By 121 News
Chandigarh 07th June:- अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. सी.पी. जोशी ने कहा है कि केन्द्र में भाजपा सरकार के तीन वर्षों का कार्यकाल बेहद विफल रहा है और इस कार्यकाल में युवा तथा छात्रों का भविष्य अंधकारमय है, महिलायें, अल्पसंख्यक व दलित वर्ग असुरक्षित हैं। मोदी सरकार का नारा तो है 'सबका साथ-सबका विकास' परंतु हकीकत में अल्पसंख्यकों, कमजोरों और छात्रों के विरूद्ध दमनकारी रवैया अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी दृढ़ता से लोगों को जागरूक करेगी और विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिए पूरा प्रयत्न करेगी क्योंकि विचारों की अभिव्यक्ति के बिना प्रजातंत्र का आस्तित्व खतरे में पड़ सकता है।
आज चंडीगढ़ में स्थित हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए सिलसिलेवार उपरोक्त मुद्दों पर बोलते हुए कहा कि समाचारपत्रों तथा अन्य प्रचार माध्यमों द्वारा अरबों रूपए खर्च करके मोदी सरकार जो तीन वर्ष की उपलब्धियों का ढिंढोरा पीट रही है वो सिवाए जुमलों के और कुछ नहीं हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के मामले में सरकार ने जो आंकड़े दिए हैं उनसे पता चलता है कि शिक्षा सेस के रूप में जो 1 लाख 32 हजार करोड़ से अधिक जो राशि जमा की है उसे पारदर्शी ढंग से खर्च नहीं किया गया। विडंबना यह है कि यूनेस्को की 2016 की रिर्पोट के अनुसार हर वर्ष साढ़े चार करोड़ से अधिक बच्चे स्कूल छोड़ देते हैं और पांच लाख से अधिक अध्यापकों के स्थान रिक्त पड़े हैं। उन्होंने कहा कि यही हाल इन बच्चों के मिड डे मील का है क्योंकि इसके लिए आधार कार्ड का होना अनिवार्य कर दिया गया है। मोदी सरकार ने यूजीसी के बज़ट में पहले कटौती की और अब इसको समाप्त करने जा रही है इससे उच्च शिक्षा पर कुठाराघात हो रहा है। प्रमुख शिक्षा तथा तकनीकी संस्थाओं में हजारों सीटें रिक्त पड़ी हैं क्योंकि छात्र भारी भरकम फीस देने मे असमर्थ हैं।
डॉ. सी.पी. जोशी ने कहा कि शिक्षण संस्थायें नये विचारों का उद्गम होती हैं परंतु मोदी सरकार ने इन संस्थाओं में विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंट दिया है और एबीवीपी की गुडागर्दी हौर जातिवाद भेदभाव को बढ़ावा दिया जा रहा है। जेएनयू, जाधवपुर, पंजाब, पुणे आदि विश्वविद्यलायों तथा अन्य कई उच्च संस्थानों में छात्रों को उनकी विचारों की अभिव्यक्ति के लिए पीटा गया। उन्होंने वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली के उस कथन की जोरदार निन्दा की जिसमें श्री जेटली ने छात्रों के विचारों की अभिव्यक्ति को विनाशकारी विचारों का गठबंधन कहा था।
युवाओं को नौकरी देने के भाजपा के कथित दावों की चर्चा करते हुए डॉ. सी.पी. जोशी ने कहा कि चुनाव प्रचार में दावा किया गया था हर वर्ष दो करोड़ नौकरियां दी जायेंगी परंतु 2015-16 में केवल दो लाख 31 हजार नौकरियां ही दी गई हैं। उन्होंने कहा कि श्रम ब्यूरो की मई 2017 की रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी के कारण 2 लाख नौकरियों की कटौती हो गई है और सबसे अधिक कटौती आई.टी. सैक्टर मे हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने संसद में बोलते हुए मनरेगा को कांग्रेस का ऐतिहासिक खंडहर बताया था, हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोज़गार देने का यह बहुत बड़ा साधन था। हकीकत तो यह है कि इस कार्यक्रम में अडंगे लगाकर मोदी सरकार ने गरीबों का निवाला छीन लिया है। केन्द्र सरकार ही नहीं भाजपा शासित राज्य भी इस तबाही में पीछे नहीं हैं उन्होंने मनरेगा के श्रमिकों का 9179 करोड़ का बकाया देना है।
डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि मोदी सरकार की स्टार्ट-अप इंडिया और स्टैंड-अप इंडिया जैसी योजनायें शुरू में ही दम तोडऩे लगी हैं। उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप इंडिया स्कीम के तहत प्राप्त 1368 आवेदनों में से केवल 6 प्रस्तावों को ही टैक्स लाभ मिले हैं।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली और भाजपा शासित प्रदेशों में महिलाओं के विरूद्ध सबसे अधिक अपराध हुए हैं जिससे स्पष्ट होता है भाजपा की सरकारें महिलाओं की सुरक्षा के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोग महिलाओं के बारे में जिस प्रकार से आपत्तिजनक बयान देते रहते हैं उससे महिलाओं के प्रति उनके संकुचित दृष्टिकोण का पता चलता है। भाजपा सरकार का 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' का नारा केवल जुमला ही है क्योंकि 2016-17 में बजट में इसके लिए 100 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया था और खर्च केवल 43 करोड़ ही किए गए। जनगणना के अनुसार 15 साल से कम उम्र की 632 लाख लड़कियां हैं इसलिए अगर हर लडक़ी पर वार्षिक आवंटन देखा जाए तो यह केवल 1 रूपया 26 पैसे बनता है। उन्होंने कहा कि यही नहीं मोदी सरकार महिलाओं की सुरक्षा व सम्मान के लिए 1000 करोड़ रु के 'निर्भया फंड' का भी उपयोग नहीं कर सकी।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर ने इस अवसर पर बोलते हुए प्रदेश कांग्रेस की ओर से उन मृतक किसानों को श्रद्धांजलि भेंट की जिन्हें भाजपा की महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सरकारों ने गोलियों का शिकार बनाया। उन्होंने कहा कि इन किसानों का सिर्फ इतना कसूर था कि वे अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित प्रदेशों में युद्ध जैसी स्थिति बनी हुई है। उन्होंने हरियाणा और दिल्ली में पिछले दो-तीन दिनों में महिलाओं के साथ हुए बलात्कार और अमानवीय घटनाओं की जोरदार निंदा की और कहा कि ये घटनायें सरकार की असफलता की प्रतीक हैं। उन्होंने मांग की कि दोषियों को पकडऩे और सजा देने के लिए जल्द से जल्द पग उठाये जायें ताकि कानून और व्यवस्था में लोगों का विश्वास, जो चरमरा गया है, वो बहाल हो सके।
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