By 121 News
Chandigarh 11th October:-प्राचीन कला केन्द्र की 251वीं मासिक बैठक का आयोजन केन्द्र के 35 स्थित एम.एल.कौसर सभागार में किया गया । जिसमें गरिमा ने लखनउ घराने के कत्थक की सुंदर प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
गरिमा हरिद्वार से है और उन्होंने कत्थक की शिक्षा महान कत्थक गुरू बिरजू महाराज से प्राप्त की है। इन्होंने श्रीमती शास्वती सेन एवं दीपक महाराज से भी नृत्य कीबखूबी शिक्षा प्राप्त की है । इन्होंने देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी कला एवं प्रतिभा का बखूबी प्रदर्शन किया है ।
कार्यक्रम की शुरूआत गरिमा ने भक्तिमयी प्रस्तुति शिव स्तुति ''महादेव शिव शम्भू'' से की। इसके उपरांत गरिमा ने पौने नौ मात्रा में निबद्ध पारम्परिक कत्थक कीप्रस्तुति दी। जिसमें आमद,परन,तोड़े,टुकड़े,चालें इत्यादि का सुंदर प्रदर्शन किया उपरांत अभिनय पक्ष पर आधारित ठुमरी प्रस्तुत की ''मोहे छेड़ो न नंद के छैल'' जो किराधा कृष्ण की नोकझोंक पर आधारित थी । इसके उपरांत गरिमा ने तीन ताल पर आधारित कत्थक प्रस्तुत किया । जिसमें प्रसिद्ध तबला वादक प्रयांशु चतुरलाल ने भीबखूबी संगत की ।
कार्यक्रम का समापन गरिमा के कत्थक और प्रयांशु के तबला वादन की सुंदर जुगलबंदी से हुआ । जिसमे सवाल जवाब का बेहतरीन प्रदर्शन था।
कार्यक्रम में तबले पर प्रयांशु चतुरलाल ने,गायन और हारमोनियम पर ज़ाकी अहमद ने और सारंगी पर ऐजाज़ खान ने बखूबी संगत की कार्यक्रम के अंत में केन्द्र कीरजिस्टार डा.शोभा कौसर, सचिव सजल कौसर ने कलाकारों को पुष्प एवं उतरीया देकर सम्मानित किया ।
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