के नेताओं ने मंगलवार दोपहर हंगामा कर दिया था।  कमिश्नर कार्यालय के बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहे एक भाजपा के नेता ने कमिश्नर के पीए को थप्पड़ भी मार दिया। थप्पड़ मारने के बाद भाजपा के नेता कमिश्नर के खिलाफ कमरे के बाहर ही धरने पर बैठ गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे से बाहर भाजपा नेताओं को हटाया था। पीए जतिन सैनी ने अपने साथ हुई हाथापाई की शिकायत लिखित में दे दी है। फिलहाल इस पर अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। भाजपा के नेताओं का आरोप है कि जिस समय वह कमिश्नर को मिलने आए उन्हें कमरे के बाहर ही बिठा दिया गया। जबकि कांग्रेस के एक पूर्व मेयर सीधा कमिश्नर को मिलने के लिए चले गए और उन्हें बाहर ही बिठा दिया गया। वहीं पीएस का कहना है कि कमरे में एक बार मे एक या 2 ही व्यक्ति के जाने की अनुमति है। जबकि 8 से 10 की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता कमिश्नर से मिलने की मांग पर अड़े थे। वहीं कांग्रेस नेता ने कमिश्नर से मिलने का समय लिया था।

मंगलवार को निगम कमिश्नर केके यादव से पहले मिलने की जिद्द में बीजेपी नेता ने कमिश्नर के प्राइवेट सेक्रेटरी (पीएस) से मारपीट कर डाली। इस घटना के बाद सभी नेता कमिश्नर के कमरे के बाहर बैठ गए। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने भाजपा नेताओं को वहां से हटाया। इसके बाद मंगलवार को पीए जतिन सैनी ने हुई हाथापाई की शिकायत लिखित में दी तो दूसरी ओर कमिश्नर केके यादव ने भी इसे लेकर एसएसपी से भी बात की। आरोप हैं कि भाजयुमो के पूर्व प्रधान गौरव गोयल ने कहा-'केंद्र में हमारी सरकार है, एमसी में भी हमारी मेयर है, फिर भी कांग्रेस वालों को पहले मिलने दिया जा रहा है।

वहीँ भाजपा ने इस मामले को लेकर उल्टा शिकायत बना ली और इस घटना के बाद पीए जतिन सैनी के खिलाफ ही शिकायत बनाकर डीजीपी से पीए के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कर डाली। तीन पन्नों की शिकायत में भाजपाईओं ने कहा है कि चंडीगढ़ भाजपा के नेता और कार्यकर्ता गांवों की समस्याओं को लेकर एमसी कमिश्नर से मिलने पहुंचे थे। पब्लिक डीलिंग का समय दोपहर 12 से एक बजे का है। वो लोग वहां साढ़े 12 पहुंच गए, लेकिन कमिश्नर नहीं थे और उन्हें इंतजार करने के लिए कहा गया। कमिश्नर जब एक बजे वहां आए तो भाजपा के लोग जैसे ही उनके दफ्तर की ओर बढ़े तो उनके पीए ने उन्हें  अंदर जाने से रोक दिया और उनके साथ दुर्व्यवहार करने लगा। इतना ही नहीं उसने दफ्तर से दूसरे लोगों को भी वहां बुलाया और फिर सभी ने उसकी मौजूदगी में भाजपा के  नेता और कार्यकर्ता के साथ बदतमीजी की और दफ्तर से बाहर की ओर निकालने लगे। इस तरह उन्होंने पावर का मिसयूज किया गया है। उनका बर्ताव पूरी तरह से गलत  है और ऐसे में उनपर केस दर्ज किया जाए।

 

No comments:

Post a Comment