By 121 News
Mohali 05th October:- कोलेटा बोपोटो, कडोमा, जिम्बाब्वे निवासी और एक सेवानिवृत्त सैनिक, बीते पांच सालों से घुटने, पीठ और कूल्हे में लगातार दर्द से पीडि़त थी। काफी तेज दर्द निवारक दवाओं के बावजूद, कोलेटा का जीवन लगातार मुश्किलों से घिरता जा रहा था। बाद में पता चला कि वे बाईलेट्रल हिप अर्थराइटिस से प्रभावित हैं और उन्हें अपने दोनों कूल्हों को बदलवाने की सलाह दी गई। एक सफल सर्जरी करवाने के लिए उन्होंने डॉ. रमेश सेन, आर्थोपेडिक सर्जन, फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली से मिलने का फैसला किया।
फोर्टिस मोहाली में अंतरराष्ट्रीय मरीजों की काउंसलर किरण ने उनका मार्गदर्शन किया और उनकी जांच डॉ. सेन द्वारा की गई। उन्होंने एवेस्कुलर नेक्रोसिस की वजह से उन्हें डीजेनरेटिव गठिया रोग के मामले के रूप में पहचाना। उसके दोनों कूल्हों के जोड़ को बदलने की जरूरत थी। सबसे पहले बाएं कूल्हे के जोड़ को 2 अगस्त, 2017 को बदला गया और उसके तीन दिन बाद दाएं तरफ के कूल्हे को जोड़ को बदला गया। कोलेटा, दो दिनों के लिए आईसीयू में रही, इसके बाद उन्हें बार्ड में ट्रांसफर किया गया। वहां पर पांच दिनों के लिए हॉस्पिटल की कुशल टीम ने उनकी देखभाल की।
जल्द ही उसने हर रोज अपनी हालत में सुधार देखना शुरू कर दिया और उसको अच्छा लगने लगा। मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों का दर्द जो पिछले 4 वर्षों से रहा था, गायब हो रहा था। सर्जरी के 10 दिनों के भीतर वे शौचालय आदि जाने में भी सक्षम हो गई थीं।
अपनी सर्जरी के बाद, कोलेटा ने कहा कि वह डॉ. आर.के.सेन और फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली की टीम का दिल से आभार व्यक्त करना चाहती हूं, जिन्होंने सफलतापूर्वक उनके कूल्हों को बदल दिया है। वह फिजियोथैरेपिस्ट का भी धन्यवाद करना चाहती हूं जिसने हर रोज मेरी मदद की और मुझे सभी जरूरी शारीरिक व्यायाम में मदद की। वह सभी फोर्टिस अस्पताल के कर्मचारियों का भी शुक्रिया अदा करना चाहती है, जिन्होंने उनके इलाज में सहायता की है।
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