Thursday, 17 November 2016

CM Haryana Calls All Party Meeting:SYL Issue Discussed

By 121 News

Chandigarh 17th November:-  हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि एस वाई एल पर सर्वोच्च न्यायालय की ओर से हरियाणा के पक्ष में आए निर्णय का कांग्रेस स्वागत करती है और केंद्र से मांग करती है कि इसे जल्द से जल्द बनवाकर हरियाणा की ढाई करोड़ जनता और खास तौर से किसानों का भला किया जाए। एसवाईएल मसले पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ सर्वदलीय बैठक के बाद डॉ. तंवर ने बताया कि सर्वदलीय बैठक में प्रस्ताव पास किया गया है कि एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले में महामहिम राष्ट्रपति प्रधानमंत्री से मिलेगा और उनसे इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग करेगा ताकि नहर का कार्य शुरू किया जा सके। उन्होंने बताया कि इस मामले में सभी दलों ने एकमत से सरकार का समर्थन किया है। डॉ. तंवर ने कहा कि पिछले करीब 4 दशक से इस मुद्दे पर केवल राजनीति और आरोप प्रत्यारोपों का ही दौर चला है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जिन लोगों ने एसवाईएल के लिए शुरूआती दौर से लेकर अब तक संघर्ष किया है, उनका भी कांग्रेस द्वारा दक्षिण हरियाणा में एक सम्मान समारोह आयोजित कर सम्मान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एसवाईएल दक्षिण हरियाणा के किसानों के लिए लाइफ लाइन है और इसका निर्माण हरियाणा के किसानों के लिए संजीवनी जैसा है। 

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब एसवाईएल के मुद्दे पर हठधर्मी करते हुए हरियाणा के हितों की उपेक्षा और शीर्ष अदालत का अपमान अवमानना कर रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल द्वारा हरियाणा को पानी नहीं देंगे और हमारे पास फालतू पानी नहीं है जैसे बयान देकर कटुता पैदा की जा रही है जबकि प्रधानमंत्री रहते स्व. इंदिरा गांधी ने हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के नेताओं के बीच एसवाईएल पानी के बंटवारे को लेकर सहमति और समझौता करवाया था। पंजाब अब हरियाणा को पानी नहीं दे रहा जिससे एसवाईएल का पानी बर्बाद हो रहा है और पाकिस्तान में जा रहा है। 

डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि हरियाणा के लोगों ने सदैव पंजाब के साथ सहृदयता दिखाई है और बड़े भाई की तरह सम्मान दिया है मगर पंजाब में राजनेताओं ने तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए इस मसले पर हमेशा हठधर्मी की है। 

हरियाणा कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी ने भी इस मौके पर कहा कि एसवाईएल पर राजनीति करने की बजाय पंजाब को हरियाणा के हित भी देखने चाहिए। दक्षिण हरियाणा की प्यासी धरती की प्यास तभी बुझ सकती है जब एसवाईएल नहर का पानी हरियाणा को मिले। इस मामले में हरियाणा कोई भीख नहीं बल्कि अपना हक मांग रहा है और सर्वोच्च न्यायालय ने भी अनेकों बार हरियाणा के हक में फैसला दिया है। पंजाब ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश मानकर अवमानना की है। उन्होंने एसवाईएल पर शीघ्र काम शुरू किए जाने की मांग करते हुए कहा कि सभी दलों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हरियाणा के हित के लिए काम करना होगा। 

 

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